दालचीनी को लोग सिर्फ एक मसाले के रूप में ही जानते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है इंडियन डिशेस का जायका बढ़ाने वाली दालचीनी के फायदे स्वास्थ्य के लिहाज से भी काबिल-ए-तारीफ हैं। क्या आपको पता है? दालचीनी के औषधीय गुण पीसीओडी (PCOD), अर्थराइटिस (arthritis), डायबिटीज (diabetes) जैसी तमाम गंभीर बीमारियों से आपको सुरक्षित रखता है। दालचीनी को इंग्लिश में सिनेमन (cinnamon) के नाम से भी जानते हैं। दालचीनी की चाय, सिनेमन ऑइल (cinnamon oil) और दालचीनी का चूर्ण (cinnamon powder) सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। “हैलो स्वास्थ्य’ के इस आर्टिकल में दालचीनी के फायदे बताए गए हैं। साथ ही दालचीनी का उपयोग कैसे करें? इस बारे में भी बताया गया है।
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दालचीनी के फायदे (Benefits of cinnamon)
कई तरह की बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं में दालचीनी के फायदे इस प्रकार हैं-
अर्थराइटिस में दालचीनी के फायदे
गठिया (अर्थराइटिस) जैसी बीमारी से ग्रस्त लोगों के लिए सिनेमन एक दवा के रूप में मदद करती है। इसमें मौजूद मैंगनीज, आयरन, कैल्शियम (calcium) जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स अर्थराइटिस में राहत देते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक, रूमेटाइड अर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) के लक्षण जैसे जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करने में सिनेमन उपयोगी होती है। इसके लिए दालचीनी के तेल की तीन-चार बूंदों को नारियल या सरसों के तेल में मिलाकर गुनगुना गर्म करके हड्डियों की मालिश करें। आराम मिलेगा।
मोटापा और मधुमेह में दालचीनी के फायदे
बढ़ता वजन और मोटापा से लगभग हर दूसरा इंसान परेशान है। वेट लॉस डायट प्लान (weight loss diet plan) और व्यायाम के साथ दालचीनी का इस्तेमाल किया जाए, तो शरीर में जमी चर्बी को घटाया जा सकता है। सिनेमन में पॉलीफेनॉल्स (polyphenols) नाम का एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो इंसुलिन की संवेदनशीलता को बेहतर करता है। इंसुलिन ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा को कंट्रोल करता है। लेकिन, जब बॉडी सही मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाती है, तो रक्त शर्करा (blood sugar) का स्तर बढ़ जाता है। नतीजन, मोटापा और डायबिटीज जैसी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इन स्वास्थ्य स्थितियों में दालचीनी के फायदे देखने को मिलते हैं।
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याददाश्त होगी तेज
इस डिजिटल जमाने में सबकुछ फास्ट होता जा रहा है। एक पासवर्ड नहीं बल्कि कई पासवर्ड याद रखने पड़ते हैं। जैसे फोन का पासवर्ड, नेट बैंकिंग का पासवर्ड, एटीएम (ATM Pin) का पासवर्ड और न जाने क्या-क्या। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर मस्तिष्क को तेज कैसे रखा जाए जिससे याददाश्त कमजोर न हो। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी के रिसर्च के अनुसार दालचीनी के उपयोग से याददाश्त को बढ़ाया जा सकता है।
इस औषधि में मौजूद पोषक तत्व जैसे प्रोटीन (protein), फैट, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, जिंक, कैल्शियम, मैग्नेशियम, पोटेशियम, फास्फोरस और एंटीऑक्सीडेंट इसको सेहत के लिए हर दृष्टिकोण से लाभदायक बनाते हैं। रिसर्च के अनुसार दालचीनी में कार्बोहाइड्रेट और पोटेशियम की उच्च मात्रा और सोडियम न होने के कारण यह बॉडी और ब्रेन को सही पोषण दे सकती है। जब मस्तिष्क की बात आती है, तो दालचीनी मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों जैसे अल्जाइमर (Alzheimer) और पार्किंसन (Parkinson) को कम करने में सहायक हो सकती है।
