इस बात में कोई शक नहीं कि हर कोई स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेना चाहता है। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती। जंक फूड (Junk Food) या चटपटे भोजन का आनंद लेने के चक्कर में हम भोजन की गुणवत्ता पर ध्यान देना भूल गए हैं। जंक फूड के काफी नुकसान (Side effects of Junk Food) भी होते हैं, जिन्हें समय रहते लोगों को समझना जरूरी है। जायकेदार खाने के चक्कर में हम कई बार अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ करते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको हेल्दी फूड (Healthy Food) के फायदे जंक फूड के नुकसानों के बारे में समझाने की कोशिश करेंगे।
जंक फूड के नुकसान को समझें (Side effects of Junk Food)
जंक फूड को समझने का सबसे अच्छा तरीका है कि हम देखें कि कौन से कम पौष्टिक भोजन (Nutritious food) हैं और किसमें अधिक मात्रा में कैलोरी (Calorie), वसा (Fat) और चीनी (Sugar) होती है। इस प्रकार के भोजन में प्रोटीन भी अधिक होता है। हालांकि शरीर को प्रोटीन (Protein) की आवश्यकता होती है, लेकिन एक निश्चित मात्रा में। आज के इस डिजिटल युग में हम अक्सर फास्ट फूड (Fast food) या जंक फूड (Junk food) पर निर्भर हो गए हैं। ये खाने में स्वादिष्ट तो होते ही है, साथ ही जल्दी भी बन जाते हैं। ऐसे में एक बड़ी आबादी जंक फूड के नुकसान (Side effects of Junk food) को अनदेखा कर इसे खुशी-खुशी अपना रही है। जंकफूड के नुकसान दिखने में थोड़ा समय लग सकता है, ये सबसे पहले मोटापे (Obesity) के रूप में इंसानों में दिखना शुरू होते हैं। इसके अलावा पेट खराब होना भी जंकफूड का नुकसान है, जो इसके पहले लक्षणों के तौर पर सबसे पहले दिखता है। जंकफूड के नुकसान (Side effects of Junk food) की जानकारी होने के बावजूद आज पेरेंट्स को अपने बच्चों को इन्हें खिलाते हुए देखा जा सकता है। ये हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा हो गए हैं।
और पढ़ें: गर्भावस्था में अमरूद खाना सही है या नहीं, इसके फायदे और नुकसान को जानें
इंडियन जंक फूड (Indian Junk food) के नुकसान भी जानें
यह भी जान लें कि केवल बाजार में बिकने वाले फास्ट फूड को ही जंक फूड की श्रेणी में नहीं रखा जाता है। कुछ इंडियन फूड भी इस लिस्ट में आते हैं। इंडियन जंक फूड के नुकसान भी जानना जरूरी हैं। भारतीय घरों में बनाए जाने वाले पूरी, कुलचे, कचौरी, कोफ्ते, पकोड़े या इसी तरह की तली हुई चीजों को भी जंक फूड (Junk food) की श्रेणी में रखे जाते हैं।
जंक फूड के नुकसान (Side effects of Junk food)
वजन बढ़ना है जंक फूड के नुकसान में शामिल
जंक फूड रेग्यूलर खाने से इंसानी शरीर को बेहद नुकसान होता है। अगर कोई नियमित रूप से बाहर का जंकफूड खाते हैं, तो यह उनके बढ़ते वजन का कारण बन सकता है। हम में से ज्यादातर लोग जंकफूड के नुकसान (Side effects of Junk food) के बारे में जानते हुए भी इसका सेवन करना बंद नहीं करते हैं। जंक फूड में हाई कैलोरीज होती हैं। इस कारण इनका सेवन करने से शरीर में भारी मात्रा में कैलोरीज जाती है। यहीं आगे जाकर वजन बढ़ने का कारण बनता है। वजन बढ़ने से कई और बीमारियां जैसे कि सांस फूलना, घुटनों या जोड़ों में दर्द भी हो सकता है।
और पढ़ें: कैसे डालें अच्छा खाने की आदत?
