संस्कृत में लिखा श्लोक है, व्यायामात् लभते स्वास्थ्यं दीर्घायुष्यं बलं सुखं। आरोग्यं परमं भाग्यं स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम् इसका मतलब है कि व्यायाम से स्वास्थ्य, लंबी आयु, बल और सुख की प्राप्ति होती है। निरोगी होना परम भाग्य है और स्वास्थ्य से अन्य सभी कार्य सिद्ध होते हैं। जी हां, व्यायाम मतलब वर्कआउट से ही शरीर को स्वस्थ बनाया जा सकता है। इसलिए आज इस आर्टिकल में वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स आपके साथ साझा करेंगे। वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स को फॉलो कर हेल्दी रह सकते हैं।
आपने ये कहावत तो सुनी ही होगी कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का निवास होता है। एक स्वस्थ व्यक्ति में ही सही निर्णय लेने की क्षमता होती है, क्योंकि उसका दिमाग भी स्वस्थ होता है। हालांकि आजकल के व्यस्त जीवन में जहां हमें सिर्फ ऑफिस, घर-परिवार की चिंता, भविष्य के लिए सेविंग्स आदि की ही फिक्र रहती हैं, वहां अपने लिए समय निकालना बहुत मुश्किल काम है। ऐसी व्यस्त जीवनशैली में लोग जिम जॉइन तो कर लेते हैं पर कुछ दिन बाद बोर होने लगते हैं और जिम जाना या तो बंद कर देते हैं या फिर रेग्युलर नहीं जाते। ऐसे में आपको जरूरत है कुछ वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स की, जो कि आपको वर्कआउट करने के लिए प्रेरित करेंगे और आप भी अपने शरीर को स्वस्थ बना सकेंगे।
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वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्सः वर्कआउट का मतलब बॉडी बनाना नहीं है
हमें सबसे पहले यह समझना बहुत जरूरी है कि जिन पैसों की सेविंग्स के लिए हम दिनरात अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज करके कामकाज और भागदौड़ करते रहते हैं। दरअसल वह सुरक्षित भविष्य का वादा कर ही नहीं सकता, बल्कि आपका स्वस्थ शरीर ही आपके और आपके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर सकता है। कुछ लोगों को लगता है कि वर्कआउट सिर्फ मस्कुलर बॉडी के लिए किया जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है, बल्कि वर्कआउट की मदद से आप खुद को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बना सकते हैं।
वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स (Workout Motivational Tips): बेहतर वर्कआउट क्या होता है?
एक बेहतर वर्कआउट आपके शरीर के सभी अंगों पर प्रभाव डालने वाला होता है। जिसमें आपके ब्लड सर्क्युलेशन, शारीरिक संतुलन, मस्कुलर ताकत और शारीरिक लचीलापन को केंद्र में रखकर एक्सरसाइज का चुनाव किया जाता है। अगर आप पहली बार वर्कआउट शुरू कर रहे हैं, तो आपको शुरुआत में एकदम से भारी एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे आपकी मसल्स में तनाव आ सकता है और शारीरिक चोट भी लग सकती है। वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स से पहले एक बेहतरीन वर्कआउट प्लान का चुनाव करना अच्छा है। इसके लिए आप निम्नलिखित एक्सरसाइज को शामिल कर सकती हैं, जिसमें सबसे ज्यादा बॉडीवेट एक्सरसाइज होनी चाहिए और फिर धीरे-धीरे मशीनी एक्सरसाइज की तरफ बढ़ना चाहिए।
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वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स – वॉर्मअप
आपको वर्कआउट शुरू करने से पहले कम से कम 10 मिनट वॉर्मअप करना चाहिए। जिससे आपके शरीर और मसल्स में ब्लड सर्क्युलेशन बढ़ जाता है और वर्कआउट से बेहतर नतीजे प्राप्त होते हैं।
पुश-अप्स
आपको सबसे पहले पुश-अप्स से शुरू करना चाहिए। पुश अप्स एक बॉडीवेट एक्सरसाइज है, जिसमें आपकी छाती, हाथों, कमर और पेट की मसल्स पर प्रभाव पड़ता है। पुश अप्स करने के कई तरीके हो सकते हैं, जैसे- नॉर्मल पुश-अप्स, सुपरमैन पुश अप्स, वन-हैंड पुश अप्स, डायमंड पुश अप्स आदि। पुश अप्स करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पेट के बल लेट जाएं और फिर अपनी हथेलियों को कंधों के ठीक नीचे जमीन पर टिका लें और अपर बॉडी को ऊपर की तरफ उठाएं। अब अपने दोनों पंजों को जोड़कर पूरे शरीर का वजन सिर्फ हथेलियों और पंजों पर टिका लें। इसके बाद अपनी कमर, गर्दन और सिर को एक सीध में रखकर छाती को नीचे की तरफ लाएं और फिर आराम से पहली स्थिति में वापस ले जाएं। इसी प्रक्रिया को कम से कम 10 बार दोहराएं और ऐसा तीन बार करें। आप धीरे-धीरे पुश अप्स की संख्या बढ़ा सकते हैं।
