डायबिटीज यानी वो स्थिति जिसमें प्रभावित व्यक्ति के पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाते या उनका शरीर सही तरीके से उस इंसुलिन का इस्तेमाल नहीं कर पाता। डायबिटीज के कारण मरीज में कई जटिलताओं का जोखिम बढ़ जाता है। इसका असर प्रभावित व्यक्ति की सेक्शुअल लाइफ पर भी पड़ सकती है। मधुमेह की समस्या किसी को भी हो सकती है और इसके लक्षणों को मैनेज किया जा सकता है। हालांकि, बुजुर्गों में डायबिटीज को मैनेज करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। आज हम बात करने वाले हैं बुजुर्गों में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) के बारे में। पाएं एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) के बारे में पूरी जानकारी। लेकिन सबसे पहले डायबिटीज के बारे में जान लेते हैं।
क्या है डायबिटीज? (Diabetes)
डायबिटीज वो कंडिशन है जिसमें हमारा शरीर ब्लड ग्लूकोज का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता है। ब्लड ग्लूकोज को ब्लड शुगर भी कहा जाता है। दुनिया भर में इसके लाखों रोगी हैं और पिछले कुछ सालों से लगातार इनके मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसके कई प्रकार हैं और इस रोग का उपचार इसके प्रकार पर निर्भर करता है। इसके गंभीर और सबसे सामान्य प्रकार को टाइप टू डायबिटीज के नाम से जाना जाता है। टाइप वन डायबिटीज की समस्या अधिकतर बच्चों और किशोरों को होती है। इसमें रोगी का शरीर इंसुलिन को प्रोड्यूस करने में सक्षम नहीं होता है। इस कंडिशन में इंसुलिन का इस्तेमाल जरूरी होता है। इसके साथ ही रोगी के लिए दवाइयां और लाइफस्टाइल में बदलाव करना भी अनिवार्य है।
अब बात करते हैं टाइप टू डायबिटीज के बारे में शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता है या इसका सही इस्तेमाल नहीं कर पाता है। सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) के अनुसार इस समस्या का इलाज संभव नहीं है। लेकिन, सही आहार का सेवन करके, सही वजन मेंटेन करके, व्यायाम और तनाव से बचकर आप इसे मैनेज कर सकते हैं। अब जानते हैं बुजुर्गों में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट के बारे में। लेकिन, इससे पहले बुजुर्गों में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स के बारे में जानें।
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एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स क्या है?
एंडोजीनस सब्सटांस और प्रोसेस वे हैं जो एक सिस्टम के भीतर से उत्पन्न होती हैं जैसे की ऑर्गनिज्म, टिश्यू या सेल। जैसा की पहले ही बताया गया है कि एजिंग के साथ-साथ डायबिटीज की समस्या होना सामान्य है। लेकिन, इस दौरान यह परेशानी कई अन्य समस्याओं का कारण बन सकती है। ऐसे ही एजिंग को सेक्स हॉर्मोन्स के लॉस के साथ भी जोड़ा जाता है। यह सेक्स हॉर्मोन्स हैं एंड्रोजेंस (Androgens) औरएस्ट्रोजेंस (Estrogens)। इसके कारण मसल्स लॉस, मसल वीकनेस, फंक्शन परफॉरमेंस और लाइफ स्पेन का कम होना शामिल है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज का जोखिम भी बढ़ सकता है? आइए, जानें एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) के बारे में।
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बुजुर्गों में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट
अगर आपको डायबिटीज है तो आपको कई चीजों का ध्यान रखने की जरूरत होगी जैसे बहुत अधिक खाने से लेकर स्नेक्स मिस करना तक या तनाव व डिप्रेशन आदि। क्योंकि, इन सब का प्रभाव ब्लड शुगर पर पड़ता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि उम्र के बढ़ने के साथ ब्लड शुगर को कंट्रोल करना और भी मुश्किल हो सकता है? उम्र के बढ़ने के साथ ही शरीर में कई बदलाव आते हैं। इस दौरान वजन का बढ़ाना बेहद हानिकारक हो सकता है। जोड़ों में दर्द या अन्य समस्याओं के कारण एक्सरसाइज न कर पाने और वजन के बढ़ने से ब्लड शुगर लेवल बहुत तेजी से बढ़ता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे ही हमारा शरीर इंसुलिन का इस्तेमाल उस तरह से नहीं नहीं कर पाता है, जितना हम कम उम्र में करते हैं।
यही नहीं, उम्र के बढ़ने के साथ हमारा शरीर भी कम हॉर्मोन्स बनाना शुरू कर देता है, इसमें ह्यूमन ग्रोथ हॉर्मोन भी शामिल हैं। इस उम्र में महिलाओं के शरीर में कम एस्ट्रोजन (Estrogen) और प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) बनते हैं। पुरुषों में भी कम सेक्स हॉर्मोन टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) का उत्पादन होता है। यही नहीं, इस उम्र में बीमारियों और इंफेक्शन का जोखिम अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। अब बुजुर्ग महिलाओं में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) के बारे में जान लेते हैं।
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बुजुर्ग महिलाओं में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट
जब महिलाओं की उम्र बढ़ती है, तो मेनोपॉज से पहले और उस दौरान हॉर्मोन में बदलाव नींद में समस्या, बेचैनी आदि कई परेशानियों का कारण बन सकता है। यही नहीं, हॉर्मोन्स में उतार और चढ़ाव से उनके मूड और जीवन पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। लेकिन, सच यह है कि एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से ब्लड शुगर भी प्रभावित होती हैं। यानी, बुजुर्ग महिलाओं में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) हो सकती है। ऐसे में, इन हॉर्मोन्स के उतार-चढ़ाव के कारण उम्र के बढ़ने पर इन हॉर्मोन्स के लेवल को चेक कराना भी जरूरी है। अगर किसी को टाइप वन डायबिटीज की समस्या है, तो महिलाएं मेनोपॉज के नजदीक की उम्र में लो ब्लड शुगर लेवल को नोटिस कर सकते हैं।
यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपके हॉर्मोन्स डाउन जा रहे हैं और आपको इंसुलिन की जरूरत है। यही नहीं, उम्र के बढ़ने के साथ ही आपके लिए लो ब्लड शुगर और मूड चेंजेज व अन्य प्रीमेनोपॉज लक्षणों के बीच में अंतर के बारे में जानना भी जरूरी है। अगर किसी महिला को टाइप वन डायबिटीज है, तो वो मेनोपॉज तक जल्दी पहुंच सकती हैं। लेकिन अगर आप ओवरवेट हैं और आपको टाइप टू डायबिटीज है, तो यह बदलाव देरी से शुरू हो सकते हैं। ऐसा, इसलिए है क्योंकि,जिन महिलाओं का वजन अधिक होता है उनमें एस्ट्रोजन बहुत तेजी से ड्रॉप नहीं होता है। महिलाओं में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) के बारे में जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।
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जब उम्र के बढ़ने पर शरीर में बदलाव होता है, तो आपके लिए मेनोपॉज के लक्षणों और हाय या लो ब्लड शुगर के सिम्पटम्स में अंतर करना मुश्किल हो सकता है। चक्कर आना, पसीना आना और एकाग्रता में समस्या आदि परेशानियां भी हार्मोनल चेंजेज या ब्लड शुगर लेवल के हाय व लो होने के कारण हो सकती हैं। इनके बारे में सही जानने के लिए आपको इनका टेस्ट कराना चाहिए। इसकी जांच के बाद डॉक्टर आपके ब्लड शुगर लेवल में बदलाव महसूस करते हैं, तो वो आपको हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (Hormone replacement therapy) की सलाह दे सकते हैं।
अगर आप मेनोपॉज के गुजर रही हैं और आपको डायबिटीज है तो आपको यूरिनरी ट्रैक्ट (Urinary tract) और वजाइनल इंफेक्शन (Vaginal infections) की संभावना अधिक रहती है। एस्ट्रोजन लेवल मेनोपॉज के दौरान ड्रॉप हो सकता है, जिससे वजाइनल ड्रायनेस और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें। अब जानते हैं बुजुर्ग पुरुषों में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) के बारे में।
बुजुर्ग पुरुषों में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट
पुरुषों में सेक्स हॉर्मोन जिसे टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) कहा जाता है सेक्स ड्राइव, मसल मास और स्ट्रेंथ को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। उम्र के बढ़ने के साथ ही प्राकृतिक रूप से यह हॉर्मोन्स ड्रॉप हो जाते हैं। लो टेस्टोस्टेरोन (Low Testosterone) इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin resistance) का कारण बन सकता है। इसका कारण है कि उनके शरीर के सेल्स इंसुलिन के रिस्पॉन्ड नहीं कर पाते हैं। यानी, पुरुषों में उम्र के बढ़ने के साथ ही एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) की संभावना रहती है। ऐसे में, टेस्टोस्टेरोन थेरेपी से ब्लड शुगर लेवल सुधर सकता है।
यह तो थी बुजुर्गों में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) के बारे में जानकारी। अब जानते हैं कि इस उम्र में आप कैसे हेल्दी रह सकते हैं और अपनी सेक्शुअल लाइफ को एन्जॉय कर सकते हैं।
इस उम्र में कैसे रहें हेल्दी?
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि उम्र के बढ़ने के साथ आपको कई हेल्थ प्रॉब्लम्स से गुजरना पड़ सकता है। इस दौरान एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) हो सकती है। ऐसे में आपको हेल्दी रहने और लाइफ को एन्जॉय करने के लिए कुछ तरीके अपनाने चाहिए, जैसे:
- अपनी डायबिटीज पर ध्यान दें। इसका अर्थ है कि आपको अपनी ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करना चाहिए। इसके लिए अपने डॉक्टर से बात करें। इसके साथ ही अपने डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करना चाहिए।
- अपने वजन का भी ख्याल रखें। वजन का बढ़ना डायबिटीज और अन्य कई समस्याओं का मुख्य कारण बन सकता है।
- हेल्दी डायट लें। अपने आहार में अधिक से अधिक फल, सब्जियों और साबुत अनाज को शामिल करें। इसके साथ ही उन्हें लीन प्रोटीन और लो फैट डेयरी लेनी चाहिए।
- नियमित रूप से व्यायाम करें। दिन में कम से कम तीन मिनट्स व्यायाम के लिए निकालें। इससे आपकी एनर्जी बढ़ेगी और मूड सुधरेगा।
- तनाव से बचें और अपनी नींद पूरी करें।
- डॉक्टर की सलाह के बाद हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (Hormone replacement therapy), टेस्टोस्टेरोन थेरिपी (Testosterone Therapy) या अन्य थेरेपीज या उपायों को अपनाया जा सकता है।
क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज को रिवर्स कैसे कर सकते हैं? तो खेलिए यह क्विज!
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उम्मीद है कि बुजुर्गों में एंडोजीनस सेक्स हॉर्मोन्स से डायबिटीज डेवलपमेंट (Development of Type 2 Diabetes in Older Men and Women) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। यह बात तो आप समझ ही गए होंगे कि उम्र के बढ़ने के साथ ही सेक्स हॉर्मोन्स डायबिटीज डेवलपमेंट का कारण बन सकते हैं। अगर आपके मन में इसके बारे में कोई भी सवाल है, तो आप अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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