ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर), योनि से निकलने वाले सामान्य डिस्चार्ज का मेडिकल नाम है। यह डिस्चार्ज आमतौर पर गाढ़ा और चिपचिपा होता है। इसके साथ ही यह सफेद और पीले रंग का हो सकता है। लेकिन, इससे योनि में खुजली, दर्द, जलन या अन्य परेशानियां होती हैं। ल्यूकोरिया और एसटीआई (STIs) या यीस्ट डिस्चार्ज के कारण होने वाले वजाइनल डिस्चार्ज के बीच में अंतर करना मुश्किल हो सकता है। अधिकतर महिलाएं अपने जीवन में कभी न कभी इस रोग से पीड़ित अवश्य होती हैं। अगर आप सेक्सुअली एक्टिव हैं और आपकी योनि से ऐसा डिस्चार्ज होता है, जो आपके लिए नया या कुछ अलग है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अगर इस रोग का इलाज सही समय पर न कराया जाए तो ऐसा करना स्वास्थ्य को और भी नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि, कुछ घरेलू उपाय भी हैं जिन्हें अपना कर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। जानिए क्या हैं यह ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) के घरेलू उपाय।
ल्यूकोरिया के लक्षण
ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) के घरेलू उपाय जानने पहले इसके बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए, जैसे इसके लक्षण और कारण आदि। महिलाओं में वजाइनल डिस्चार्ज होना बहुत ही सामान्य है, लेकिन सभी डिस्चार्ज सामान्य नहीं होते। हर महिला में डिस्चार्ज की मात्रा अलग होती है। कई महिलाओं में यह डिस्चार्ज अधिक मात्रा में होता है तो कुछ में कम। कुछ महिलाओं को हर दिन डिस्चार्ज होता है। ल्यूकोरिया हालांकि सामान्य है, लेकिन इसका महिलाओं के रोजाना के जीवन पर इसका बुरा असर पड़ सकता है। ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) के लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:
- सफेद,पीले, गहरे रंग का डिस्चार्ज या खून जैसा डिस्चार्ज
- गंदी बदबू
- गाढ़े, पानी के जैसे या चिपचिपे रंग का डिस्चार्ज
- शारीरिक संबंध बनाते हुए या बाद में दर्द होना
- डिस्चार्ज से अंडरगारमेंट्स से धब्बे लगना
- पीठ के निचले हिस्से और पेट में दर्द
- टांगों में दर्द खासतौर पर जांघों में
- लगातार पेशाब आना (खासतौर पर मूत्र त्याग के समय जलन होना या कम मात्रा मे पेशाब आना)
- कमजोरी या थकावट
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- ध्यान लगाने में समस्या
- पेट में समस्या जैसे डायरिया या कब्ज या गैस
- लगातार सिरदर्द
- आंखों के नीचे डार्क सर्किल
- योनि या उसके आसपास खारिश होना
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ल्यूकोरिया के कारण
ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) के घरेलू उपाय से पहले आपको इसके कारण भी जानने चाहिए। गर्भाशय ग्रीवा( cervix) और योनि की दीवारे सामान्य रूप से साफ़ म्यूकस बनाती हैं, जो श्वेत प्रदर है। प्रसव के उम्र की महिलाओं में यह समस्या बहुत आम है। इसके कुछ कारण इस प्रकार हैं:
- ओवुलेशन
- गर्भावस्था
- सेक्सुअल उत्तेजना
- इन्फेक्शन : विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन योनि में खारिश और असामान्य डिस्चार्ज के कारण हो सकते हैं। असामान्य डिस्चार्ज का अर्थ है इससे पेट में दर्द और दुर्गन्ध इसमें खुजली और परेशानी भी हो सकती है। इन इंफेक्शन के कारण इस प्रकार हैं :
1)सेक्सुअल कांटेक्ट के दौरान इंफेक्शन का फैलना।
2) क्लैमाइडिया (chlamydia) ,सूजाक (gonorrhea) और ट्राइकोमोनिएसिस(trichomoniasis) इंफेक्शन।
3) वजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन जो फंगस के कारण होता है।
- योनि में जो सामान्य बैक्टीरिया रहते हैं , वो भी सफेद डिस्चार्ज या बदबू का कारण बन सकते हैं। इन्हें बैक्टीरियल वेजिनोसिस (BV) कहा जाता है। BV यौन संपर्क के माध्यम से नहीं फैलता है।
- वजाइनल डिस्चार्ज और खुजली के अन्य कारण इस प्रकार हैं :
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1) रजोनिवृत्ति या एस्ट्रोजन लेवल का कम होना, जिससे योनि में सूखापन या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
2) डिटर्जेंट, फैब्रिक सॉफ्टनर, दवाईओं, क्रीम, कॉन्ट्रसेप्टिव फॉर्म, जेली या क्रीम में मौजूद केमिकल से योनि में समस्याएं हो सकती है। इसके सामान्य कारण इस प्रकार हैं: योनी, गर्भाशय ग्रीवा, गर्भाशय या फैलोपियन ट्यूब का कैंसर या त्वचा की स्थिति, जैसे, डिस्क्वामेटिव वेंजेनाइटस और लाइकेन प्लानस वेंजेनाइटस।