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वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स – पुल अप्स (Pushup)
पुल-अप्स भी एक बॉडीवेट एक्सरसाइज है, जिसमें आपकी कमर, शोल्डर, पेट की मसल्स, बाइसेप्स और ट्राइसेप्स पर प्रभाव पड़ता है। पुल अप्स भी कई तरह से किया जा सकता है, जैसे- वन-हैंड पुल अप्स, क्लोज हैंड पुल अप्स आदि। शुरुआत में पुल अप्स करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन धीरे-धीरे इसका अभ्यास करने पर इसमें पारंगत हुआ जा सकता है। पुल अप्स करने के लिए एक बार (कहीं स्थिर हुआ डंडा) को कंधों की चौड़ाई बराबर पकड़ें। अपनी हथेली बाहर की तरफ रखकर बार को पकड़ें। अब धीरे-धीरे अपने हाथों की ताकत से छाती और पूरे शरीर को बार की तरफ ले जाएं और फिर वापस पिछली पोजीशन में आ जाएं। इस प्रक्रिया को शुरुआत में जितनी बार हो सके, दोहराएं और ऐसा तीन बार करें। धीरे-धीरे पुलअप्स की संख्या को बढ़ाते रहें।
जंपिंग जैक्स
जंपिंग जैक्स आपके पैरों और हाथों की मसल्स के लिए एक अच्छी एक्सरसाइज है। इसे करने के लिए अपने पैरों को जोड़कर खड़े हो जाएं और हाथों को दोनों पैरों की साइड में ढीला छोड़ दें। अब, हाथों को सिर के ऊपर ले जाकर जोड़ लें, लेकिन ध्यान रहे कि ऐसा करते हुए आपको कूदकर अपने पैरों को कंधों के बराबर चौड़ा करके भी खड़ा होना है। इस प्रक्रिया को कम से कम 20 बार दोहराएं और ऐसे तीन सेट्स करें। धीरे-धीरे जंपिंग जैक्स की संख्या को बढ़ाते रहें।
स्क्वॉट्स
स्क्वाट हमारी देसी एक्सरसाइज उठक-बैठक का ही रुपांतरण है। इसे करने से आपके कूल्हों, पिंडलियां, जांघ आदि पर प्रभाव पड़ता है। इसे करने के लिए अपने पैरों को कमर जितना खोलकर खड़े हो जाएं और हाथों को ढीला छोड़ दें। अब अपर बॉडी को सीधा रखते हुए नीचे बैठने की पुजिशन में आएं। लेकिन जब आपकी जांघें जमीन के समानांतर हो जाएं, तो वापस सीधा खड़े हो जाएं। इसे कम से कम 50 बार करें और इसके तीन सेट्स करें।
इन बॉडीवेट एक्सरसाइज के अलावा अन्य भी एक्सरसाइज हैं, जैसे- प्लैंक, हाई हील्स आदि। इन बॉडीवेट एक्सरसाइज के साथ आप अपने वर्कआउट में बेसिक मशीनी एक्सरसाइज भी शामिल कर सकते हैं। जिसमें आप बैंच प्रेस, पुली, क्लोज ग्रिप कर्ल आदि का अभ्यास कर सकते हैं।
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वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्सः वर्कआउट के फायदे (Benefits of Workout)
वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स से पहले वर्कआउट के फायदे जानना बहुत जरूरी है क्योंकि वर्कआउट करने के बाद मिलने वाले फायदे भी आपको इसके लिए प्रेरित कर सकते हैं। आइए, वर्कआउट के फायदों के बारे में जानते हैं।
- हर एक्सरसाइज के करने से आपके शरीर में रक्त प्रवाह सही होता है और हृदय अपना कार्य बेहतर ढंग से करता है। इस प्रकार आपके हृदय का स्वास्थ्य भी मजबूत होता है। रक्त प्रवाह सुधरने की वजह से आपके शरीर को पूरी तरह ऑक्सिजन प्राप्त होती है।
- वर्कआउट करने से आपके शरीर की अतिरिक्त कैलोरी बर्न हो जाती है और शरीर में फैट नहीं जम पाता। इसके अलावा, शरीर में पहले से जमा फैट भी खत्म होने लगता है। यह फायदा आपके वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स के रूप में काफी महत्व रख सकता है। इसके अलावा अगर आपको मोटापे की समस्या है, तो वो भी कम हो जाती है।
- वर्कआउट करने से आपका शरीर कुछ केमिकल का उत्पादन करता है, जो कि मूड रिलेक्स करने में मदद करते हैं। इससे आपको स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है। आपके शरीर में ब्लड शुगर का स्तर भी वर्कआउट की मदद से संतुलित होता है। जो कि आपको टाइप 2 डायबिटीज होने के खतरे को कम कर देता है।
