सावधानियां और चेतावनी
एनाफोर्टन (Anafortan) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या जानना चाहिए?
- अगर आप पहले से किसी दवा का सेवन कर रहे हैं तो इसके बारे में डॉक्टर को बताएं। चाहे वह हर्बल सप्लिमेंट ही क्यों न हो। ताकि डॉक्टर दवाओं के रिएक्शन को टाल सकें।
- अगर आपको किसी दवा या एनाफोर्टन या इसमें मौजूद तत्वों से एलर्जी है तो इसकी जानकारी भी डॉक्टर को जरूर दें। ताकि डॉक्टर इस बातों को ध्यान में रखकर खुराक दे सके।
- अगर आपकी कोई सर्जरी हुई या होने वाली है तो इस बारे में डॉक्टर को बताएं।
- मरीज जिन्हें कैमवायलोफिन, पैरासिटामोल सहित इसमें पाए जाने वाले तत्वों एलर्जी है उनको इसका सेवन कतई नहीं करना चाहिए।
- बुजुर्गों को काफी सावधानी के साथ इस दवा का सेवन करने की सलाह दी जाती है। संभावनाएं रहती है कि इस दवा का सेवन करने से कहीं उनकी तबियत और ज्यादा बिगड़ सकती है। इसलिए उनके लक्षणों पर नजर रखी जाती है। जरूरी मामलों में ही डॉक्टर इस दवा को देते हैं। ऐसे मामलों में डॉक्टर डोज एडजस्टमेंट के साथ इस दवा को छोड़ वैकल्पिक दवाओं के बारे में भी सोचते हैं।
- इस दवा का सेवन करने के कारण ब्लर विजन की समस्या के साथ सिर चकराने की शिकायत हो सकती है। ऐसे में एक्सपर्ट यह सलाह देते हैं कि इस दवा का सेवन करने के बाद ड्राइविंग के साथ हैवी मशीनरी को ऑपरेट नहीं करना चाहिए।
- डॉक्टर मरीज का क्लीनिकल इग्जामिनेशन करने के बाद ही इस दवा का सेवन करने की सलाह देते हैं। ऐसे में बिना डॉक्टरी सलाह के इस दवा का सेवन करने की गलती कतई न करें।
क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एनाफोर्टन (Anafortan) को लेना सुरक्षित है?
गर्भवती महिलाओं को जब तक एकदम जरूरी न हो तब तक इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। पहले डॉक्टर से दवा का सेवन से होने वाले रिस्क व बेनिफिट्स के बारे में चर्चा कर लें। वहीं शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं के केस में भी जब तक एकदम जरूरी न हो तब तक इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है।
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रिएक्शन
कौन-सी दवाइयां एनाफोर्टन (Anafortan) के साथ रिएक्शन कर सकती हैं?
यह दवा अलग-अलग लोगों पर अलग तरीके से रिएक्शन करती है। ऐसे में डॉक्टरी सलाह लेने के बाद ही दवा का उपयोग करना चाहिए।
इन दवाओं के साथ हैं रिएक्शन की संभावनाएं
- फेनटोइन (Phenytoin)
- क्वीटियाफिन (Quetiapine)
- सोडियम नाइट्रेट (Sodium Nitrite)
- लिफ्लूनोमाइड (Leflunomide)
- प्रिलोकेन (Prilocaine)
- अमेंटाडीन (Amantadine)
- क्वीनीडीन (Quinidine)
- रिवास्टिगमाइन (Rivastigmine)
क्या एनाफोर्टन (Anafortan) भोजन या एल्कोहॉल के साथ रिएक्शन करती है?
शराब का सेवन करने वालों को इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। संभावनाएं रहती हैं कि ऐसे में एनाफोर्टन का सेवन करने के कारण मरीज की तबियत और ज्यादा खराब हो सकती है। वहीं साइड इफेक्ट के कारण गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग, सिर चकराना, थकान, कमजोरी, रैशेज, जी मचलाना, ज्वाइंट पेन, बुखार, जॉन्डिस सहित अन्य प्रकार की बीमारी हो सकती है। दवा के भोजन के साथ रिएक्शन को लेकर डॉक्टरी सलाह आवश्यक है।
क्या एनाफोर्टन (Anafortan) हेल्थ कंडिशन के साथ रिएक्शन कर सकती है?
