अगर आप ये सोचते हैं कि मीठा खाने से आपके दांत खराब हो सकते हैं, तो अपनी सोच को बदल लीजिए। चीनी एकमात्र ऐसा खाद्य पदार्थ नहीं है जो आपकी मुस्कान को नुकसान पहुंचा सकती है। खाद्य और पेय पदार्थ जिनमें हाई एसिड होता ये आपके मुंह का स्वास्थ्य और दांतों को प्रभावित कर सकते हैं। एसिडिक खानपान आपके दातों की रक्षा करने वाले तत्वों को नष्ट कर देते हैं। जो दांतों के क्षरण का कारण बनता है। हाई एसिडिक खाद्य पदार्थ बैक्टीरिया के लिए दरवाजा खोलते हैं जो संक्रमण का कारण बन सकते हैं। एसिडिक फूड्स से मुंह का स्वास्थ्य कैसे बिगड़ सकता है? आज हम इस लेख में इस बारे में बताएंगे।
मुंह का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है, बताते हैं ये लक्षण
नीचे बताए गए लक्षणों पर ध्यान दें, अगर आपको ये लक्षण दिखाई देते हैं तो ओरल हेल्थ पर ध्यान देना अति आवश्यक है। जैसे-
- गर्म, ठंडे या मीठे पेय पदार्थों का सेवन करते समय दर्द या दांतों में सेंसटिविटी महसूस होना
- दांतों का पीलापन
- दातों में संक्रमण
- दांतों में फोड़ा या घाव
- दांतों के गिरने का अनुभव
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मुंह का स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए दूर रहें इनसे
- खट्टे या खट्टे-स्वाद वाले, कार्बोनेटेड खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करना आपके ओरल हेल्थ के लिए अच्छा है। ये आपके दातों को प्रभावित कर सकते हैं। पौष्टिक, अम्लीय खाद्य पदार्थ जैसे टमाटर और खट्टे फल दांत पर कुछ अम्लीय प्रभाव डाल सकते हैं, इसलिए उन्हें भोजन के हिस्से के रूप में खाएं ना कि चलते फिरते चबाते रहे।
- किशमिश सहित सूखे फल भी समस्या पैदा कर सकते हैं। ऐसे सूखे मेवे चिपचिपे होते हैं और दांतो में कैविटी पैदा करते हैं, जिससे मुंह का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। कैविटी के बैक्टीरिया से पैदा हुए एसिड दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं।
- ओरल हेल्थ की समस्याओं के सबसे बड़े कारक है, सोडा और स्पोर्ट ड्रिंक्स। कार्बोनेशन की वजह से ये ड्रिंक्स एसिडिक होने की अधिक संभावना रखते हैं। फिज में रखीं ड्रिंक्स एसिड स्तर को बढ़ाती हैं, चाहे उसका स्वाद कुछ भी हो।
- पेय पदार्थों में एसिड नींबू और नारंगी जैसे खट्टे स्वादों से भी आ सकता है। प्राकृतिक पेय जैसे संतरे का रस या ताजा निचोड़े हुए नींबू पानी में नियमित पानी की तुलना में एसिड अधिक होता है। इसलिए उन्हें दैनिक आदत के बजाय जरूरत के हिसाब से पिएं। इन्हें हमेशा मॉडरेशन में लें और बाद में पानी से कुल्ला करें। इससे मुंह का स्वास्थ्य प्रभावित नहीं होगा।
- खट्टी-मीठी कैंडी में कई तरह के एसिड होते हैं। ये एसिड्स आपके मुंह का स्वास्थ्य खराब करती हैं। इस वजह से दांतों में सड़न की संभावना बढ़ जाती है। यदि आपको मीठा खाने का मन भी करें तो कैंडी की बजाय चॉकलेट का एक छोटा टुकड़ा खाना बेहतर होगा।
- आपको लगता होगा कि बर्फ से दांतों को नुकसान नहीं होता होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। बर्फ का इस्तेमाल पेय पदार्थों को ठंडा करने के लिए करें, लेकिन इसे चबाना दांतों की समस्या को दावत देने जैसा है।
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मुंह का स्वास्थ्य ठीक करेंगे ये ओरल हेल्थ टिप्स
