मेंस्ट्रुअल कप के नुकसान क्या हैं? (Side effects of Menstrual cup)
- मेंस्ट्रुअल कप को उंगलियों की मदद से वजायना से निकालना पड़ता है। इसके बाद कप में जमे हुए ब्लड को डंप करना पड़ता है। इसके बाद कप को साफ कर के फिर से इन्सर्ट करना पड़ता है। जिसमें थोड़ा वक्त जाता है।
- मेंस्ट्रुअल कप को इस्तेमाल के बाद गर्म पानी में उबालना पड़ता है, ताकि वह बैक्टीरिया से मुक्त हो जाए।
- अगर आपको फाइब्रॉइड है तो मेंस्ट्रुअल कप के वजायना में फिट करने में समस्या होती है।
- अगर आप आईयूडी गर्भनिरोधक को अपना रही है तो मेंस्ट्रुअल कप निकालते वक्त धागा खींच सकता है और अपनी जगह से हट सकता है। जिससे पीरियड्स के बाद गर्भवती होने की संभावना बढ़ सकती है।
- मेंस्ट्रुअल कप को वजायना में डालने में कठिन सा लगता है। जिस कारण महिलाएं इसे इस्तेमाल करने से कतराती हैं।
- मेंस्ट्रुअल कप के लैटेक्स से आपको एलर्जी की समस्या भी हो सकती है।
पैड और मेंस्ट्रुअल कप (Pad and Menstrual cup) में से कौन महंगा है?
एक पैड की कीमत लगभग 8 से 12 रुपये तक मिलता है, जबकि एक मेंस्ट्रुअल कप की कीमत लगभग 400 रूपए पड़ती है। इस लिहाज से आपको लगेगा कि मेंस्ट्रुअल कप पैड की तुलना में महंगा है। लेकिन यह गलत है, मेंस्ट्रुअल कप सस्ता पड़ता है। इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं कि कप को आप कई बार इस्तेमाल करते हैं, जिसके कारण एक बार पैसे लगाने के बाद आपको कई महीनों तक खर्च करने की जरूरत नहीं होती है। जबकि पैड एक बार इस्तेमाल के बाद आप दोबारा इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आप एक महीने में पीरियड्स में 10 पैड्स इस्तेमाल करते हैं तो आप लगभग 120 रूपए खर्च करेंगे। मेंस्ट्रुअल कप का दाम भले महंगा है, लेकिन कई महीनों के खर्च से छुट्टी तो देगा।
हैलो स्वास्थ्य पैड और मेंस्ट्रुअल कप को लेकर किसी भी तरह की कोई मेडिकल जानकारी नहीं दे रहा है। अगर आपके पास इससे संबंधित सवाल है तो एक बार डॉक्टर से जरूर परामर्श करें। इसके अलावा किसी भी महिला को पीरियड में से क्या इस्तेमाल करना है ये उनकी सुविधा पर निर्भर करता है।