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सेक्स के साथ इमोशंस भी हैं जरूरी, तो भावनात्मक सेक्स के लिए फॉलो करें ये टिप्स

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Shikha Patel द्वारा लिखित · अपडेटेड 30/06/2020

    सेक्स के साथ इमोशंस भी हैं जरूरी, तो भावनात्मक सेक्स के लिए फॉलो करें ये टिप्स

    क्या आपको सेक्शुअल अट्रैक्शन से पहले इमोशनल अटैचमेंट महसूस करने की जरूरत है? अगर हां, तो आप निश्चित रूप से अकेले नहीं हैं। आपके जैसे तमाम ऐसे लोग हैं जिन्हें सेक्स जैसी एक्टिविटी में इन्वॉल्व होने से पहले विपरीत सेक्स के व्यक्ति से भावनात्मक जुड़ाव मह्सूस करने की जरूरत होती है। ऐसे लोग जब एक-दूसरे से इमोशनली बॉन्ड हो जाते हैं, तब ही फिजिकल उत्तेजना महसूस करते हैं। इस तरह के कपल्स के बीच हुआ सेक्स इमोशनल सेक्स या भावनात्मक सेक्स कहलाता है। अगर आप भी अपने पार्टनर के साथ भावनात्मक सेक्स के बॉन्ड को बढ़ाना चाहते हैं, तो “हैलो स्वास्थ्य’ के इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें-

    सबके लिए सेक्स का मतलब अलग

    किसी के लिए सेक्स, रोमांटिक लव और इंटिमेसी का एक एक्सप्रेशन हो सकता है या एक इमोशनल फीलिंग। तो किसी के लिए यह एक स्ट्रेस रिलीवर की तरह काम करता है। तो किसी के लिए बस यह एक गुड टाइम का टैग मात्र होता है। सेक्स का मतलब अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग तरह की फीलिंग्स हैं। यहां तक कि सेक्शुअल इंटरकोर्स के बाद आपको एक दिन से दूसरे दिन भी अलग इमोशंस लग सकते हैं। और क्या आपको पता है? यह पूरी तरह से सामान्य है। लेकिन, अगर आपको पार्टनर से इमोशनल सेक्स (emotional sex) चाहिए तो नीचे बताई गई ये टिप्स फॉलो करें-

    भावनात्मक सेक्स बढ़ाने के लिए टिप्स

    आप और आपके पार्टनर के बीच इमोशनल इंटिमेसी बढ़ सके। इसके लिए-

    भावनात्मक सेक्स के लिए कम्युनिकेशन हो सही

    संचार यानी कम्युनिकेशन किसी भी रिश्तें की नींव होती है। खासकर, जब बात कपल्स की आती है तो उनके बीच क्लियर कम्युनिकेशन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। यह महत्वपूर्ण है कि पार्टनर के साथ संवाद करने के लिए न केवल उनके शब्दों को सुनें, बल्कि उनके इशारों को भी समझें। नॉन-वर्बल कम्युनिकेशन भावनाओं को एक नयी दिशा देता है। हावभाव (gestures), शारीरिक मुद्रा (body posture) और चेहरे के भावों (facial expressions) से न केवल बोली गई बात क्लियर होती है, बल्कि सीधे इमोशंस भी व्यक्त किए जा सकते हैं। स्पष्ट संचार कपल्स के बीच गलतफहमी को दूर करके रिश्ते में इमोशनल इंटिमेसी को बढ़ाता है। नतीजन, आपको सेक्शुअल सैटिस्फैक्शन भी मिलता है।

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    आभार और प्रशंसा व्यक्त करें

    अब आप एक रिलेशनशिप में होते हैं, तब पार्टनर को सिर्फ अच्छी चीजें देने पर ही ध्यान न दें। बल्कि, छोटी-छोटी चीजों पर भी ध्यान दें। जैसे जब पार्टनर सुबह आपको कॉफी या ब्रेकफास्ट लाकर दें तो उनकी सराहना करें। इमोशनल इंटिमेसी के लिए, एक रिलेशनशिप में आभार और प्रशंसा की अभिव्यक्ति आवश्यक होती है। बड़ी चीजों के लिए “धन्यवाद’ कहना आसान है। लेकिन, कभी-कभी छोटी चीजें रिश्ते के लिए ज्यादा जरूरी होती हैं।

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    कभी उनकी नजर से भी देखें

    यह सबसे कठिन चीजों में से एक है – खासकर जब आप किसी रिश्ते में हों। लेकिन, यह उतना ही जरूरी भी है। अक्सर रिलेशनशिप में एक को लगता है कि वह सही है और दूसरे को लगता है नहीं मैं सही हूँ। सही होने के लिए अपने साथी की मानसिकता को समझना अधिक महत्वपूर्ण है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि आपका साथी हमेशा सही है। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि आप दोनों तरफ से चीजों को देखने के लिए तैयार रहें, और इस एक स्टेप से आप कपल्स के बीच एक अच्छी अंडरस्टैंडिंग डेवलप हो सकती है। जो इमोशनल इंटिमेसी (emotional intimacy) के लिए जरूरी है।

