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सेक्स लाइफ बेहतर बनाने के लिए कैसे प्राप्त करें संभोग सुख

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Satish singh द्वारा लिखित · अपडेटेड 20/05/2021

    सेक्स लाइफ बेहतर बनाने के लिए कैसे प्राप्त करें संभोग सुख

    संभोग जीवन का अभिन्न हिस्सा है और शारीरिक जरूरत भी। यदि आपको पता चल जाए कि संभोग सुख प्राप्त करने के लिए क्या किया जाता है तो हर कोई इस राज को जानना चाहेगा। क्योंकि, इस रहस्य को सुलझाने के बाद अपने पार्टनर के साथ एक बेहतर सेक्स लाइफ का आनंद ले सकता है। क्योंकि, सेक्स कर न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहा जा सकता है। तो आइए इस आर्टिकल में हम संभोग सुख और उससे जुड़े विभिन्न पहलुओं को जानने की कोशिश करते हैं।

    जानें कितने प्रकार के होते हैं संभोग सुख

    नीचे संभोग सुख के बारे में चर्चा की गई है, लेकिन आपको बता दें कि संभोग सुख का एहसास और इसे प्राप्त करने का तरीका हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है। संभोग सुख को शारीरिक हिस्सों द्वारा विभाजित किया गया है, आइए इनके बारे में जानते हैं।

    • क्लिटोरिस : यह ऑर्गेज्म अक्सर शरीर की सतह पर महसूस किया जाता है। पार्टनर के क्लिटोरिस को छूने या हल्के स्पर्श मात्र से ही मस्तिष्क में कसावट महूसस होने लगती है।
    • कॉम्बो : जब वजायना और क्लिटोरिस को एक ही समय से टच या प्ले करने से आपकी पार्टनर काफी ज्यादा उत्तेजित हो जाती हैं। यह प्रक्रिया महिलाओं को कामोत्तेजना से इतनी ज्यादा भर देती हैं कि वह फीमेल इजेकुलेशन का अनुभव कर पाती हैं
    • वजायनल : यह ऑर्गैज्म शरीर के अंदर होता है, इसका एहसास तभी किया जा सकता है जब कोई व्यक्ति संभोग करता है। लिंग यदि योनि के अंदर तक जाता है और वजायना से स्पर्श करता है, तो उससे वजायनल वाल्स पल्स की तरह मूवमेंट होती है। इस अवस्था में काफी संतुष्टि हासिल होती है।
    • एरोजीनस जोंस (erogenous zones) : कई बार हमारे शरीर के कुछ हिस्से जैसे कान, निप्पल, गर्दन, कोहनी और घुटने पर स्पर्श मात्र और किस करने से ही हमें संभोग सुख हासिल होता है। वहीं कामोत्तेजना में इजाफा होता है। कई सेंसिटिव लोगों के लिए यदि लगातार इन अंगों के साथ खेला जाए तो उन्हें संभोग सुख हासिल हो सकता है।

    कैसे करें संभोग सुख की प्राप्ति

    • संभोग सुख के लिए संरचना भी है मददगार : प्रकृति ने वजायना की संरचना इस प्रकार से की है, कि इससे आसानी से संभोग सुख हासिल किया जा सकता है। पेनिस के अलावा महिला या उसका पार्टनर फिंगर्स और सेक्स टॉय का इस्तेमाल कर सकता है। ऐसा कर सेक्स ऑर्गेज्म हासिल किया जा सकता है। प्राइवेट पार्ट में ही जी स्पॉट होता है, यदि नियमित तौर पर स्ट्रांग प्रेशर के साथ उसे हिट किया जाए तो संभोग सुख की प्राप्ति होती है। जी स्पॉट से उत्तेजना के कारण फीमेल इजेकुलेशन होता है। इस कारण यूरेथ्रा से स्कीनी ग्लैंड (Skene’s glands ) का रिसाव होता है।
    • क्लिटोरिस : क्लिटोरिस एक छोटा अंग होता है, जहां कई सारे नर्व आकर समाप्त हो जाते हैं। यह एक प्रकार के हुड से कवर होता है और अंदर लीबिया तक जाता है। क्लिटोरिस को उत्तेजित करने का सबसे बेहतर तरीका यही है कि उंगलियों से उसे धीरे-धीरे रब किया जाए, हथेली से छुआ जाए। क्लिटोरिस उत्तेजित करने के बाद सेक्स करने से या सेक्स के दौरान क्लिटोरिस रब करने से संभोग सुख प्राप्त किया जा सकता है।
    • एनल ऑर्गैज्म : पुरुषों में प्रोस्टेट के कारण एनल ऑर्गेज्म काफी सामान्य है। एनल सेक्स की जब भी बात आती है तो लोगों को ल्युब्रीकेंट का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि एनस प्राकृतिक तौर पर ल्युब्रीकेंट का रिसाव नहीं करता है। यदि एनल सेक्स के दौरान ल्युब्रीकेंट का इस्तेमाल न किया जाए तो इंफेक्शन या चोट का खतरा हो सकता है। इसके अलावा, एनस के पास के हिस्से को स्पर्श करके या उसके साथ प्ले करके भी ऑर्गैज्म प्राप्त किया जा सकता है।
    • एरोजीनस जोन पर नजर (erogenous zones) : संभोग सुख के तहत यदि कॉम्बो ऑर्गैज्म हासिल करने की सोच रख रहे हैं तो एक ही समय पर क्लिटोरिस और वजायना को उत्तेजित करना होगा। अपने पार्टनर की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इसे करना चाहिए। फीमेल इजेकुलेशन हासिल करने का यह बेहद ही सामान्य उदाहरण है। क्योंकि इस दौरान क्लिटोरिस उत्तेजित होने के साथ जी स्पॉट और स्कीनी ग्लैंड इंगेज हो जाते हैं। संभोग सुख हासिल करने की प्रक्रिया में कई एक्सपेरिमेंट कर एरोजीनस जोन ऑर्गैज्म हासिल किया जा सकता है। आप चाहें तो गर्दन पर किस कर या फिर निप्पल को दांतों से रब करने के साथ कोहनी के नीचे उंगलियों से छूकर पार्टनर को उत्तेजित कर सकते हैं।

