ओसीडी से खुद को कैसे बचाए?
यह आपके लिए बहुत ही निराशाजनक और थकावट भरा हो सकता है। आपको खुद पर गुस्सा भी आता है। आपको अपना धैर्य नहीं खोना है। यदि आप इस डिसऑर्डर से खुद को मुक्त करना चाहते है, तो सबसे पहले आपको अपने दिमाग और मन दोनों को यह विश्वास दिलाना होगा कि यह कोई न ठीक होने वाली बीमारी नहीं है। यह एक आम बीमारी है जिसके बारे में बात करने से आपकी निंदा नहीं होगी। तभी आप इसके बारे में खुल के बात कर पाएंगे।
जब आप इस डिसऑर्डर से खुद को बाहर निकाल लें तो आप अपनी इस जानकारी को दूसरों के साथ शेयर करें ताकि दूसरे व्यक्तियों को आपके एक्सपीरियंस से लाभ मिल सके और जो लोग इस डिसऑर्डर को गंभीरता से नहीं लेते वे इसके बारे में जान और समझ सकें।
हमारे द्वारा दी गई जानकारी को ध्यान से पढें और समझे क्योंकि कई बार हम अपनी परेशानियों को नजरंदाज कर देते हैं या उन्हें छुपाने की कोशिश करते हैं। पर आपको यह समझना होगा कि जो भी परेशानी आपको दिमागी या शारीरिक रूप से परेशान कर रही हो उससे दूर ना भागे बल्कि उसका सामना करें।
इस आर्टिकल में हमने दिमाग पर ओसीडी का प्रभाव संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल और इसमें दी गई जानकारियां उपयोगी लगी होंगी। ओसीडी का प्रभाव या इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। अगर आपको इस बीमारी से जुड़े किसी अन्य सवाल का जवाब जानना है, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों का जवाब मेडिकल एक्सपर्ट द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे। अपना ध्यान रखिए और स्वस्थ रहिए।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सक