जंक फूड के कारण डायबिटीज का खतरा
भारत की बात की जाए, तो इसे डायबिटीज (Diabetes) कैपिटल कहा जाता है। आज के कुछ दशक पहले तक देश में यह बीमारी केवल बुजुर्गों को होती थी। लेकिन आज बच्चों में भी यह बीमारी देखने को मिलती है। इसके लिए किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई कि बच्चों में डायबिटीज का कारण (Cause of Junk food) जंक फूड का सेवन बन रहा है। दुनिया भर में बच्चों की एक बड़ी आबादी टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) से जूझ रही है।
दांतों में कैविटी
जंकफूड (Junk food) में अक्सर भारी मात्रा में चीनी का इस्तेमाल किया जाता है। इस कारण दांतों में कैविटी (Cavity) होने की आंशका बढ़ जाती है। सोडा, कैंडी ओर बेक किए गए जंक फूड में भारी मात्रा में शक्कर पाई जाती है। इस तरह के जंक फूड को रेग्यूलर खाने से मुंह और दांत में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आज यह भी देखा जाता है कि काफी बच्चों के दांत कम उम्र में ही सड़ने लगते हैं। इसके चलते वयस्क होने तक इन बच्चों को दांतों की गंभीर समस्या से गुजरना पड़ता है।
विटामिन की कमी
शरीर को स्वस्थ रखने कि लिए सभी पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इन्हीं में विटामिन्स भी शामिल हैं। वहीं बाजार में मिलने वाले जंकफूड से शख्स को न के बराबर विटामिन और अन्य मिनरल्स मिल पाते हैं। सिर्फ जंक फूड पर निर्भर रहने वाली आज की जेनरेशन में आज इसी कारण विटामिन्स की कमी पाई जाती है। इन जरूरी पोषक तत्वों की कमी के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।
हार्ट प्रॉब्लम्स
फास्टफूड के इस दौर में चिप्स, पिज्जा, बर्गर लोगों के पसंदीदा फूड हो गए हैं। लेकिन इन सभी में काफी मात्रा में सोडियम पाया जाता है। सोडियम दिल की समस्याओं का कारण बनता है। शरीर में ज्यादा मात्रा में सोडियम जाने से लोगों में ब्लड प्रेशर (Blood pressure) बढ़ने के साथ-साथ स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।
और पढ़ें: जानें हेल्दी लाइफ के लिए आपका क्या खाना जरूरी है और क्या नहीं
हेल्दी फूड
हेल्दी फूड (Healthy food) वो फूड्स हैं, जो पोषण के मामले में स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है और आपके शरीर को भी फिट रखता है। हेल्दी फूड मे शामिल हैं ऑर्गेनिक फूड्स (Organic food), संपूर्ण खाद्य पदार्थ और प्राकृतिक भोजन।
हेल्दी फूड और जंक फूड के उदाहरण
हेल्दी फूड ऊर्जा से भरपूर होते हैं, जैसे ताजे फल और सब्जियां, पत्तेदार साग, कच्चे नट्स, अंकुरित अनाज और दही आदि। जबकि, जंक फूड में शामिल हैं, सफेद ब्रेड, पास्ता, हॉट-डॉग, चिकन रोस्ट, चिप्स, चॉकलेट आदि।
हेल्दी फूड और जंक फूड खाने से सहेत पर होने वाले प्रभाव
हेल्दी फूड के सेवन से थकान, अवसाद, सिरदर्द, जोड़ों के दर्द, फेफड़ों की समस्या का समाधान किया जा सकता है जबकि, जंक फूड के कार्डियोवस्क्युलर रोगों (सीवीडी), मोटापा, मधुमेह और अन्य पुरानी बीमारियों (Chronic illness) उभर सकती हैं।
और पढ़ें: वजन कम करने के लिए फॉलो करें ये घरेलू उपाय और रहें फिट
स्वाद के नजरिए से हेल्दी फूड और जंक फूड को समझने की कोशिश करते हैं
ज्यादातर लोग हेल्दी फूड्स को सिर्फ इसलिए नहीं खाते हैं, क्योंकि उन्हें खाने के दौरान चटपटा या तीखा स्वाद महसूस नहीं होता है, जबकि जंक फूड में कई तरह के स्वाद का अनुभव होता है जैसे कि पनीर और चीज बर्गर और पिज्जा का स्वाद।
एक शोध में यह देखा गया है कि 92 प्रतिशत लोग खाने में जंक फूड को चुनते हैं और केवल 8 प्रतिशत लोगों ने हेल्दी फूड को चुना जो कि बहुत कम है।
उपर्युक्त मतभेदों के अनुसार, यह निष्कर्ष निकाला गया है कि लोग जंक फूड आइटम के आदी हो गए हैं। हालांकि, यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। लेकिन, इस बात में कोई शक नहीं, जंक फूड की तुलना में हेल्दी फूड (Healthy Food) बहुत बेहतर है, क्योंकि यह कैलोरी और पोषण प्रदान करता ,है जो आपकी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत ब
[embed-health-tool-bmi]