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    आप किसी भी प्रकार का संभोग सुख हासिल करने की सोच रहे हो तो जरूरी है कि कुछ बातों पर नियमित रूप से ध्यान दिया जाए। संभोग सुख हासिल करने के लिए पार्टनर के साथ बातचीत काफी जरूरी है। जरूरी है कि सेक्स को लेकर आप उनसे बातें शेयर करें, उन्हें क्या चाहिए? कैसे चाहिए? सबसे अधिक संतुष्टि कैसे मिलती है? इस पर चर्चा कर सेक्स के दौरान उसे प्रयोग में लाना चाहिए। संभोग सुख प्राप्त करने के लिए बेहतर यही होगा कि सेक्स करने से पहले इन बातों को पार्टनर के साथ शेयर करें। वहीं सेक्स के दौरान भी क्या करना है और क्या नहीं? इसको लेकर पार्टनर को गाइड करते रहें। सबसे अहम यह है कि ध्यान रखें कि आपका पार्टनर आपके दिमाग को नहीं पढ़ सकता है, इसलिए बेहतर यही है कि अपनी इच्छाओं को उससे शेयर करें और एक बेहतरीन आनंद प्राप्त करें।

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    सेक्स ऑर्गैज्म हासिल करने के लिए नए तरीकों को इजाद करें

    वहीं नियमित तौर पर सेक्स करते हुए आपको संभोग सुख हासिल नहीं हो रहा है तो ऐसे में बेहतर यही है कि आप दूसरे सेक्स पुजिशन ट्राय कीजिए। शरीर के दूसरे अंगों को छूने से उत्तेजना होती है तो उसे सेक्स के दौरान अपनाना चाहिए। ऐसा कर ऑर्गैज्म की मिस्ट्री को सुलझा सकते हैं।

    यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि, महिलाओं के लिए संभोग सुख हासिल करना कोई मुश्किल कार्य नहीं है, बल्कि नए तरीकों को आजमाने की जरूरत है। संभोग सुख के मार्ग को खोजने के लिए आप अपनी उंगलियों और सेक्स टॉय की मदद ले सकती हैं। एक बार आपको पता चल गया कि, क्या कब और कैसे करना है, तो उसके बाद आप अपने पार्टनर के साथ भी यह बातें शेयर करके एक बढ़िया अनुभव प्राप्त कर सकती हैं।

    संभोग सुख के दौरान क्या होता है जानें

    सही संभोग सुख के दौरान वजायना, यूट्रस और एनस, वहीं कई बार शरीर के अन्य हिस्सों जैसे पैर या एब्डॉमिन में तीन से 15 बार लगातार घर्षण होता है तो इस कारण भी महिलाएं इजैकुलेट करती हैं। इस अवस्था में महिलाओं के यूरेथ्रा से लिक्विड निकलता है। यह स्कीनी पेरी यूरेथ्रल ग्लैंड से सफेद पदार्थ के रूप में निकलता है। इससे घबराने की जरूरत नहीं होती है। ऐसा नहीं है कि सभी लोग एक समान ही सेक्स को महसूस करें। वहीं आप चाहें तो संभोग सुख हासिल करने के लिए नए-नए तरीकों को इजाद कर सकते हैं।

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    आर्गेज्म के स्टेजेस को जानें

    सेक्शुअल रिस्पांस साइकिल की बात करें तो उसे चार मुख्य स्टेज में बांटा गया है।

    • एक्साइटमेंट
    • प्लेटू (Plateau)
    • ऑर्गैज्म
    • रिजोल्यूशन

    संभोग सुख हासिल करने के लिए इन चार प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ता है, तभी चरम सुख को हासिल किया जा सकता है। यह कहना सही नहीं होगा कि ऑर्गैज्म के आने के बाद सेक्स समाप्त हो जाता है, क्योंकि सेक्स के दौरान एक बार या उससे ज्यादा बार ऑर्गैज्म प्राप्त किया जा सकता है। हालांकि, पुरुषों और महिलाओं के मामले में यह स्थिति अलग-अलग हो सकती है।

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    एंजॉयमेंट के लिए करें सेक्स, संभोग सुख है अगला स्टेज

    सभी लोगों का शरीर एक समान नहीं होता है। वहीं लोगों में संभोग सुख भी अलग-अलग हो सकते हैं। ऐसे में संभोग सुख को हासिल करने के लिए आप सेक्स करने के नए-नए तरीकों को इजाद करें, पार्टनर से ज्यादा से ज्यादा बात करें ताकि संभोग सुख को हासिल कर सकें। सेक्स के दौरान और संभोग सुख हासिल करने के लिए अपने शरीर को आनंद की प्रक्रिया में छोड़ दें, ऐसा कर आप काफी संतुष्टि हासिल कर सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

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