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रिश्तों पर प्रभाव
कई लोग अक्सर बिना सेक्स किए ही रोमांटिक रिलेशनशिप को पूरा करते हैं। दूसरों के लिए, नियमित सेक्स उनके रिलेशनशिप में सुधार करता है। 2015 के एक अध्ययन के अनुसार सेक्शुअल फ्रीक्वेंसी (sexual frequency) केवल वेल बीइंग होने का एक संकेत है। सप्ताह में एक बार सेक्स करने से कपल्स ने पाया कि उनके रिश्ते में सैटिस्फैक्शन का हाई लेवल था। वहीं, हर सप्ताह एक से अधिक बार सेक्स करने से उनके सैटिस्फैक्शन लेवल में कोई अंतर नहीं दिखा।
कुछ लोगों के लिए, सेक्स रिलेशनशिप में क्लोजनेस और कम्युनिकेशन को बढ़ावा दे सकता है। वहीं, कुछ लोग यौन संबंध न बना पाने की वजह से रिश्ते में इन्सेक्योर फील करते, उन्हें यह भी लगता है कि उनका पार्टनर उनके प्रति आकर्षित नहीं है।
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लंबे समय तक सेक्स न करने के बावजूद पाए इसके लाभ
अगर आप एसेक्सुअल हैं या आपने ब्रह्मचर्य को चुना है तो आपको सेक्स के लाभ न पाने को लेकर दुखी होने की जरुरत नहीं है। सेक्शुअल एक्टिविटी में आप पार्टिसिपेट करें या न करें, लेकिन आप इसके बेनेफिट्स जरूर पा सकते हैं। जैसे-
- एंडोर्फिन (endorphin) बूस्ट करने के लिए वर्कआउट करें।
- ऐसे लोगों के साथ समय बिताएं जो आपकी पसंद को समझते हैं और रिस्पेक्ट करते हैं।
- महिलाएं पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत करने के लिए कीगल एक्सरसाइज (kegel exercise) करें।
- खुद को नेचर के साथ ज्यादा से ज्यादा जोड़ें।
- अपने नए इंटरेस्ट को ढूंढें।
- किसी एक के साथ एक स्ट्रॉन्ग इमोशनल बॉन्ड बनाएं (वह आपका दोस्त या परिवार का भी कोई सदस्य हो सकता है)।
सेक्स करने की कोई सही मात्रा निर्धारित नहीं है। वैसे ही सेक्स फ्रीक्वेंसी भी हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है। इसलिए, लंबे समय तक सेक्स नहीं करने से कोई नकारात्मक दुष्प्रभाव नहीं हो सकते हैं। लंबे समय तक सेक्स या कभी भी सेक्स न करने से किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं होगा। सेक्शुअल एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करना या न करना आपकी च्वॉइस है। इसके साथ ही जो लोग अपनी सेक्शुअल डिजायर के बारे में चिंता महसूस करते हैं, वे डॉक्टर या सेक्स थेरेपिस्ट से इस बारे में बात कर सकते हैं।