शरीर में किसी हॉर्मोन के गड़बड़ी के कारण एक नहीं बल्कि कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन्ही हॉर्मोन में एक है इंसुलिन हॉर्मोन। इंसुलिन पैंक्रियाज में प्रोड्यूस होता है। ये ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है। मधुमेह के कारण ब्लड में शुगर का लेवल अनियंत्रित हो जाता है। डायबिटीज के कारण आंख, हार्ट नर्व, पैरों और किडनी आदि से संबंधित बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए दवाओं का सेवन करने के साथ ही आपको लाइफस्टाइल में बदलाव की भी जरूरत होती है। खराब खानपान, एक्सरसाइज या फिर फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर मधुमेह की बीमारी का समय पर इलाज न कराया जाए, तो शरीर के अन्य अंगों में भी खतरा बढ़ने लगता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको डायबिटीज कंट्रोल करने के टिप्स (Diabetes control tips) के बारे में जानकारी देंगे। जानिए क्या सावधानी आपको बड़ी बीमारी से बचाने का काम कर सकती है।
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डायबिटीज कंट्रोल करने के टिप्स (Diabetes control tips)
दुनिया में भारत देश में डायबिटीज के पेशेंट की संख्या के हिसाब से दूसरे नंबर पर है। देश में लगभग 8 करोड़ लोग डायबिटीज की बीमारी (Diabetic disease) से पीड़ित हैं। हम लोग जो भी खाना खाते हैं, वो शरीर को ऊर्जा देने का काम करता है। भोजन का सेवन करने के बाद भोजन शुगर में परिवर्तित होता है और फिर शरीर को ऊर्जा देता है। ब्लड में शुगर या ग्लूकोज को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन हॉर्मोन जिम्मेदार होता है। जब किसी कारण से शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम या फिर ज्यादा बनने लगती है, तो ब्लड में शुगर अनियंत्रित होकर डायबिटीज का कारण बन जाता है। जानिए कैसे डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है।
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डायबिटीज डायट (Diabetes Diets) करें प्लान
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आपको ऐसी डायट का चयन करने की जरूरत है, जो आपके वजन को बढ़ने से रोके और साथ ही आपको जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी प्रदान करें। आपको खाने, हाय फाइबर (High fiber), लीन प्रोटीन (Lean protein) फ्रूट्स, सब्जियां (Vegetables), लो फैट डेयरी प्रोडक्ट (Low-fat dairy) के साथ-साथ ही खाने में प्रोटीन को भी शामिल करें। प्रोटीन प्राप्त करने के लिए आप विभिन्न प्रकार की दालें, बीन्स, पोल्ट्री, नट्स, फिश जैसे मैक्रेल, टूना, साल्मन आदि का सेवन कर सकते हैं। आपको खाने में कुछ शुगर युक्त फूड्स को अवॉयड करना होगा। आप खाने में हेल्दी फूड्स जैसे कि ऑलिव ऑयल (Olive oil), विभिन्न प्रकार के नट्स (Nuts) शामिल करने चाहिए। आपको खाने में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Low glycemic index) फूड्स का चुनाव करना चाहिए। आप खाने में बार्ली, योगर्ट, ओट्स, बींस, मसूर की दाल, नॉन स्टार्ची वेजीटेबल्स आदि शामिल कर सकते हैं।
आप चाहे तो इस बारे में डॉक्टर से भी राय ले सकते हैं। डायबिटीज के पेशेंट्स के मन में ये सवाल होता है कि क्या उन्हें शुगर युक्त फूड्स के पूरी तरह दूरी बना लेनी चाहिए या फिर वो कुछ फूड्स को शामिल कर सकते हैं? ये बात आपके शुगर लेवल पर डिपेंड करती है। आप खाने में आलू के साथ ही चावल का सेवन भी कर सकते हैं लेकिन इनका सीमित मात्रा में ही सेवन करें। अधिक मात्रा में इनका सेवन आपको नुकसान पहुंचा सकता है। आपको खाने में कार्बोहाइड्रेट इंटेक को मैनेज करने की भी जरूरत है। आपको खाने में प्रोसेस्ड फूड्स, फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स (Full-fat dairy), सैचुरेटेड फैट्स जैसे कि फ्राइड फूड, विभिन्न प्रकार की मीठी सॉस आदि को खाने में शामिल नहीं करना चाहिए। आप इसे डायबिटीज कंट्रोल करने के टिप्स (Diabetes control tips) के रूप में अपना सकते हैं।