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    भावनात्मक सेक्स के लिए भरोसा और देखभाल करना भी जरूरी

    इंटिमेट रिलेशनशिप के लिए दो सबसे जरूरी चीजें विश्वास और देखभाल हैं। जब विश्वास मौजूद होता है, तो साथी सुरक्षित महसूस करते हैं। इससे उन्हें विश्वास होता है कि जब वे अपनी इंटिमेट फीलिंग्स आपको बताएंगे तो पार्टनर उन्हें समझेगा। रिसर्च से पता चलता है कि भरोसा धीरे-धीरे बनता है क्योंकि लोग देखते हैं कि दूसरे व्यक्ति ने रिश्ते में ईमानदारी बरती है या नहीं। वहीं, केयर करना एक इमोशनल बॉन्ड (emotional bond) है जो इंटिमेसी को डेवलप करने में मददगार साबित होता है। जब लोग एक-दूसरे की परवाह करते हैं, तो वे एक-दूसरे की जरूरतों और इंटरेस्ट को पूरा करने की कोशिश करते हैं। इस तरह से पार्टनर्स के बीच सेक्शुअल इंटरकोर्स के दौरान इमोशनल इंटिमेसी पीक पर होती है।

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    भावनात्मक सेक्स बढ़ाने के लिए ईमानदारी है जरूरी

    ईमानदारी भी अंतरंगता की एक विशेषता है। जब पार्टनर्स एक-दूसरे के साथ यौन संबंध रखते हैं, तो उन्हें इस बारे में भी सोचना चाहिए कि वे अपने सेक्शुअल पार्टनर से सही जानकारी शेयर करें। फिर चाहे बात आपकी पास्ट की हो या आपकी किसी भी हेल्थ प्रॉब्लम की। अपने पार्टनर को सम्मानजनक तरीके से महत्वपूर्ण जानकारी देने का प्रयास करें।

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    एक साथ ऐसी चीजें करें जो महत्वपूर्ण और मीनिंगफुल हों

    आपके साथी ने पहले कभी कुछ करने के लिए कहा था, तो उसे करने की कोशिश करें। यह एक एक्टिविटी भी हो सकती है जो आपके साथी के लिए मायने रखती है। या कुछ ऐसा कहा था जिसको करने से पार्टनर का स्ट्रेस कम हो सकता है। वास्तव में, ऐसी चीजों को एक साथ करना भी जरूरी है, ताकि आप दोनों के बीच एक अच्छा भावनात्मक रिश्ता डेवलप हो सके। इससे पार्टनर को लगता है कि आप उन्हें समझते हैं और उनकी बातों का ध्यान देते हैं।

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    भावनात्मक सेक्स के लिए पुरुष क्या करें?

  • पार्टनर की जरूरतों का हमेशा ध्यान रखें।
  • पत्नी को सेक्शुअल इंटरकोर्स के दौरान असहजता हो रही है, तो उस पर ध्यान दें।
  • पत्नी को शारीरिक संबंध बनाने के दौरान में क्या और क्या नहीं, यह जानने की कोशिश करें।
  • सेक्शुअल एक्टिविटी को एकतरफा कभी न बनाएं।
  • पत्नी जब इमोशनली तैयार हो, तभी यौन संबंध बनाएं।
  • सेक्स को कभी भी रूटीन का काम न बनाएं।
  • सेक्शुअल इंटरकोर्स से पहले फोरप्ले जरूर अहमियत दें।
  • पत्नी के फिजिकल ऍपेरेन्स का मजाक न उड़ाएं।
  • भावनात्मक सेक्स के लिए महिलाएं क्या करें?

    सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, बल्कि पुरुषों को भी इमोशनल इंटिमेसी पसंद होती है। इसके लिए महिला को इन बातों पर ध्यान देना चाहिए-

    • अगर पार्टनर में समय से पहले इजेकुलेशन हो जाता है, तो उन्हें सपोर्ट करें।
    • सेक्स के दौरान पति की पसंद-नापसंद का ध्यान रखें। इसके बारे में सेक्शुअल इंटरकोर्स से पहले बात करें
    • यदि पति लंबे समय तक सेक्स न कर सके तो इसको लेकर मजाक न बनाएं।

    सेक्शुअल एक्टिविटी हमेशा फन नहीं होती है कभी-कभी यह रिग्रेट, एंगर, इमोशनल डिस्कम्फर्ट, गिल्ट और डिप्रेशन जैसे इमोशंस से भी भरा हो सकता है। इसलिए, पार्टनर कभी-भी सेक्स को लेकर नेगेटिव न हो। इसके लिए पार्टनर्स के बीच इमोशनल इंटिमेसी का होना जरूरी होता है। एक-दूसरे से सेक्शुअली अट्रैक्ट होने से कहीं ज्यादा जरूरी है इमोशनल अटैचमेंट। इस पर ध्यान दें।

    डिस्क्लेमर

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