जब किसी व्यक्ति को सेक्स करने की इच्छा न हो या सेक्स करने का मन न करे, तो ऐसे व्यक्ति को असेक्शुअल प्रॉब्ल्म कहते हैं इस स्थिति को असेक्शुआलिटी कहते हैं। दरअसल कुछ लोगों में सेक्स की रुचि नहीं होती है और वे न ही इस ओर आकर्षित होते हैं। सेक्स की ओर आकर्षण न होने के साथ-साथ वे निम्नलिखित चीजें महसूस कर सकते हैं। जैसे:
- रोमांटिक अट्रैक्शन (Romantic Attraction): किसी के साथ रोमांटिक रिश्ते की इच्छा करना।
- एस्थेटिक अट्रैक्शन ( Aesthetic Attraction): लुक्स को देखकर अट्रैक्शन होना।
- सेंशुअल या फिजिकल अट्रैक्शन (Physical Attraction): गले लगाने या सामने वाले व्यक्ति को स्पर्श करने की इच्छा होना।
- प्लेटॉनिक अट्रैक्शन (Platonic Attraction): किसी से दोस्ती करना या किसी का दोस्त बनना।
- इमोशनल अट्रैक्शन( Emotional Attraction): एसेक्शुएलिटी से पीड़ित व्यक्ति इमोशनल अट्रैक्शन चाहते हैं।
असेक्शुआलिटी का सामना करने वाले व्यक्ति सेक्स में रुचि न रखते हुए भी ऊपर बताए गए पॉइंट्स अवश्य महसूस कर सकते हैं।
पूरे विश्व में प्रत्येक वर्ष 22 से 28 अक्तूबर तक असेक्शुआलिटी अवेयरनेस वीक मनाया जाता है, जिससे असेक्शुआलिटी के बारे में लोग समझें। लोगों को यह भी समझना जरूरी है कि असेक्शुएलिटी कोई बीमारी नहीं है और न ही कोई डिसऑडर है। यह सामान्य है और ऐसा किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकता है फिर वह चाहे महिला हो या पुरुष।
असेक्शुआलिटी से जुड़े एक्सपर्ट्स मानते हैं कि जिस तरह से कुछ लोग समान सेक्स की ओर आकर्षित होते जिन्हें होमोसेक्शुअल कहते हैं। ठीक इसी तरह से कुछ अपोजिट सेक्स की ओर आकर्षित होते हैं उन्हें हेट्रोसेक्शुअल कहते हैं। ऐसे व्यक्ति जो महिला या पुरुष दोनों में से किसी भी सेक्स की ओर फिजिकली अट्रैक्ट न हों उन्हें असेक्शुआलिटी के अंतर्गत रखा जाता है।
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क्या असेक्शुआलिटी का अर्थ शारीरिक कमजोरी (Asexuality means physical weakness) है?
असेक्शुआलिटी की समस्या (Asexuality Problem) क्यों होती है?
असेक्शुआलिटी फेस कर रहे व्यक्ति की कैसे मदद करें?
- असेक्शुएल व्यक्ति के साथ गलत शब्दों का इस्तेमाल न करें और न ही इनके साथ मारपीट करें।
- ऐसे लोगों का मनोबल न तोड़ें बल्कि उनमें आत्मविश्वास बढ़ाएं।
- ऐसे लोगों का मजाक न उड़ाएं और न ही किसी अन्य लोगों को ऐसा करने दें।
- उनकी स्थिति को समझें और व्यक्ति में हीन भावना घर न करने दें।
- अगर असेक्शुएलिटी की वजह से व्यक्ति डिप्रेशन या बाय-पोलर डिसऑर्डर जैसी समस्याओं से झूझ रहा है, तो उनका पूरा-पूरा साथ दें।
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असेक्शुआलिटी से जुड़े सवाल और उसके जवाब (QNA Related to Asexuality)
सवाल: मेरा एक दोस्त है हर वक्त सेक्स से जुड़ी बातें करता है, लेकिन मेरा इस ओर कोई ध्यान नहीं होता और मैं इस बारे में बात करना नहीं चाहता हूं। ऐसी स्थिति में अलग-अलग शब्दों जैसे असेक्शुएलिटी से मेरी तुलना कर देते हैं। क्या मेरे इस स्वभाव से असेक्शुआलिटी की जानकारी मिलती है?