ल्यूकोरिया के उपचार
- इन्फेक्शन को एंटीबायोटिक से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए ओरल एंटीबायोटिक दी जा सकती हैं। महिलाओं को योनि में लगाने के लिए क्रीम या जेल के रूप में भी एंटीबायोटिक दी जा सकती हैं। खासतौर पर अगर आपको ओरल एंटीबायोटिकस लेने से परेशानी है।
- अगर आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस या ट्राइकोमोनिएसिस हैं तो आपके डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक दे सकते हैं। अगर डॉक्टर को यह संदेह है कि आपको सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज है, तो आपको एंटीबायोटिक इंजेक्शन दिए जा सकते हैं।
- अगर आपको यीस्ट इन्फ़ैकशन है तो आप ओवर-द- काउंटर एंटीफंगल क्रीम ले सकते हैं। फिर भी अगर इसके लक्षणों में सुधार न हों तो डॉक्टर से सलाह लें।
- एट्रोफिक वेजिनोसिस के कारण हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं, जो अधिकतर रजोनिवृत्ति के दौरान या बाद में होता है। इसका सबसे प्रभावी उपचार एस्ट्रोजन है। योनि एस्ट्रोजन टैबलेट क्रीम या रिंग सबसे सुरक्षित तरीका हैं ।
- जब तक यौन संचारित रोग का निदान नहीं होता या आप को बार-बार संक्रमण होता है या अन्य कारणों से आपको संक्रमण होता है। तो डॉक्टर द्वारा उसका निदान कराएं।
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ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) के घरेलू उपाय इस प्रकार हैं
ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) के घरेलू उपाय इस समस्या से आपको राहत दिला सकते हैं, जो इस प्रकार हैं :
पौष्टिक आहार
ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) के घरेलू उपाय में सबसे पहला है पौष्टिक आहार का सेवन करना। स्वास्थ्य और पौष्टिक आहार का सेवन करें जिसमें चीनी की मात्रा कम हो और जो प्रोसेस्ड आहार न हो। इससे शरीर स्वस्थ रहता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में नुट्रिएंट युक्त फल और सब्जियां खाने से शरीर स्वस्थ रहता है और सही से कार्य करता है। इसके साथ ही रोजाना आठ से दस गिलास पानी पीएं। जिससे शरीर से खतरनाक तत्व बाहर निकल जाएं। सही आहार शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है जिससे ल्यूकोरिया से राहत मिलती है।
मेथी दाना और धनिया
मेथी दाना और सूखा हुआ धनिया भी हमारे घरों में आसानी से मिल जाता है। सूखा धनिया शरीर से खतरनाक तत्वों को बाहर निकल जाता है। इसलिए ल्यूकोरिया से राहत पाने में यह सहायक है।
अधिक पका हुआ केला
अधिक पका हुआ केला ल्यूकोरिया को नियंत्रित करने मे लाभदायक है और यह इसमें होने वाले लक्षणों जैसे कब्ज या पेट में समस्याओं आदि को दूर करने में भी प्रभावी है।
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व्यायाम
अत्यधिक परिश्रम और तनाव भी ल्यूकोरिया का कारण हो सकते हैं। लेकिन, आप व्यायाम या योग से इन चीज़ों से छुटकारा पा सकते हैं। उच्च प्रभाव वाले व्यायाम के बजाय कम प्रभाव वाले व्यायाम किए जा सकते हैं। हालांकि, व्यायाम करने से पहले डॉक्टर से सम्पर्क करें।
सही साफ सफाई
ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) के घरेलू उपाय में साफ़-सफाई का ख़याल रखना भी महत्वपूर्ण है। अपने गुप्तांगों का खास ध्यान रखें। साफ़ और कॉटन के अंडरगारमेंट्स का प्रयोग करें। अपने गुप्तांगों को गीला न रखें। इन स्थानों पर नमी भी इंफेक्शन का कारण हो सकता है। कपड़ों को धोने के लिए ऐसे साबुन या डिटर्जेंट का प्रयोग करें जो बैक्टीरिया और गंदगी को दूर करें। ग्लिसरीन साबुन का प्रयोग करें ताकि ल्यूकोरिया (श्वेत प्रदर) से बचा जा सके।
अन्य उपाय
- अपने जननांगों को साफ़ और सूखा रखें। इसके लिए साबुन का प्रयोग करना बंद करें और पानी से अपनी योनि को साफ़ करें ।
- गर्म पानी से सेक देना भी लक्षणों को कम करने में मददगार है।
- जननांगों पर स्प्रे, परफ्यूम या पाउडर का प्रयोग करने से बचे।
- अगर आपको इंफेक्शन है तो पैड का प्रयोग करें और टेम्पोंस से बचे।
- अगर आपको डायबिटीज है, तो अपने शुगर के लेवल को सही बनाए रखें।
- अपने जननांगों को हवा लगने दें, इसके लिए खुले-खुले कपड़े पहने।
- हमेशा सुरक्षित संभोग करें , इन्फेक्शन से बचने के लिए कंडोम का प्रयोग करें।
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