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डायबिटीज कंट्रोल करने के टिप्स : एक्सरसाइज को कहें ‘हां’
डायबिटीज पर नियंत्रण के लिए वेट या वजन पर नियंत्रण करना बहुत जरूरी है। अगर आप वेट कंट्रोल नहीं कर पाते है, तो शुगर को नियंत्रित कर पाना मुश्किल हो जाएगा। आप डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए रोजाना वॉक कर सकते हैं। रोजाना आधे घंटे टहलने से आपकी बहुत-सी कैलोरी खर्च होगी, जिसके कारण वजन नहीं बढ़ेगा। आप चाहे तो डायबिटीज में वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज (Weight lifting exercise in diabetes) भी कर सकते हैं। एक्सरसाइज करने से शरीर में इंसुलिन की मात्रा नियंत्रित रहती है और साथ ही क्रॉनिक डिजीज (Chronic disease) का खतरा भी कम होता है। एक्सरसाइज करने से अच्छी नींद के साथ ही कोलेस्ट्रॉल के लेवल में सुधार, स्ट्रेस में कमी, स्ट्रॉन्ग मसल्स, मोटापे से छुटकारा आदि लाभ मिलते हैं। आप एक्सरसाइज में वॉक के साथ ही साइकिलिंग (Cycling), स्विमिंग (Swimming), एरोबिक्स (Aerobics) आदि भी कर सकते हैं। एक्सरसाइज करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपको चोट न लगे। आप चाहे तो एक्सरसाइज के पहले शुगर लेवल भी चेक करवा सकते हैं। खाली पेट एक्सरसाइज करने से बचें। वेट लिफ्टिंग के बीच में कुछ समय का गैप भी दें। बेहतर होगा कि आप एक्सरसाइज के पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें और फिर व्यायाम करें।
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करना है ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल, तो पानी की लें पर्याप्त मात्रा
अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं और पानी कम मात्रा में पीते हैं, तो यकीन मानिए, ये आपके लिए खतरनाक हो सकता है। मधुमेह के पेशेंट को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। पानी ब्लड शुगर लेवल को नॉर्मल रखने में मदद करता है। पानी की पर्याप्त मात्रा लेने से डिहायड्रेशन की समस्या (Dehydration problem) से भी छुटकारा मिलता है। जो लोग पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं, उनके ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने की संभावना काफी कम हो जाती है।
स्ट्रेस लेवल को करें मैनेज (Manage stress levels)
अधिक स्ट्रेस के कारण हॉर्मोन में भी गड़बड़ी पैदा होने लगती है। आपको स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए और कुछ उपायों की मदद से आप इसे कम भी कर सकते हैं। अगर आपको स्ट्रेस की समस्या रहती है, तो आपको स्ट्रेस लेवल को मैनेज करना होगा। स्ट्रेस लेवल (Stress level) को मैनेज करके ब्लड शुगर लेवल को भी मैनेज किया जा सकता है। एक्सरसाइज, मेडिटेशन, योगा आदि से भी स्ट्रेस के लेवल को कम किया जा सकता है। स्ट्रेस कई बीमारियों को जन्म देती है।
डायबिटीज कंट्रोल करने के टिप्स: ले पूरी नींद
नींद में गड़बड़ी के कारण स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो सकती है इसी में से एक है वजन बढ़ना। अगर आप सही से नींद नहीं लेते हैं, तो ये डायबिटीज को बढ़ाने में मदद कर सकती है। आपको डायबिटीज को नियंत्रण में करना है, तो आपको रोजाना सात से आठ घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। नींद पूरी न होने के कारण भूख भी अधिक लगती है, तो ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको डायबिटीज कंट्रोल करने के टिप्स (Diabetes control tips) या डायबिटीज पर नियंत्रण से संबंधित ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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