दालचीनी के फायदे पीसीओएस में
भारत में हर पांच में से एक महिला पीसीओडी की समस्या से पीड़ित है। हॉर्मोन संबंधी विकार लगभग हर उम्र की महिला को प्रभावित कर रहा है। पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिड्रोम (polycystic ovarian disease) में दालचीनी प्रभावी रूप से काम करती है। पीसीओडी के एक लक्षण के रूप में पाया जाने वाला मोटापा या बढ़ते वजन को दालचीनी के इस्तेमाल से रोका जाता है। रिसर्च में साबित हुआ है कि सिनेमन स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी है। यह फीमेल हॉर्मोन को संतुलित रखने में योगदान देती है। पीसीओडी के घरेलु उपाय के तौर पर दालचीनी की चाय पीनी चाहिए।
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चेहरे के लिए दालचीनी के फायदे
मुंहासे और पिंपल की समस्या से छुटकारा पाने के लिए दालचीनी पाउडर का उपयोग किया जा सकता है। दालचीनी के एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण पिंपल और दाग-धब्बों को कम करने में मददगार होते हैं। इसके लिए थोड़े से शहद में सिनेमन पाउडर को मिलाकर पेस्ट बनाकर मुहांसों वाली जगह पर लगाएं। सूखने के बाद चेहरा धुल लें। इससे लाभ मिलेगा।
दालचीनी खाने के फायदे
- इस जड़ी-बूटी में पोलीफेनॉल नाम का एंटीऑक्सिडेंट होता है जो इसको सुपरफूड की श्रेणी में शामिल करता है। इसके सेवन से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लीसिराइड्स का स्तर कम हो सकता है।
- दालचीनी के एंटी-माइक्रोबायल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सर्दी-खांसी से बचाव करते हैं।
- इसकी वजह से हाई फैटी फूड के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
- कब्ज और गैस की समस्या कम करने के लिये दालचीनी के पत्तों का चूर्ण और काढा बना कर लिया जाता है।
- इसमें मौजूद एंटीबायोटिक ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखने में सहायक होते हैं।
- इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी तत्व मौजूद होने की वजह से यह रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity power) को बढ़ा सकती है।
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दालचीनी का उपयोग कैसे करें?
- दिमाग को तेज बनाने के लिए रात को सोने से पहले चुटकीभर दालचीनी पाउडर को शहद के साथ मिला कर खाने से लाभ मिल सकता है।
- सलाद और अंकुरित खाद्य पदार्थों में दालचीनी के पाउडर को चुटकीभर मिलाकर खाने से स्वाद भी बढ़ता है और इससे स्वास्थ लाभ भी हो सकता है।
- एक्सपर्ट्स से राय लेकर इसका इस्तेमाल करना लाभकारी होगा।
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दालचीनी के नुकसान
हालांकि, दालचीनी के फायदे स्वास्थ्य के लिए अनगिनत हैं। लेकिन, दालचीनी के फायदे के साथ-साथ इसके नुकसान जानना भी आपके लिए जरूरी है। सिनेमन का अधिक मात्रा में उपयोग दालचीनी के दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। जैसे-
- दालचीनी की तासीर गर्म होती है। इसलिए, इसकी ज्यादा खुराक से स्वास्थ्य हानि भी हो सकती है। दालचीनी के फायदे की जगह इससे लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है।
- कुछ लोगों को दालचीनी से एलर्जी होती है।
- गर्भवती महिलाओं को दालचीनी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह से ही दालचीनी का सेवन करना चाहिए।
अगर सिनेमन का उपयोग आप अभी तक नहीं करते थे, तो दालचीनी के फायदे जानने के बाद अब अपने आहार में जरूर शामिल करें। लेकिन, दालचीनी के फायदे सुनकर ही सिर्फ इसका इस्तेमाल करने लग जाना ठीक नहीं है। हर इंसान का शरीर अलग-अलग होता है। इसलिए, डॉक्टर के परामर्श से ही सेवन करना उचित रहेगा। यदि दालचीनी के सेवन से कोई परेशानी महसूस होती है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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