- नैरो एंगल ग्लूकोमा (Narrow-angle glaucoma) : मरीज जो नैरो एंगल ग्लूकोमा की बीमारी से ग्रसित होते हैं उन्हें इस दवा का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। संभावनाएं रहती हैं कि कहीं दवा का सेवन करने से उनकी तबियत और ज्यादा न बिगड़ जाए।
- प्रोस्टेटिक हाइपरट्रॉफी (Prostatic hypertrophy) : मरीज जो प्रोस्टेटिक हाइपरट्रॉफी की बीमारी से ग्रसित होते हैं उन्हें इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। संभावनाएं रहती हैं कि इस दवा का सेवन करने से कहीं उनकी स्थिति ज्यादा न बिगड़ जाए।
- मेकेनिकल बाॅवेल ऑब्स्ट्रक्शन (Mechanical bowel obstruction) : ऐसे मरीज जो मैकेनिकल बाॅवेल ऑब्स्ट्रक्शन की बीमारी से ग्रसित होते हैं उन्हें इस दवा का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। संभावनाएं रहती हैं कि कहीं इस दवा का सेवन करने से कोई साइड इफेक्ट्स न हो जाए।
- एनलगेसिक नेफ्रोपैथी (किडनी डिजीज) (Analgesic Nephropathy (Kidney Disease)) : जो लोग किडनी की बीमारी से ग्रसित होते हैं उनको इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। संभावनाएं रहती हैं कि इस दवा का सेवन करने से कहीं उनकी तबियत और ज्यादा न खराब हो जाए।
- गंभीर लिवर की बीमारी (Severe liver impairment) : ऐसे मरीज जो गंभीर लिवर की बीमारी से ग्रसित होते हैं उन्हें इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। लिवर की बीमारी, लिवर फंक्शन इम्पेयरमेंट या एक्टिव लिवर डिजीज की बीमारी होने पर बेहद रेयर मामलों में काफी सावधानीपूर्वक इस दवा को दिया जाता है। दवा देने के दौरान मरीज की सेहत की मॉनिटरिंग करना जरूरी हो जाता है। किसी प्रकार का दुष्परिणाम दिखाई देने पर डॉक्टरी सलाह लेने की सलाह दी जाती है।
- हार्ट सर्जरी (Heart surgery) : ऐसे मरीज जिनकी हाल में हार्ट सर्जरी हुई है या फिर आने वाले दिनों में हार्ट सर्जरी होने वाली है उन्हें इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। संभावनाएं रहती हैं कि इस दवा का सेवन करने से कहीं कोई साइड इफेक्ट हो। मरीज की क्लीनकल कंडिशन को देखते हुए इस दवा को न देकर डॉक्टर डोज एडजस्टमेंट के साथ इस दवा को छोड़ वैकल्पिक दवाओं के बारे में भी सोचते हैं।
- एंटी डिप्रिसेंट मेडिसिन (Anti-depressant medicines) : ऐसे मरीज को डिप्रेशन की बीमारी से ग्रसित होते हैं उनको काफी सावधानीपूर्वक इस दवा को दिया जाता है। संभावनाएं रहती हैं कि इस दवा का सेवन करने से कहीं उनको साइड इफेक्ट न हो जाए। ऐसे में इस प्रकार के मरीजों की नियमत रूप से जांच जरूरी होती है। मरीज के मूड, व्यवहार सहित अन्य में बदलाव होने पर डॉक्टरी सलाह लेने को कहा जाता है। इस मामले में भी मरीज की क्लीनिकल कंडिशन को देखते हुए इस दवा को न देकर डॉक्टर डोज एडजस्टमेंट के साथ इस दवा को छोड़ वैकल्पिक दवाओं के बारे में भी सोचते हैं।
- क्रॉनिक मॉलन्यूट्रिशन (Chronic Malnutrition) : क्रॉनिक मॉलन्यूट्रिशन की बीमारी से ग्रसित लोगों को बेहद ही जरूरी मामलों में इस दवा को दिया जाता है।
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