गेहूं और ग्लूटेन : गेहूं, राई और जौ में ग्लूटेन नामक तत्व पाया जाता है। कुछ लोगों में इसका सेवन करने के कारण उनके लक्षण बढ़ सकते हैं। वहीं वैसे लोग जो रूमेटाइड अर्थराइटिस की बीमारी से ग्रसित होते हैं उनको ग्लूटेन फ्री डाइट का सुझाव दिया जाता है। वहीं स्पॉन्डिलाइसिस की बीमारी में भी लोगों को ग्लूटेन फ्री डाइट का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
शराब : शराब और रूमेटाइड अर्थराइटिस से जुड़ी स्थितियों में स्थितियां क्लीयर नहीं हैं। ऐसे में बेहतर यही होगा कि स्पॉन्डिलाइसिस की बीमारी से ग्रसित लोग इसका सेवन न ही करें तो बेहतर होगा।
अन्य खाद्य सामग्री : वैसे खाद्य पदार्थ जिनका सेवन करने से स्पॉन्डिलाइसिस की बीमारी से ग्रसित मरीजों का लक्षण बढ़ता है यह आदमी-आदमी पर निर्भर करता है। इसलिए आप किसी भी प्रकार की डाइट को शुरू करने के पहले डॉक्टरी सलाह जरूर ले लें।
क्विज खेल जाने बैक पेन के बारे में : Quiz : बैक पेन को सही करेंगे ये टिप्स, क्विज में हैं कमर-दर्द के उपचार
स्पॉन्डिलाइटिस डाइट चार्ट के कारण हो सकती है गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
स्पॉन्डिलाइटिस की बीमारी की वजह से इन्फ्लामेटरी बाउल डिजीज (आईबीडी) जैसे क्रॉन डिजीज और अल्सरेटिव डिजीज होने की संभावना रहती है। ऐसे में खानपान में बदलाव कर इस प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है। शोध से पता चला है कि मेडिकल थैरेपी के साथ-साथ खाने में कम स्टार्च का सेवन कर बीमारी के लक्षणों से बचाव किया जा सकता है।
आईबीडी न हो इसके लिए
- हाई फैट फूड का सेवन कम करें
- शराब का सेवन कम करें या फिर सेवन ही न करें
- डेयरी प्रोडक्ट का सेवन कम करें
बीमारी के रिस्क व बेनीफिट्स को देख उठाएं कदम
बता दें कि कुछ लोग स्पॉन्डिलाइसिस डाइट चार्ट में सप्लीमेंट का सेवन करते हैं, इसका परिणाम यह होता है कि कुछ लोगों में नतीजे अच्छे देखने को मिलते हैं तो कुछ लोगों में इसका परिणाम विपरीत देखने को मिलता है। इसलिए जरूरी है कि एक्सपर्ट की सलाह लेकर ही सप्लीमेंट का सेवन करना चाहिए।
रिस्क फैक्टर की बात करें तो स्पॉन्डलाइसिस डाइट चार्ट का सेवन कर वैसे लोगों को फायदा अधिक होता है, जिन्हें न तो बीमारी के लक्षण हैं और न ही वो इस बीमारी को लेकर किसी प्रकार की दवाओं का सेवन करते हैं। वहीं डाइट चार्ट को अपनाने के दौरान आपको न्यूट्रिएंट्स की नियमित खुराक का ही सेवन करना होता है। इसके लिए बेहतर यही होगा कि आप डॉक्टरी सलाह के साथ डायटिशियन की सलाह ले सकते हैं। यदि आप किसी प्रकार की दवा का सेवन कर रहे हैं और स्पॉन्डलाइसिस डाइट चार्ट को अपना रहे हैं तो रिएक्शन होने की संभावनाएं रहती है इसलिए बेहतर यही होगा कि आप डॉक्टरी सलाह लें।