अमेरिकन अकेडमी ऑफ एलर्जी, अस्थमा और इम्यूनोलॉजी (American Academy of Allergy, Asthma and Immunology) के अनुसार अगर आप इनेक्ट एलर्जिक हैं, तो पहले डंक के बाद आपका शरीर एंटीबॉडीज बनाएगा जिसे इम्युनोग्लोबुलिन ई (Immunoglobulin E) कहा जाता है। अगर वही जीव आपको फिर से काटता है, तो वेनम इस खास इम्युनोग्लोबुलिन ई एंटीबॉडी के साथ इंटरैक्ट करता है। जिससे वो पदार्थों अधिक रिलीज़ होते हैं, जो एलर्जिक रिएक्शन का कारण बनते हैं। इसका उपचार संभव है और इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी (Insect Sting Allergy) का उपचार दो तरह से किया जाता है:
- पहला चरण लक्षणों के नजर आते ही इन के लक्षणों के सीरियस रिएक्शन का आपातकालीन उपचार होता है।
- दूसरा चरण वेमन इम्यूनोथेरेपी (Venom Immunotherapy) के साथ अंडरलाइंग एलर्जी का उपचार है।
जीवन के लिए घातक एलर्जिक रिएक्शन बहुत जल्दी बढ़ते हैं तो उनके लिए तुरंत मेडिकल सहायता की जरूरत होती है। इसके इमरजेंसी ट्रीटमेंट में कुछ खास दवाईयों को शामिल किया जाता है जैसे एपिनेफ्रीन (Epinephrine), एंटीहिस्टामिन्स (Antihistamines) और कुछ मामलों में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids), इंट्रावेनस फ्लुइड्स (Intravenous Fluids) , ऑक्सीजन और अन्य उपचार शामिल हैं।
इंजेक्टेबल एपिनेफ्रीन (Injectable Epinephrine) एलर्जिक रिएक्शन के उपचार में आपातकालीन दवा के रूप में दिया जाता है। जिन लोगों को पहले से ही एलर्जिक रिएक्शन उन्हें अपने पास एपिनेफ्रीन हमेशा रखने की सलाह दी जाती है।
वेमन इम्यूनोथेरपी (Venom Immunotherapy)
इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी (Insect Sting Allergy) के लॉन्ग टर्म उपचार को वेनम इम्यूनोथेरेपी कहा जाता है। यह एक अत्यधिक प्रभावी इलाज है, जिसकी सलाह डॉक्टर देते हैं। इसके प्रयोग से भविष्य में इंसेक्ट स्टिंग के एलर्जिक रिएक्शन से बचा जा सकता है। वेनम इम्यूनोथेरेपी में मरीज की वेनम के प्रति संवेदनशीलता को कम करने के लिए उसकी वेनम की डोज को लगातार बढ़ाया जाता है। इस रोगी भविष्य में एलर्जिक रिएक्शन से बच सकता है। जिन लोगों को इंसेक्ट स्टिंग से गंभीर रिएक्शन होते हैं, वो इसका प्रयोग कर सकते हैं।
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इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी से कैसे बचा जा सकता है? (Prevention of Insect Sting Allergy)
हालांकि इंसेक्ट स्टिंग से बचना मुश्किल है क्योंकि यह इंसेक्ट हमारे आसपास सामान्य रूप से पाए जाते हैं। हालांकि, हम कुछ ऐसे उपाय कर सकते हैं ताकि कुछ हद तक इनके संपर्क में आने से बच सकें। यह तरीके इस प्रकार हैं