बात की जाए महिलाओं की तो लगातार यौन गतिविधि में लगे रहने से (अकेले या पार्टनर के साथ) पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूती मिल सकती है। इसलिए, अगर आप लंबे समय तक सेक्स से दूर रहे हैं, तो हो सकता है आपके ये लाभ न मिल सकें।
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लंबे समय तक सेक्स न करने शारीरिक प्रभाव
जब लोग लंबे समय तक ब्रह्मचर्य (celibacy) या संयम के रूप में सेक्स नहीं करते हैं। या जब कोई महीनों या वर्षों तक सेक्स नहीं करता है, तो उन पर किसी भी तरह का नकारात्मक शारीरिक प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि, शोध से पता चलता है कि नियमित रूप से सेक्स करने के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, जिसमें इम्यून सिस्टम में सुधार, ब्लड प्रेशर में कमी, स्ट्रेस का लेवल कम होना और हृदय संबंधी समस्याओं का कम जोखिम शामिल है।
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मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
ऐसा माना जाता है कि नियमित रूप से सेक्स करना व्यक्ति की मेंटल हेल्थ के लिए अच्छा होता है। जबकि कुछ लोगों के लिए यह सच है, यह हर किसी के लिए नहीं है। जो लोग यौन इच्छा महसूस नहीं करते हैं, लेकिन ऐसे लोगों को सेक्शुअल एक्टिविटी में भाग लेना पड़ता है तो उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
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रिश्तों पर प्रभाव
कई लोग अक्सर बिना सेक्स किए ही रोमांटिक रिलेशनशिप को पूरा करते हैं। दूसरों के लिए, नियमित सेक्स उनके रिलेशनशिप में सुधार करता है। 2015 के एक अध्ययन के अनुसार सेक्शुअल फ्रीक्वेंसी (sexual frequency) केवल वेल बीइंग होने का एक संकेत है। सप्ताह में एक बार सेक्स करने से कपल्स ने पाया कि उनके रिश्ते में सैटिस्फैक्शन का हाई लेवल था। वहीं, हर सप्ताह एक से अधिक बार सेक्स करने से उनके सैटिस्फैक्शन लेवल में कोई अंतर नहीं दिखा।
कुछ लोगों के लिए, सेक्स रिलेशनशिप में क्लोजनेस और कम्युनिकेशन को बढ़ावा दे सकता है। वहीं, कुछ लोग यौन संबंध न बना पाने की वजह से रिश्ते में इन्सेक्योर फील करते, उन्हें यह भी लगता है कि उनका पार्टनर उनके प्रति आकर्षित नहीं है।