जैसे आपके मन में इस सवाल ने घर किया था, ऐसे और भी सवाल और धारणाएं हमारे मन में होती है। इसलिए अब हम आपको गर्भधारण से जुड़े कुछ मिथ्स और फैक्ट्स बताने जा रहे हैं। जो आपकी मदद कर सकते हैं।
गर्भधारण से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स (Pregnancy myths and facts) जानना है बेहद जरूरी
मिथ: पीरियड्स टाइम पर आएं, तो कोई दिक्कत नहीं हो सकती।
फैक्ट: पीरियड्स का सायकल 28 दिन का हो सकता है। लेकिन यदि आपके पीरियड्स डेट तो डेट आ रहे हैं, तो इसका मतलब ये नहीं है कि आप आसानी से कंसीव कर लेंगी। दरअसल कंसीव करने के पीछे कई और फ़ैक्टर्स काम करते हैं, जिसमें हॉर्मोनल लेवल (Hormonal Level) से लेकर आपके पीरियड्स में होनेवाली ब्लीडिंग के तरीके को भी देखा जाता है।
मिथ: विटामिन डी की कमी का असर फ़र्टिलिटी पर पड़ता है।
फैक्ट: हम में से कई लोग विटामिन डी (vitamin D) की कमी से जूझ रहे होते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि वे कंसीव नहीं कर पाते। यदि आपको विटामिन डी की डेफ़िशियंसी है, तो आपको जरूर अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए, लेकिन इसका असर आपकी प्रजनन क्षमता पर नहीं पड़ता।
मिथ: कंसीव करने के लिए रोज सेक्स करना जरूरी है।
फैक्ट: ये धारणा हम में से कई लोगों के बीच बनी रहती है। लेकिन डॉक्टर के अनुसार कंसीव करने के लिए आपको ऑल्टरनेट डे या सप्ताह में 3 बार सेक्स करना चाहिए। कंसीव करने के लिए कंसिसटेंसी की जरूरत होती है और आप इस पैटर्न को फ़ौलो कर सकते हैं। जरूरी ये है कि आप सेक्स को काम की तरह नहीं, बल्कि एंजॉय करके करें।
अब तक हमने जाना प्रेग्नेंट होने की तैयारी और प्रक्रिया के दौरान किन बातों का ख्याल रखा जाना चाहिए। लेकिन अब कुछ और जरूरी बातों के बारे में जानेंगे, जो इस प्रक्रिया के दौरान आपकी मदद कर सकती हैं।
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प्रेग्नेंट होने के लिए टिप्स क्या हैं? (Tips for getting pregnant)
प्रेग्नेंट होने के लिए सेक्स पोजिशन (Baby planning sex position) के बारे में तो आपने जाना, लेकिन गर्भधारण के लिए इतना ही काफ़ी नहीं है। आपको जरूरत है अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाने की। क्योंकि जब आपका लाइफस्टाइल बेहतर बनेगा, तो आपके गर्भधारण की सम्भावना अपने आप बढ़ जाएगी। चलिए जानते हैं आपको गर्भधारण की प्रक्रिया के दौरान किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
ऑर्गैजम (Orgasm) तक पहुंचना जरूरी
जैसा कि पहले ही बताया गया कि प्रेग्नेंट होने के लिए सेक्स पोजिशन ही नहीं जरूरी है। इसके साथ ही सेक्स की फीलिंग का पूरा होना जरूरी है। प्रेग्नेंट होने के लिए इंटरकोर्स के दौरान ऑर्गैजम होना बहुत जरूरी है। अध्ययनों की मानें तो ऑर्गेजम (Orgasm) के दौरान महिलाओं की वजायना और यूट्रस की मसल्स में कॉन्ट्रैक्शन होते हैं जिससे स्पर्म सर्विक्स की तरफ आराम से पुश होता है।
स्मोकिंग ना करें (Quit Smoking)
स्मोकिंग करने से आपके शरीर को ही नुक्सान नहीं पहुंचता, बल्कि बांझपन और गर्भपात की संभावना भी बढ़ सकती है। वहीं, पुरुषों में स्पर्म की मोबिलिटी पर भी इसका बुरा असर देखा जा सकता है। इसलिए अगर आप कंसीव करना चाहती हैं, तो आपको और आपके पार्टनर को स्मोकिंग से दूरी बनानी चाहिए।
वजन (Weight) को कंट्रोल करें
अगर महिला के शरीर का वजन बहुत ज्यादा या बहुत कम है, तो इसका सीधा असर प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। ऐसी स्थिति में बेबी कंसील करने में प्रॉब्लम होती है। वजन न सिर्फ़ आपके लिए नयी बीमारियों की सौग़ात लेकर आता है, बल्कि ये आपके गर्भधारण में भी रुकावटें पैदा करता है।
कैफीन (caffeine) का प्रयोग ना करें
आज कल के लाइफस्टाइल में लोग बड़ी मात्रा में कैफीन का सेवन करते हैं। एक दिन में पांच कप से ज्यादा कॉफी या चाय पीना गर्भधारण करने में मुश्किल पैदा कर सकता है। क्योंकि कैफीन प्रजनन क्षमता को कम कर सकता है। इसलिए आपको सीमित मात्रा में कैफीन लेने की हिदायत दी जाती है।
एल्कोहॉल (Alcohol) को कहें ना
आज कल ड्रिंक्स के दौर कहां नहीं चलते, जिसके कारण अक्सर हम एल्कोहॉल का सेवन कर लेते हैं। लेकिन यदि ये आड़ात में शुमार हो जाए, तो आपको इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। खास तौर पर तब जब आप गर्भधारण की प्रक्रिया से गुज़र रहे हों। एल्कोहॉल आपकी प्रजनन क्षमता पर सीधा असर डालता है। इसलिए एल्कोहॉल से आपको दूरी बरतनी चाहिए।
एक्सरसाइज (Exercise) का थामें हाथ
रोजाना एक्सरसाइज करना वैसे भी आपकी सेहत को बेहतर बना सकता है। लेकिन जब गर्भधारण की कोशिश कर रहे हों, तो आपको एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। एक्सरसाइज करने से आपके शरीर का ब्लड फलो बेहतर होता है और प्रजनन क्षमता बढ़ती है। इसलिए एक्सरसाइज करने की सलाह डॉक्टर हमेशा देते हैं।
आपने जाना कि प्रेग्नेंट होने के लिए सेक्स से साथ ही कई सारी चीजें मायने रखती है। इसके लिए आप अगर जल्द प्रेग्नेंट होना चाहती हैं, तो अपना फर्टिलिटी विंडो, सेक्स का समय, सेक्स पोजिशन (Baby planning sex position) और लाइफस्टाइल का ध्यान रखें। इसके अलावा अगर गर्भधारण में अगर फिर भी प्रॉब्लम हो रही है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।