कुछ खास टिप्स का पालन करके मुंह का स्वास्थ्य सही रखा जा सकता है। जैसे-
- अम्लीय खाद्य पदार्थ खाने के एक घंटे बाद ब्रश करें। कोलड्रिंक्स सॉफ्ट ड्रिंक्स से बचें। यदि दिल नहीं मानता तो सॉफ्ट ड्रिंक जैसी किसी चीज को पीते समय, जरूरत से ज्यादा देर तक उसे मुंह में न रखें।
- अम्लीय भोजन या पेय पदार्थों के सेवन के बाद, कुल्ला करना, दूध पीना या इसके ठीक बाद चीज खाना चाहिए । डेयरी और अन्य कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ एसिड को बेअसर करने में मदद कर सकते हैं।
- लार एसिड को नियंत्रण में रखने में मदद करती है।
- सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक्स लेने के बाद तुरंत ब्रश न करें। कार्बोनेटेड पेय पदार्थ के तुरंत बाद ब्रश करने से दांतों में फ्रिक्शन आसानी से होता है। जिससे दांतों को और नुकसान पहुंच सकता है। 30 से 60 मिनट के बाद ही ब्रश करें।
- दांतों की साफ-सफाई पर ध्यान दें। नियमित रूप से जांच कराएं ताकि दांतों की बीमारियां पहले से पहले पकड़ में आ सके।
- मुंह का स्वास्थ्य बना रहे इसके लिए फ्लॉसिंग करना सही रहता है जो दांतों के बीच के हिस्से में पहुंचकर खाद्य पदार्थों के अवशेषों को बाहर निकालती है।
- नियमित रूप से ब्रश करें। इससे प्लाक (plaque) और बैक्टीरिया के निर्माण को रोकने में मदद मिलती है।
- दिन में दो बार ब्रश करें।
- दांतों की देखभाल के लिए सबसे जरूरी है के स्मोकिंग से दूर रहें और तंबाकू या गुटखा न चबाएं।
- पानी आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। हर खाने के बाद पानी पीना चाहिए, ऐसा करने से दांतों के बीच फंसे चिपचिपे और एसिडिक खाने-पीने के दौरान साफ किए जा सकते हैं।
- जीभ पर भी बैक्टीरिया जमते हैं। इसलिए, मुंह का स्वास्थ्य प्रभावित न हो इसके लिए ब्रश करने के बाद जीभ को भी साफ करना चाहिए।
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साल भर में दो बार डेंटिस्ट से मिलें
आपकी रोजमर्रा की कई आदतें आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। इसलिए, हर छह महीने में अपने दांतों की जांच करवाएं। डेंटिस्ट से मिलकर दांतों की सफाई और चेकअप जरूर करवाएं। डेंटिस्ट आपके दांतों से हानिकारक तत्वों की सफाई करने के साथ ही दांतों की अन्य समस्याओं जैसे दांत के दर्द और मसूढ़ों से खून बहना अदि के लिए इलाज के तरीके बता सकते हैं। इन सभी बातों पर अमल करके आप अपने मुंह का स्वास्थ्य बनाए रखने के साथ ही अंदरूनी सेहत को भी बेहतर बना सकते हैं।
अपने डेंटिस्ट से बात करें। आपका दंत चिकित्सक दांतों के पोषण संबंधी विकल्पों के बारे में आपको समझा सकता है। विभिन्न खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का चयन करना और किन चीजों से बचना है, ये सब आप डेंटिस्ट से समझ सकते हैं। अपने खानपान और उससे दातों पर पड़ने वाले प्रभाव को समझ कर, आप अपनी मुस्कान को जीवन भर बनाए रख सकते हैं।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। इस आर्टिकल में मुंह का स्वास्थ्य बेहतर बना रहे इससे जुड़ी जानकारी देने की कोशिश की गई है। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो आप अपना सवाल कमेंट सेक्शन में लिख सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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