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डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन - जानिए कैसे लायें सुधार

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Anu sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 25/08/2021

    डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन - जानिए कैसे लायें सुधार

    इरेक्टाइल डिसफंक्शन पुरुषों में सेक्स संबंधी एक आम समस्या है, इसे नपुंसकता भी कहा जाता है। इसका अर्थ है सेक्स के लिए पर्याप्त इरेक्शन का न होना या इरेक्शन को बनाए रखने में समस्या। जिन पुरुषों को डायबिटीज हो उनमें यह समस्या बहुत ही सामान्य हैं, खासतौर पर जो पुरुष टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित हों। अगर डायबिटीज को सही समय पर कंट्रोल न किया जाए तो नसों और ब्लड वेसल को नुकसान हो सकता है। डायबिटीज से पीड़ित पुरुषों मे तीन गुना अधिक इरेक्टाइल डिसफंक्शन होने की संभावना होती है। इसकी सबसे बुरी बात यह है कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन के बारे में पुरुष अधिक बात नहीं करना चाहते न ही वो किसी को इस बारे बताते हैं, इसलिए इस समस्या के बारे में पता ही नहीं चल पाता। डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction) के बारे मे जानिए विस्तार से।

    इरेक्टाइल डिसफंक्शन कारण (Erectile dysfunction cause)

    डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction) के बारे मे जानने से पहले इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कारणों के बारे मे जानें, जो शारीरिक और साइकोलॉजिकल दोनों कारकों पर निर्भर करते हैं। यह कारण इस प्रकार हैं:

    • तनाव, चिंता और घबराहट
    • रिश्तों में समस्या
    • स्वास्थ्य समस्याएं
    • अल्कोहल का अधिक सेवन 
    • स्मोकिंग
    • दवाईयां 
    • आपकी कोई सर्जरी हुई हो
    • पुरुष हॉर्मोन टेस्टोस्टेरोन का कम स्तर
    • इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कारण शरीर के कई कार्य प्रभावित होते हैं। लेकिन अगर इरेक्शन रात भर रहता है या सुबह होता है तो इसका कारण साइकोलॉजिकल हो सकता है।

    डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन में संबंध (Relationship between diabetes and erectile dysfunction)

    इस बात के बारे में पूरी जानकारी मौजूद नहीं है कि डायबिटीज से पीड़ित पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या अधिक क्यों होती है। लेकिन, जिन पुरुषों को डायबिटीज होती है, अगर डायबिटीज अच्छे से कंट्रोल न की जाए तो उन लोगों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन होने की संभावना अधिक हो जाती है। समय के साथ यह समस्या उन नसों को नुकसान पहुंचाती हैं जो लिंग तक खून के प्रवाह को नियंत्रित करती हैं। अगर खून में ग्लूकोज का स्तर सामान्य रहता है तो इस समस्या के होने की संभावना कम होने में मदद मिलती है।

    डायबिटीज इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण कैसे बन सकती है?

    मनुष्य के सेक्सुअल सिस्टम पर डायबिटीज और डायबिटीज के उपचार का बहुत अधिक असर पड़ता है। इसलिए डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction) दोनों एक साथ हो सकते है। जानिए, डायबिटीज इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण कैसे बन सकती है

    डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction):  नसें होती हैं प्रभावित

    न्यूरोपैथी या नसों को नुकसान होना डायबिटीज की सबसे सामान्य परेशानी है।  पैरासिम्पैथेटिक नर्वस सिस्टम का एक काम है, जिसे इरेक्शन कहा जाता है। लेकिन ऑर्गेज्म और वीर्यस्खलन को सिम्पैथेटिक सिस्टम द्वारा नियंत्रित किया जाता है। न्यूरोपैथी इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बन सकती है।

    डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction): ब्लड वेसल्स

    डायबिटीज ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचा सकती है, खासतौर पर पेनिस में मौजूद छोटे ब्लड वेसल्स। डायबिटीज के कारण दिल से संबंधित रोग भी हो सकते हैं। इससे भी खून का प्रवाह ठीक से नही हो पाता। अगर लिंग में सही से खून का प्रवाह नहीं होगा तो इरेक्शन होने में समस्या हो सकती है। यानि डायबिटीज ओर इरेक्टाइल डिसफंक्शन आपकी सेक्स लाइफ को खराब कर सकते हैं

    हॉर्मोन (Hormones)

    डायबिटीज किडनी संबंधी रोगों का भी एक कारण है। जिससे शरीर के हार्मोन्स में भी बदलाव आता है। यह हार्मोन्स शारीरिक संबंधों को भी प्रभावित करते हैं। जिससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन रोग हो सकता है।

    और पढ़ें :Erectile Dysfunction: स्तंभन दोष क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय

    मानसिक समस्या (Mental problem)

    साइकोलॉजिकल समस्याओं के कारण सेक्स ड्राइव कम हो सकती हैं। लेकिन अगर सेक्स ड्राइव सही भी है तब भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या हो सकती है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कारण जीवन में बदलाव, तनाव या रिश्तों में समस्या आदि हो सकते हैं।

    डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction): दवाईयां (Medicines)

