डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी (Dilated cardiomyopathy) हार्ट मसल्स से जुड़ी एक बीमारी है। जो हार्ट के प्रमुख पंपिंग चेम्बर (left ventricle) से शुरू होती है। इसमें हार्ट वेंट्रिकल स्ट्रेच होकर थिन या कहें कि डायलेट (Dilate) हो जाते हैं। जिससे हार्ट एक हेल्दी हार्ट की तरह पंप नहीं कर पाता। समय के साथ इस समस्या से दोनों वेंट्रिकल प्रभावित हो सकते हैं। कार्डियोमायोपैथी (Cardiomyopathy) टर्म का उपयोग उस बीमारी के लिए किया जाता है जो कि हार्ट मसल को प्रभावित करती है। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का इस्तेमाल फायदेमंद है।
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी के लक्षण हो सकता है दिखाई ना दें, लेकिन यह कुछ लोगों की मौत का कारण बन सकती है। यह हार्ट फेलियर का सामान्य कारण है। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी की वजह से अनियमित धड़कन (Arrhythmias) की समस्या भी हो सकती है। साथ ही ये ब्लड क्लॉट और अचानक मौत का कारण भी बन सकती है। यह कंडिशन नवजात शिशुओं और बच्चों को भी प्रभावित कर सकती है। कार्डियोमायोपैथी के उपचार में कई प्रकार की दवाओं का उपयोग किया जाता है। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment) भी प्रभावी है।
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी के लक्षण (Dilated cardiomyopathy symptoms)
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी (Dilated cardiomyopathy) के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं।
- थकान
- एक्टिव होने या लेटने पर सांस लेने में तकलीफ
- एक्सरसाइज करने की क्षमता में कमी
- पैर, एड़ियों और एब्डोमेन में सूजन
- सीने में दर्द या दिल की तेज धड़कन
- हार्ट बीट के साथ असामान्य ध्वनि (इसका पता डॉक्टर फिजिकल एग्जामिनेशन के दौरान लगाते हैं)
कुछ लोगों में डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी (Dilated cardiomyopathy) की समस्या होने पर अर्ली स्टेज में इसके लक्षण दिखाई नहीं देते। अगर ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर परिवार में कभी किसी को ये समस्या रही है तो डॉक्टर से अर्ली डिटेक्शन के बारे में बात करें ताकि वे जेनेटिक टेस्टिंग करवा सकें।
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डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी के कारण क्या होते हैं (Causes of Dilated cardiomyopathy)
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी के कारण के बारे में पता करना थोड़ा मुश्किल है। यह कंडिशन कई बार जेनेटिक होती है। हालांकि कई चीजें हैं जो लेफ्ट वेंट्रिकल (Left ventricle) को डायलेट कर सकती हैं, उसे कमजोर बना सकती हैं। इनमें निम्न शामिल हैं।
- डायबिटीज
- मोटापा
- अनियमित दिल की धड़कन
- हायपरटेंशन
- लेट प्रेग्नेंसी में होने वाले कॉम्प्लिकेशन
- हार्ट या दूसरे अंगों में आयरन की अधिक मात्रा
- विशेष प्रकार के इंफेक्शन्स
इसके अलावा भी इसके कुछ संभावित कारण हो सकते हैं जो निम्न हैं।
- एल्कोहॉल का अत्यधिक उपयोग
- कैंसर मेडिकेशन
- इलीगल ड्रग का उपयोग
- लेड, मर्करी जैसे टॉक्सिन का एक्सपोजर
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डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी का इलाज (Treatment of Dilated cardiomyopathy)
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी होने पर डॉक्टर अंडरलाइंग कंडिशन के आधार पर ट्रीटमेंट रिकमंड करते हैं। ट्रीटमेंट की मदद से लक्षणों को कम करने के साथ ही ब्लड फ्लों को इम्प्रूव किया जा सकता है। इसके साथ ही ट्रीटमेंट की मदद से हार्ट के डैमेज को कम किया जा सकता है। डॉक्टर आमतौर पर इस कंडिशन का इलाज दवाओं के कॉम्बिनेशन से करते हैं। लक्षणों के आधार पर एक या दो दवाओं की जरूरत पड़ सकती है। जिसमें बीटा ब्लॉकर्स (Beta blockers), डियूरेटिक्स (Diuretics), ब्लड थिनिंग मेडिकेशन (Blood-thinning medications) और डिगोक्सिन (Digoxin) शामिल है। मरीज की स्थिति के हिसाब से डॉक्टर दवा प्रिस्क्राइब करते हैं। यहां हम डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन के उपयोग के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment) का उपयोग क्यों किया जाता है?
