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पलकों का झड़ना और दोबारा पलकें आना है आसान, अपनाएं टिप्स

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 16/11/2023

    पलकों का झड़ना और दोबारा पलकें आना है आसान, अपनाएं टिप्स

    बालों का झड़ना तो देखा है, लेकिन क्या पलकों का झड़ना (loss of eyelashes) सुना है? अक्सर देखा गया है कि पलकों का झड़ना लोग बहुत हल्के में लेते हैं, तो वहीं कुछ लोग पलकों के बाल झड़ने से टेंशन में आ जाते हैं। आंखों का मेकअप भी बिना पलकों के मेकअप के पूरा नहीं होता है। ऐसे में पलकों का ध्यान रखना उतना ही जरूरी है, जितना कि आंखों का ध्यान रखना। इस आर्टिकल में आपको हम बताएंगे कि किन कारणों से पलकों का झड़ना शुरू हो जाता है? किन उपायों से दोबारा पलकें आना शुरू हो सकती हैं? 

    क्या पलकों का झड़ना नॉर्मल है?

    अक्सर लोगों में एक धारणा है कि टूटी हुई पलक से कोई भी विश करो वो पूरी हो जाती है। लेकिन क्या पलकें आपकी विश पूरी करने के लिए टूटती हैं? इस बात का तो फिलहाल कोई प्रमाण नहीं है, लेकिन थोड़ी-बहुत पलकों का झड़ना (loss of eyelashes) एक नॉर्मल बात है। वहीं, प्राकृतिक तौर पर पलकों का झड़ कर दोबारा पलकें आना सामान्य बात है। जिस तरह से सिर के बाल झड़ कर उगने लगते हैं, उसी तरह से पलकों के झड़ने के बाद दोबारा पलकें आना शुरू हो जाता है। 

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    पलकों का झड़ना और इसके कारण

    पलकों के झड़ने के निम्न कारण हो सकते हैं : 

    • अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑफ्थैल्मोलॉजी के अनुसार आंखों की पलकों के फॉलिकल्स के डैमेज होने के कारण पलकें झड़ जाती हैं। वहीं, अगर हेयर फॉलिकल पूरी तरह से डैमेज हो गए हैं तो दोबारा पलकें आना थोड़ा मुश्किल होता है।
    • कई बार कुछ दवाओं के कारण भी पलकों का झड़ना देखा गया है। कीमोथेरिपी में इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के सेवन से शरीर के बालों के साथ-साथ पलकें भी झड़ने लगती हैं। लेकिन कीमोथेरिपी के बंद होने के बाद दोबारा पलकें आना शुरू हो जाती हैं। 
    • ज्यादातर लोग अपनी पलकों को नहीं काटते हैं। लेकिन कुछ लोग अपनी पलकों को सेट करते हैं, जिससे भी पलकों के झड़ने की समस्या होती है। 
    • ट्राइकोटिलोमेनिया (Trichotillomania) एक साइकोलॉजिकल कंडिशन है, जिसमें व्यक्ति अपने शरीर के बालों को उखाड़ने लगता है। ट्राइकोटिलोमेनिया में व्यक्ति अपने आंखों की पलकों को भी उखाड़ने लगता है। लेकिन अपनी नेचुरल साइकिल के तहत दोबारा पलकें आना शुरू हो जाती हैं। 
    • कई बार हम मेकअप के दौरान आर्टिफीशियल आईलैश को लगाने के लिए ग्लू का इस्तेमाल किया गया है तो जब कभी उसे निकलना होता है तो नेजुरल आईलैश डैमेज हो जाता है। लेकिन कुछ महीनों बाद दोबारा पलकें आना शुरू हो जाती हैं।
    • कुछ मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि थायरॉइड ग्लैंड से ज्यादा या कम थायरॉइड हॉर्मोन स्रावित होने से हेयर लॉस होता है। कई बार तो पलकों का झड़ना भी देखा गया है। हाइपरथायरॉइडिज्म और हाइपोथायरॉइडिज्म दोनों मामलों में पलकें झड़ने लगती हैं। थायरॉइड का इलाज कराने के बाद दोबारा पलकें आना शुरू हो जाती हैं।
    • एलोपेसिया एरिटा एक ऑटोइम्यून कंडिशन है, जो सीधे हेयर फॉलिकल पर असर डालता है। जिसके कारण शरीर के सभी बालों के साथ-साथ पलकें भी झड़ना शुरू हो जाती हैं। 

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    पलकों का झड़ना और ग्रोथ साइकिल क्या है?