    इरेक्टाइल डिसफंक्शन का एक मुख्य कारण दवाईयां हैं। डायबिटीज के लिए दी जाने वाली सामान्य दवाईयां भी इसका कारण बन सकती हैं या इस दौरान समस्या को बढ़ा सकती हैं। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप यह दवाईयां लेना बंद कर दें बल्कि अपने डॉक्टर से अपनी समस्या शेयर करें। इससे वो आपकी दवाईयों की डोज बदल सकते हैं, आपको कोई और दवाई दे सकते हैं या किसी अन्य उपचार की सलाह दे सकते हैं। डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction) के सही उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है।

    अगर आप डायबिटीज या दिल की बीमारियों से पीड़ित हैं तो इम्युनिटी बढ़ाने के लिए देखिये यह वीडियो:

    डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन:जानिए कैसे हो सकता है उपचार?

    इरेक्टाइल डिसफंक्शन के उपचार के लिए कई तरीके मौजूद हैं। इसमें से कौन सा तरीका आपके लिए बेहतरीन है, इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें:

    डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction) का उपचार: ओरल दवाईयां

    इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए कई दवाईयां दी जा सकती हैं जिनमें सिल्डेनाफिल सिट्रेट (sildenafil citrate) जिसे वियाग्रा भी कहा जाता है। इसके अलावा टैडालाफिल (tadalafil ),वार्डेनफिल( vardenafil ) ,अवेनेफिल (avanafil ) का प्रयोग भी किया जाता है। यह दवाईयां लिंग में खून के प्रवाह को सही से होने में मदद करती हैं। जिससे इरेक्शन होने में मदद मिलती है। इन दवाईयों के बारे में डॉक्टर से पूछें और सही सलाह लें।

    अन्य दवाईयां 

    अगर सिल्डेनाफिल सिट्रट, टैडालाफिल या अन्य दवाईयां आपके लिए अच्छा विकल्प नहीं हैं। तो आपके डॉक्टर आपको एक छोटा सा सपोसिटरी लेने की सलाह दे सकते हैं। जिसे आपको सेक्स से पहले अपने लिंग की नोक में डालना होगा। इसके अलावा आपको अन्य दवा भी दी जा सकती है। जिन्हें आप अपने लिंग के नीचे या अगल-बगल डालेंगे। यह दवाईयां भी रक्त प्रवाह को बढ़ाती हैं।

    वैक्यूम-कॉन्सट्रिक्शन उपकरण

    इस उपकरण को पेनिस या वैक्यूम पंप भी कहा जाता है। यह एक खाली ट्यूब होती हैं, जिसे लिंग पर पहना जाता है। इसमें एक पंप होता है, जिसका उपयोग लिंग में रक्त को खींचने और इरेक्शन पैदा करने के लिए होता है। लिंग के नीचे एक बैंड होता है जो इस ट्यूब के निकल जाने के बाद भी इरेक्शन को बनाए रखता है। यह उपकरण बेहद सुरक्षित है।

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    पिनाइल इम्प्लांट 

    अगर दवाईयां या पेनिस पंप काम नहीं करता है, तो सर्जिकल पेनिस इम्प्लांट का प्रयोग किया जाता है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन वाले कई पुरुषों के लिए सेमीरिगिड या इन्फ्लेटेबल पेनाइल इम्प्लांट एक सुरक्षित और प्रभावी विकल्प है।

    अन्य उपाय

    डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction) के खतरे से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं

    स्मोकिंग न करें

    तम्बाकू, स्मोकिंग आदि का प्रयोग ब्लड वेसल्स को तंग बनाते हैं। इससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए स्मोकिंग या तम्बाकू का सेवन न करें।

    वजन कम करें 

    वजन अधिक होने से भी यह समस्या बढ़ सकती है। इसलिए शारीरिक गतिविधियां करना न भूलें। एक्सरसाइज और योगा इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। इनसे आपका ब्लड प्रवाह बढ़ेगा, तनाव कम होगा और वजन कम होने में भी मदद मिलेगी। वजन का अधिक होना और तनाव डायबिटीज का कारण भी हैं।

    शराब का सेवन न करें

    अधिक शराब भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को बढ़ा सकती है। अगर आप शराब का सेवन करते हैं तो इसे कम कर दें या बिलकुल भी न करें।

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    डॉक्टर की सलाह लें

    अगर आपको डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction) है तो इस समस्या को न छुपाएं। बल्कि, अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें। डॉक्टर आपको आपकी डायबिटीज को कंट्रोल करने के तरीके बता सकते हैं और इसके लिए सही दवाई की सलाह भी दे सकते हैं। इसके साथ ही आपको डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction) के साथ कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या भी है, तो वो भी डॉक्टर को बताएं। क्योंकि, कुछ स्वास्थ्य समस्याएं इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को बदतर बना सकती हैं।

    काउंसलिंग कराएं

    तनाव या अवसाद से डायबिटीज और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Diabetes and erectile dysfunction) दोनों बढ़ती हैं। इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कारण आपका आपके पार्टनर के साथ भी रिश्ता ख़राब होगा। इसलिए, अपने पार्टनर के साथ खुलकर बात करें। इसके साथ ही किसी साइकोलोजिस्ट या काउंसलर की सलाह भी लें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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