डिगोक्सिन हार्ट मसल्स के कॉन्ट्रेक्शन्स को स्ट्रेंथ देने का काम करती है। इसके साथ ही यह हार्ट बीट को कम करने में मददगार है। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग हार्ट फेलियर के लक्षणों को कम करने के साथ ही मरीज की एक्टिव रहने की क्षमता में सुधार करता है। डिगोक्सिन कई ब्रांड नाम के साथ इंडिया में उपलब्ध है। जिसमें सेनगोक्सिन (SANGOXIN), लेनोक्सिन (LANOXIN), कार्डिन (CARDIN), कार्डियोक्सिन टैबलेट (CARDIOXIN tab), डिक्सिन सिरप, टैबलेट और इंजेक्शन DIXIN (tab, inj,syrup) शामिल है। इस दवा की ऑनलाइन कीमत 9 रुपए से 14 रुपए के लगभग, सिरप की कीमत 84 रुपए और इंजेक्शन की कीमत 14 रुपए के लगभग है।
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डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी (Dilated cardiomyopathy) ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन के उपयोग से जुड़ी जरूरी बातें
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment) करने के साथ ही इस दवा का उपयोग हार्ट फेलियर के इलाज में दूसरी दवाओं के साथ भी किया जाता है। यह अनियमित दिल की धड़कन की कुछ स्थितियों में भी उपयोगी है। जिसमें क्रोनिक आर्टियल फिब्रिलाइजेशन (chronic atrial fibrillation) शामिल है। इसके उपयोग से हार्ट को पंप करने में मदद मिलती है।
डिगोक्सिन कार्डिएक ग्लाइकोसाइड्स मेडिकेशन के वर्ग से संबंधित है। यह हार्ट सेल्स में मौजूद कुछ मिनरल्स जैसे कि सोडियम और पोटेशियम को प्रभावित करके काम करती है। यह हार्ट से तनाव को कम कर हार्टबीट को नॉर्मल करती है। यह दवा के उपयोग से मरीज एनर्जेटिक फील करता है। यह दवा हार्ट फेलियर को रोकने और उसके लक्षणों को सुधारने में भी मदद करती है।
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग कैसे करें? (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment)
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का रोज सेवन किया जाता है। इस दवा को खाने के साथ या इसके बिना भी लिया जा सकता है। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग एक निश्चित समय पर करें। दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना बंद नहीं किया जा सकता। ऐसा करने पर स्थिति बदतर हो सकती है। अच्छा महसूस होने पर भी डिगोक्सिन को लेना जारी रखें। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का सेवन करने के साथ ही डॉक्टर के साथ रेगुलर फॉलो अप जारी रखें। इसके साथ ही आपको कुछ लाइफस्टाइल चेंजेंस भी करने होंगे जिसमें हेल्दी खाना और एक्टिव रहना जरूरी है। तभी यह दवा असर करेगी।
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment) के सेवन से होने वाले साइड इफेक्ट्स
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का उपयोग कर रहे हों या किसी अन्य कंडिशन में इसके सेवन से कुछ साइड इफेक्ट्स दिखाई दे सकते हैं। हालांकि जब बॉडी दवा के साथ एडजस्ट हो जाती है तो ये लक्षण अपने आप चले जाते हैं। अगर ये लगातार बने रहें और आप इनके कारण परेशान हो तो डॉक्टर से संपर्क करें। डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन के सेवन से निम्न साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
- त्वचा पर चकत्ते
- जी मिचलाना
- उल्टी
- डायरिया
- चक्कर आना
- अनियमित दिल की धड़कन
- दृष्टि हानि (Visual impairment)
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डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट (Dilated Cardiomyopathy Treatment) में डिगोक्सिन का उपयोग करने से पहले जान लें ये बातें
डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन का सेवन करने से पहले डॉक्टर को बताएं अगर आप प्रेग्नेंट है। प्रेग्नेंसी के दौरान इस दवा का सेवन करना सेफ नहीं है। हालांकि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दवा के उपयोग को सेफ बताया गया है, लेकिन इन दोनों कंडिशन के बारे में डॉक्टर से सलाह कर लें। किडनी और लिवर डिजीज का सामना कर रहे लोगों को भी इस दवा का उपयोग सावधानी के साथ करना चाहिए।
उम्मीद करते हैं कि आपको डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी और डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी ट्रीटमेंट में डिगोक्सिन के उपयोग (Digoxin in Dilated Cardiomyopathy Treatment) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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