बढ़ती टेक्नोलॉजी ने हमसभी के लाइफ स्टाइल को बदल दिया है। वैसे बढ़ती टेक्नोलॉजी का फायदा तो हुआ है, लेकिन इनसबके बीच और आगे बढ़ने की होर में हम सांस तक ठीक से नहीं लेते। अब अगर सांस ठीक से ना लें, खान-पान हेल्दी ना हो, तो इसका असर सेहत पर तो पड़ना तय माना जाता है। खैर ये पढ़ के आपभी सोच में पड़ गए हैं, तो परेशान ना हों क्योंकि टेंशन लेने से आप अपने मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचाते हैं। सिर्फ गौर करें कि हमारा बेहतर तरीके से खाना, पीना, सोना आदि जरूरी है, वैसे ही ठीक तरह से सांस लेना भी हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है।
ब्रीदिंग तकनीक ठीक हो तो हमारा स्वास्थ भी ठीक रहता है। सही ब्रीदिंग तकनीक से हमारा पॉश्चर सुधरता है। ब्रीदिंग तकनीक सही हो तो कई बीमारियों से रोकथाम होती है और शरीर में होने वाली सूजन आदि भी कम हो सकती है। यानी कहा जाए, तो ठीक तरह से सांस लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए एक से अधिक तरीकों से लाभदायक है। एक रिसर्च के मुताबिक ब्रीदिंग तकनीक ठीक हो, तो चिंता और तनाव को दूर किया जा सकता है। सांस लेने की शक्ति यानी सांस को अंदर और बाहर लेने की पावर चिंता और तनाव को दूर करने, फेफड़ों को मजबूत करने और शरीर व दिमाग के सेल्स तक ऑक्सिजन पहुंचाने में फायदेमंद है। यह ब्रीदिंग तकनीक न केवल सिंपल है, बल्कि बेहद आसान और बिल्कुल फ्री भी है। इस तकनीक से दिन के किसी भी समय पर करने से तनाव और चिंता से निपटने में मदद मिलती है।
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4 -7- 8 ब्रीदिंग तकनीक (Breathing Techniques)
ब्रीदिंग तकनीक कैसे करें?
4 -7- 8 ब्रीदिंग तकनीक के अनुसार आपको आठ तक काउंटिंग करनी है और जब आप चार तक गिन लेंगे, तो आपको अपनी सांस रोकनी है। अब आपको यह सांस तब तक रोकनी है, जब तक आप सात तक न गिन लें। इसके बाद आठ गिनते हुए आपको अपनी सांस बाहर छोड़ देनी है। यह बहुत ही आसान प्रक्रिया है। यही नहीं, इस एक्सरसाइज की सबसे खासियत ये है कि आप इसे कहीं भी कभी भी बिना किसी मशीन या किसी अन्य व्यक्ति की मदद से कर सकते हैं।
मिशिगन में किए एक अध्ययन के अनुसार गहरी सांस लेना चिंता और तनाव कम करने का सबसे अच्छा तरीका है क्योंकि जब आप गहरी सांस लेते हैं, तो यह आपके दिमाग को शांत और रिलैक्स रहने का संदेश भेजता है। गहरी सांस लेने से आप शांत और आरामदायक रहते हैं। गहरी सांस लेने से कई अन्य लाभ भी हो सकते हैं जैसे:
जानिए ब्रीदिंग तकनीक के लाभ
- इससे एनर्जी लेवल बढ़ता है।
- इससे श्वसन प्रणाली ठीक तरह से काम करती है।
- यह हमारे डायजेस्टिव सिस्टम को शांत रखता है।
- हमारी मांसपेशियों की अकड़न को दूर करता है।
- हमारे हृदय संबंधी समस्याओं को दूर करता है।
- हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
- आपकी त्वचा को जवान बनाए रखता है, जिससे आप कम उम्र के दिखते हैं।
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4-4-8 ब्रीदिंग तकनीक
एक अन्य ब्रीदिंग तकनीक जिसे 4-4-8 ब्रीदिंग तकनीक कहा जाता है। इस ब्रीदिंग तकनीक से भी तनाव और चिंता को दूर करने में लाभकारी है। इसके भी कई लाभ हैं जैसे:
जानिए 4-4-8 ब्रीदिंग तकनीक के लाभ
- 4-4-8 ब्रीदिंग तकनीक रिलैक्स रहने और ध्यान केंद्रित करने के लिए बहुत लाभदायक है।
- अगर आप चिंता या तनाव महसूस कर रहे हैं, तब भी यह तकनीक प्रभावी है। इस तकनीक के प्रयोग से आप चिंता से दूर रहेंगे और अपने ध्यान को केंद्रित कर पाएंगे।
- आपका लक्ष्य चाहे कुछ भी हो, सांस रोकने की इस तकनीक से आप फोकस कर पाएंगे और अपनी सोच को स्पष्ट कर पाएंगे।
ब्रीदिंग तकनीक कैसे करें?
