ऑफिस में प्रेजेंटेशन देना हो या फर्स्ट डेट पर जाना हो, ऐसी स्थिति में थोड़ी-सी घबराहट होना एक आम बात है। आमतौर पर इस तरह की सामाजिक परिस्थितियों में सभी लोग नर्वस हो जाते हैं। मगर यह घबराहट जब काफी लंबे समय तक बनी रहे और जीवन को बुरी तरीके से प्रभावित करने लगे तो यह ‘सोशल फोबिया’ का एक लक्षण माना जाता है। ज्यादातर सोशल फोबिया की शुरुवात किशोरावस्था में देखने को मिलती है, हालांकि यह समस्या कभी-कभी छोटे बच्चों या वयस्कों में भी देखी जा सकती है।