    एक वयस्क वयक्ति की ऊपरी आईलैश में 100 से 150 पलकें होती हैं और निचली आईलैश में 50 से 75 पलकें होती हैं। हर एक पलक के बढ़ने की साइकिल निम्न फेज में होती है :

    एनाजेन फेज (Anagen phase)

    एनाजेन फेज सभी पलक के विकास का फेज है, जिसमें पलकों के बढ़ने के लिए दो हफ्तों का वक्त लगता है। अगर इस दौरान आपकी नई पलक भी झड़ गई है तो सही तरीके पलकों का बढ़ना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। 

    टेलोजेन फेज (Telogen phase)

    टेलोजेन फेज एक लंबा चलने वाला फेज है, यह चार से नौ महीने तक चलता है। ये पलकों के झड़ने के पहले का फेज है। 

    दूसरा फेज बीतने के बाद पलकें एक-एक करके खुद बखुद झड़ जाती हैं और इसके बाद दोबारा पलकें आना शुरू हो जाती हैं। इस तरह से अगर देखा जाए तो एक पलक की उम्र सिर्फ 11 महीने की होती है। इसके बाद वह खुद बखुद झड़ जाती है।

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    पलकों का झड़ना कैसे रोकें?

    पलकों के झड़ने का इलाज करने से पहले हम पलकों को झड़ने से रोकने के उपाय जानते हैं :

    पलकों को मॉस्चराइज करें

    जिस तरह से त्वचा या सिर के बालों को झड़ने से रोकने के लिए नरिशमेंट की जरूरत होती है, उसी तरह से पलकों को भी नमी और नरिशमेंट की जरूरत होती है। ऐसे में आप कभी-कभी पलकों पर ऑलिव ऑयल या कैस्टर ऑयल लगाएं। इससे पलकों का झड़ना कम होगा और पलकों में नमी भी बनी रहेगी। 

    हर्बल मस्कारा का करें इस्तेमाल

    कई बार हम मेकअप किट में अच्छे-अच्छे और महंगे से महंगे प्रोडक्ट्स रखते हैं, लेकिन मस्कारा पर खास पैसे खर्च नहीं करते हैं। पलकों के झड़ने के पीछे का एक कारण यह भी हो सकता है। इसलिए जब भी मस्कारा खरीदें तो हर्बल मस्कारा या विटामिन और मिनरल से भरपूर मस्कारा ही खरीदें। जिससे आपकी पलकें घनी तो होंगी ही, साथ ही उनका झड़ना भी कम हो जाएगा। 

    हर रात मेकअप हटा कर सोएं

    कई बार रात में मेकअप ना हटाने से हमें आंखों और चेहरे पर खुजली की समस्या हो सकती है। जिससे हम कई बार नींद में अपना चेहरा तकिए पर रगड़ देते हैं। ऐसे में कई बार हमारी पलकें टूट सकती हैं। इसलिए रात के समय में मेकअप के साथ पलकों का मस्कारा भी साफ कर के सोएं। 

    आर्टिफीशियल आईलैश और एक्सटेंशन को आराम से हटाएं

    आंखों को खूबसूरत दिखाने के लिए आप आर्टिफीशियल आईलैश या आईलैश एक्सटेंशन कराते हैं। ऐसे में पलकों के टूटने का रिस्क बढ़ जाता है। आर्टिफीशियल आईलैश को चिपकाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला ग्लू मेडिकली अप्रूव्ड होना चाहिए। इसके अलावा ऑयल बेस्ड क्लीनजर का इस्तेमाल कर के ही मेकअप और आर्टिफीशियल आईलैश और एक्सटेंशन को हटाएं। 

    पलकों का झड़ना और  इसका इलाज क्या है?