उत्तर: नहीं, यह असेक्शुएलिटी नहीं दर्शाता है। आप हर जगह या हर वक्त सेक्शुअलिटी के बारे में नहीं सोच सकते हैं। हो सकता है आप किसी और व्यक्ति से आकर्षित हों और किसी और व्यक्ति के बारे कल्पना नहीं कर सकते हैं।
सवाल: मैं मेल और फीमेल दोनों ही लोगों के ओर आकर्षित होता हूं, लेकिन मैं फिजिकली आकर्षित नहीं होता हूं। क्या बायसेक्शुअल या असेक्शुएल हूं।
उत्तर: अगर कोई भी व्यक्ति ऐसा महसूस करता है, तो उसकी दो स्थिति होती हैं। अगर आप लड़के या लड़की दोनों की ओर आकर्षित होते हैं, तो यह बायसेक्शुअलिटी हो सकता है। वहीं अगर आप किसी से शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहते हैं लेकिन, रोमेंटिकली अगर आप अट्रैक्ट होते हैं तो इस स्थिति को पैनरोमेंटिक कहते हैं। जो किसी भी सेक्स की ओर आकर्षित तो होते हैं लेकिन, फिजिकली अट्रैक्ट नहीं होते हैं।
सवाल: मैंने पहली बार अपने बॉयफ्रेंड को किस किया, लेकिन मैं इस ओर ज्यादा आकर्षित नहीं हुई। क्या यह असेक्शुएलिटी दर्शाता है?
उत्तर: ऐसा जरूरी नहीं की आप असेक्शुएलिटी की समस्या फेस कर रही हो, लेकिन अगर आप आगे भी अपने पार्टनर या किसी चाहने वाले की ओर फिजिकली अट्रैक्ट नहीं होती हैं तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
सवाल: अपने पार्टनर को कैसे बताएं अपनी असेक्शुएलिटी की समस्या?
उत्तर: असेक्शुआलिटी की जानकारी अपने पार्टनर को बताने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। कई बार फिजिकली अपने पार्टनर के साथ अट्रैक्ट नहीं हो पाते हैं, लेकिन इमोशनली अट्रैक्ट हो सकते हैं।
सवाल: क्या असेक्शुआलिटी के बारे में समझ पाना कठिन है, क्योंकि असेक्शुआलिटी के बारे में लोग सुनकर भरोसा नहीं करते हैं और ऐसा मानते हैं की असेक्शुएलिटी जैसे शब्दों की कोई जरूरत नहीं होती है?
उत्तर: अगर कोई वयक्ति अपनी असेक्शुआलिटी की बात किसी सामने वाले व्यक्ति से बेहिचक शेयर करता है, तो इसमें कोई बुराई नहीं और और वह असेक्शुएलिटी को छुपा नहीं रहा है। हालांकि, अगर कोई इसे मानने को तैयार नहीं है, तो सामने वाले व्यक्ति पर समझने का दवाब न डालें और आप खुश रहें।
सवाल: क्या असेक्शुअल लोगों को शादी की सलाह दी जा सकती है?
उत्तर: असेक्शुआलिटी की स्थिति किसी कारण से शुरू होती है। अब वो कोई सदमा हो या कोई अन्य परेशानी।असेक्शुआलिटी को लेकर लोगों को जागरूक होने की जरूरत है ना की इसके बारे में नकारात्मक बातें फैलाने की। इसलिए ऐसे व्यक्ति को उनके स्वभाव के अनुसार रहने देना चाहिए।
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आपको बता दें कि एक सर्वे के अनुसार पुरुषों की तुलना में महिलाओं में सेक्स की इच्छा कम होती है। ऐसे इसलिए होता है क्योंकि ज्यादातर महिलाओं का कहना है की घर में बच्चे होते हैं। वहीं कुछ महिलाएं मेनोपॉज की वजह से इस ओर अपना ध्यान नहीं देती हैं।
अगर आप असेक्शुआलिटी से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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