इस तरह के फाइब्रॉएड्स के प्रकार में फाइब्रॉएड्स गर्भाशय (Uterus) में मांसपेशियों के बीच के हिस्से में पाई जाती है, इस तरह की फाइब्रॉएड्स के कारण पीरियड्स में अधिक दर्द और ब्लीडिंग होती है। कई केस में तो महिला को गर्भधारण करने में भी परेशानी आती है।
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सर्वाइकल फाइब्रॉएड
इस तरह के फाइब्रॉएड्स के प्रकार में फाइब्रॉएड्स गर्भाशय की गर्दन पर होती है।
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इंट्रालिगमेंटस फाइब्रॉएड
इस तरह के फाइब्रॉएड्स के प्रकार में फाइब्रॉएड्स गर्भाशय (Uterus) के साथ जुड़े टिश्यू में हो जाती है, इसके होने से पीरियड्स अनियमित हो जाते है।
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फाइब्रॉएड्स होने के क्या लक्षण है?
आमतौर पर गर्भाशय में फाइब्रॉएड्स होने के कोई लक्षण नहीं दिखाई देते। सामान्यतौर पर फाइब्रॉएड्स के लक्षण उसके प्रकार पर भी निर्भर करते है, कुछ फाइब्रॉएड्स में तुरंत ही लक्षण दिखाई देते है, लेकिन कुछ फाइब्रॉएड्स में काफी समय के बाद लक्षण दिखाई देते है। ज्यादातर मामलों में फाइब्रॉएड्स होने के निम्न लक्षण दिखाई दिए है-