    कई मामलों में पलकों का झड़ना चिंताजनक नहीं होता और खुद ही दोबारा पलकें आना शुरू हो जाती हैं। जैसे- कीमोथेरिपी या हेयर फॉलिकल बर्न के मामाले में ऐसा होता है। कीमोथेरिपी के बाद पलकें दोबारा पहले की तरह लंबी और घनी आने लगती हैं। 

    अगर थायरॉइड की समस्या के कारण कई बार पलकों के झड़ने की समस्या होती है। ऐसे में आपको डॉक्टर से मिल कर इसका इलाज कराने की आवश्यकता है। डॉक्टर आपको बिमैटोप्रॉस्ट (bimatoprost) नामक आईड्रॉप आपको दे सकते हैं। जिससे आपकी पलकें फिर से आना शुरू हो सकती है। एक अध्ययन में 41 लोगों को शामिल किया गया था, जिनकी पलकें एलोपेसिया एरिटा के कारण झड़ गई थी। इसमें सभी को एक साल तक रोजाना 0.03% बिमैटोप्रॉस्ट अप्लाई करने के लिए कहा गया। जिसमें से 70 फीसदी लोगों में थोड़ी-बहुत पलकें आने लगी थी।

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    दोबारा पलकें आना कैसे शुरू हो सकती है?

    फिर से पलकें उगाने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं : 

    हेल्दी डायट लें

    हमेशा आपने सुना होगा कि खाने-पीने का असर बहुत सारी चीजों पर पड़ता है, चाहें वो आपके शरीर का एक बाल ही क्यों ना हो। ऐसे में अपको अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए। कुछ न्यूट्रीएंट्स को आप अपनी थाली में शामिल करने से दोबारा पलकें आना शुरू हो सकती हैं : 

    प्रोटीन

    हमारे शरीर के बालों के लिए प्रोटीन एक जरूरी न्यूट्रीएंट्स है। इसलिए अपनी डायट में प्रोटीन की मात्रा को शामिल करें। प्रोटीन हमारे शरीर को अमीनो एसिड दिलाता है, जिसकी जरूरत केरेटिन के निर्माण में लगती है। केरेटिन पलकों को हेल्दी और मजबूत बनाता है। 

    विटामिन ए और सी से भरपूर फल और सब्जियां

    विटामिन ए और सी के भरपूर फल और सब्जियां खाने से कोशिकाओं में कोलेजन निर्माण होता है, जिससे पलकों की अच्छी वृद्धि होती है। आप विटामिन ए और विटामिन सी निम्न फूड्स में पाए जाते हैं :

    • बेरीज
    • रंग-बिरंगे फल और सब्जियां
    • संतरा
    • नींबू
    • एवोकैडो

    बायोटिन

    बायोटिन भी केरेटिन के निर्माण के लिए जिम्मेदार होता है। बायोटिन निम्न फूड्स में पाया जाता है :

    नियासिन

    विटामिन बी-3 को नियासिन कहते हैं, विटामिन बी-3 ब्लड फ्लो को इम्प्रूव करता है, जिससे हेयर फॉलिकल ठीक तरह से बालों की वृद्धि करता है। विटामिन बी-3 के लिए आप निम्न चीजों का सेवन कर सकते हैं :

    आयरन

    कई बार आयरन की कमी से भी पलकें झड़ती हैं, इसलिए अपने डायट में आयरन को शामिल करें। आयरन से भरपूर फूड्स खाएं :

    • पालक
    • हरी पत्तेदार सब्जियां
    • सूखे फल
    • चिकन
    • अंडे
    • सीफूड
    • बींस
    • आयरन-फॉर्टिफाइड अनाज

    इस तरह से आपकी दोबारा पलकें आना शुरू हो सकती हैं। अगर आपको ज्यादा समस्या है तो आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। उम्मीद है कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। 

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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