सांस लेने का यह व्यायाम आपको फोकस करने, आपके दिमाग को स्पष्ट करने और आपके मूड को सही रखने में लाभदायक है। इसकी शुरुआत आप कई बार सांस लेने से करें। इस बात का ध्यान रखें कि तब तक सांस लें, जब तक आपको ऐसा लगे कि आपके फेफड़े पूरी तरह से भर गए हैं। यही नहीं, ऐसा महसूस हो जैसे आपके पेट में एक गुब्बारे की तरह हवा भर गई है। अब चार गिनने तक अपने सांस रोक कर रखें। उसके बाद आठ गिनने पर सांस को बाहर निकाले दें। जब आप चिंता या तनाव महसूस करें और शरीर में ऊर्जा का संचार करना चाहते हैं, तो इस तकनीक के 12 rep के तीन सेट करें।
इस ब्रीदिंग तकनीक को आप दिन में कम से कम दो बार करें। आप इसे बार-बार नहीं कर सकते। पहली बार में एक बार में चार बार से ज्यादा सांस न लें। इस ब्रीदिंग तकनीक की शुरूआत में आप एक महीने तक प्रेक्टिस कर सकते हैं और बाद में अगर आप चाहें, तो इसे आठ सांस तक बढ़ा सकते हैं। अगर आपको लग रहा है कि जब आप थोड़ा हल्का महसूस कर रहे हैं, तो इसको करते रहें।
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ब्रीदिंग तकनीक के दौरान इस बात का रखें ध्यान
ब्रीदिंग तकनीक तभी सफल हो सकती है, जब आप आरामदायक और शांत तरीके से इसका नियमित पालन करें। अगर आप चिंतित हैं, तो आपको पहले अपने शरीर को आराम देना होगा। एक बेसिक आरामदायक तकनीक में आपको जमीन पर लेटना है या किसी कुर्सी पर बैठना है। अब अपनी आंखों को बंद कर दें, ताकि आपके शरीर का हर अंग शांत हो जाए। जब आपके पैर पूरी तरह से शांत होंगे, तो आपको अपनी सांस पर ध्यान देना है।
समय के साथ बार-बार प्रैक्टिस से 4-7-8 ब्रीदिंग तकनीक का असर और बढ़ते जाता है। यह बताया गया है कि पहले इस ब्रीदिंग तकनीक का प्रभाव साफ नहीं है। पहली बार कोशिश करने पर आप थोड़ा हल्का महसूस कर सकते हैं। हर रोज कम से कम दो बार 4-7-8 ब्रीदिंग तकनीक का अभ्यास उन लोगों के लिए अधिक परिणाम दे सकता है उनसे जो केवल एक बार इसका अभ्यास करते हैं।
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इस एक्सरसाइज में आपको आरामदायक महसूस करने के लिए शुरू में थोड़ी मेहनत करनी होगी। बाद में आपको इसका अभ्यास हो जाएगा। सांस लेने की इन तकनीकों में जब आप सांस लेते हैं, तो इसका अर्थ है कि आप जीवन शक्ति और सेहत अपने अंदर ले जा रहे हैं। जब आप सांस रोकते हैं, तो यह अच्छी सेहत और एनर्जी का प्रतीक है, जबकि सांस को बाहर छोड़ने से आप अपनी हर पीड़ा, थकान, चिंता और तनाव को अपने शरीर से बाहर निकाल देंगे। यानी पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए सांस की यह तकनीकें बहुत ही लाभदायक हैं।
अगर आप ब्रीदिंग तकनीक से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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