क्रायोथेरेपी के फायदे
क्रायोथेरेपी एक फ्रीजिंग थेरेपी है, वैसे तो यह शरीर की कई समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। लेकिन कई बार यह किसी एक विशेष समस्या को ठीक करने के लिए की जा सकती है। इसका सबसे अधिक उपयोग दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं क्रायोथेरेपी के फायदे क्या हैं?
क्रायोथेरेपी माइग्रेन के लक्षणों को करती है कम
कोल्ड थेरेपी से माइग्रेन में आराम मिलता है। क्रायोथेरेपी के कारण गर्दन के हिस्से की नर्व सुन्न हो जाती है, जिससे माइग्रेन की समस्या में आराम मिलता है। एक अध्ययन में सामने आया है कि गले को रैप करके दो आइसपैक रखने से माइग्रेन के दर्द में काफी राहत मिलती है। ऐसा माना जाता है कि यह इसलिए काम करता है क्योंकि इससे इन्ट्राक्रानियल वेसल्स(nerves) में जाने वाला खून ठंडा होकर पहुंचता है।
नर्व इरिटेशन होती है खत्म
कई एथलीट क्रायोथेरेपी का इस्तेमाल सालों पुरानी इंजरी को ठीक करने के लिए करते हैं। इसका एक कारण यह हो सकता है कि यह शरीर के उस हिस्से को सुन्न कर देता है, जिसमें दर्द रहता है, जिसकी वजह से आपको राहत मिलती है। साथ ही उस बॉडी पार्ट के सुन्न होने से नर्व इरिटेशन में आराम मिलता है। इस थेरेपी से दर्द और गंभीर चोटों में भी आराम मिल सकता है।
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मूड डिसऑर्डर को ठीक करने में मिलती है मदद
पूरे शरीर पर की जाने वाली क्रायोथेरेपी से शरीर के ठंडे टेम्परेचर में रहने से शारीरिक प्रभावों के साथ-साथ साइकोलॉजिकल हॉर्मोनल रिस्पॉन्स भी होते हैं। इसमें एड्रेनालाईन, नोराड्रेनालाईन और एंडोर्फिंस रिलीज होते हैं। यह मूड डिसऑर्डर और डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों पर पॉजीटिव प्रभाव डालते हैं। एक अध्ययन में सामने आया कि क्रायोथेरेपी थोड़े समय के डिप्रेशन से आराम देने में काफी प्रभावी हो सकता है।