- वर्कआउट का सबसे बड़ा फायदा है कि इससे आपकी मसल्स और हड्डियां मजबूत होती हैं। जो कि शरीर को मजबूती मिलती है।
- एक्सरसाइज करने से आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म सुधर जाता है, जिससे आपके द्वारा सेवन किया गए आहार से पर्याप्त पोषण आपको मिल पाता है। इसकी वजह से आपका शारीरिक विकास सही रहता है।
- जब शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है, तो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम भी मजबूत रहता है और आपको कई तरह की बीमारी और संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है।
- एक्सरसाइज या वर्कआउट करने से आपको बेहतर नींद प्राप्त होती है, जो कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।
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वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स (Workout Motivational Tips) क्या हैं?
वर्कआउट करने के लिए आपको ऊपर बताए गए फायदे काफी प्रेरित कर सकते हैं। लेकिन अगर अभी भी आपकी प्रेरणा में कमी है, तो हम आपको वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स बता रहे हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं।
- सबसे पहले आप वर्कआउट करने के लिए एक मजबूत कारण का चुनाव करें, जो कि आपको रोजाना वर्कआउट के लिए प्रेरित कर सकता है। यह एक बेहतर वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स में शामिल हो सकता है।
- आप वर्कआउट शुरू करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिसमें आप सोशल मीडिया पर वर्कआउट शुरू करने से जुड़ी अपडेट दे सकते हैं। सोशल मीडिया पर अपडेट देने के बाद आप पर एक मानसिक दबाव हो सकता है, जो कि अच्छा वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स है।
- वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स में रात को वर्कआउट के कपड़े पहनकर सोना भी शामिल है। इससे आपको सुबह-सुबह उठकर तैयार होने के आलस से बचने में आसानी मिलेगी और आप समय पर अपना वर्कआउट शुरू कर पाएंगे।
- इसके अलावा आप अलार्म को अपने बेड से दूर रख सकते हैं। ताकि अलार्म बजने पर आपको बेड से उठना ही पड़े। अक्सर होता यह है कि हम बेड पर लेटे-लेटे अलार्म बंद करके दोबारा सो जाते हैं, लेकिन अलार्म दूर रखने के बाद आपकी यह परेशानी दूर हो जाएगी और आपको अपने लिए एक बेहतर वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स मिल जाएगा।
- वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स में वर्कआउट पार्टनर बनाना भी बेहतरीन विकल्प है। इस तरह से आपको जिम में एक पार्टनर मिल जाएगा और आपको जिम या वर्कआउट करने के लिए जाने का मन करेगा। इसके अलावा, अगर आप वर्कआउट पार्टनर बनाते हैं, तो वह आपको सुबह-सुबह जल्दी उठाने में भी मदद कर सकता है।
- अगर आप सुबह के समय जल्दी नहीं उठ पाते या आपको ऑफिस जाने की जल्दी रहती है, तो आप शाम के समय वर्कआउट कर सकते हैं। हालांकि, शाम के समय वर्कआउट करने पर आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होता है, जैसे- खाना कितनी देर पहले खाना चाहिए या कितनी एक्सरसाइज करनी चाहिए। लेकिन इन सभी जानकारी के लिए आप ट्रेनर से बात कर सकते हैं। वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स में यह टिप्स सुबह की एक्सरसाइज न करने वाले लोगों के काम आ सकती है।
हमें उम्मीद है कि यहां बताए गए वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स (Workout motivational tips) आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे और आपको वर्कआउट करने के लिए मोटिवेट करेंगे। किसी प्रकार की अधिक जानकारी के लिए फिटनेस एक्सपर्ट से संपर्क करें।
वर्कआउट मोटिवेशनल टिप्स जानने के साथ-साथ योग से जुड़ी अहम जानकारी के लिए इस वीडियो पर क्लिक करें।
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