ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) महिलाओं में कैंसर रिलेटेड डेथ्स का सबसे सामान्य कारण है। डिटेक्शन और ट्रीटमेंट में इम्प्रूवमेंट के कारण अब ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिलाओं में सर्वाइवल रेट में बढ़ोतरी हुई है। एक नई स्टडी के मुताबिक जिन महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का निदान हुआ है, उपचार से उनका सर्वाइवल संभव है। लेकिन, वो अन्य डिजीज का शिकार हो सकती हैं, जैसे हार्ट डिजीज। ऐसा भी पाया गया है कि अधिकांश महिलाएं जो ब्रेस्ट कैंसर के निदान के बाद 10 साल या उससे अधिक समय तक जीवित रहीं, उनकी मृत्यु नॉन-कैंसर कारणों से हुई। आज हम बात करने वाले हैं ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) के बारे में। ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) के बीच के लिंक के बारे में जाने से पहले ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जान लेते हैं।
क्या है ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer)?
स्तन कैंसर यानी ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer), वो कैंसर है, जिसकी शुरुआत ब्रेस्ट सेल्स में होती है। स्किन कैंसर के बाद ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) महिलाओं में होने वाला सबसे सामान्य कैंसर माना जाता है। हालांकि, यह कैंसर महिलाओं और पुरुषों दोनों को हो सकता है लेकिन यह महिलाओं में अधिक सामान्य है। ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) का निदान और उपचार संभव है। पिछले कुछ सालों में ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवल रेट भी बढ़ा है। अगर आपकी ब्रेस्ट कैंसर की हिस्ट्री है और आपको इसके अन्य रिस्क फैक्टर्स हैं, तो आपको नियमित रूप से इसकी जांच करानी चाहिए। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
- ब्रेस्ट बम्प या थिकनिंग, जो आसपास के टिश्यू से अलग महसूस होती है।
- स्तन या ब्रेस्ट के साइज, शेप और अपीयरेंस में बदलाव
- ब्रेस्ट के ऊपर स्किन में बदलाव
- निप्पल (एरिओला) या ब्रेस्ट की स्किन के आसपास की त्वचा के पिगमेंटेड एरिया में पीलिंग, स्केलिंग, क्रस्टिंग या फ्लेकिंग
- ब्रेस्ट के ऊपर की स्किन में रेडनेस
यह तो थी जानकारी ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के बारे में। अब जानिए ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) के लिंक के बारे में विस्तार से।
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क्या है कनेक्शन ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) के बीच में?
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (Heart Association) के साइंटिस्ट्स के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) में गहरा संबंध है। उनके अनुसार ब्रेस्ट कैंसर ट्रीटमेंट (Breast cancer treatment) से हार्ट डिजीज का रिस्क बढ़ सकता है। हालांकि, उनका मानना है कि ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) के बीच के लिंक को समझना बहुत क्रिटिकल है। ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer), हार्ट डिजीज का कारण कैसे बन सकती है इसके बारे में जानकारी इस प्रकार है:
कीमोथेरेपी और हार्ट डिजीज (Chemotherapy and heart disease)
कई तरह की कीमोथेरेपीज होती हैं, लेकिन इनमें से एक बहुत सामान्य और प्रभावी है जिसे एन्थ्रासाइक्लिन डॉक्सोरूबिसिन (anthracycline doxorubicin) नाम से जाना जाता है। इसे ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के ट्रीटमेंट के लिए बेहतरीन माना जाता है। लेकिन, ऐसा भी माना जाता है कि इससे हार्ट को इरिवर्सिबल डैमेज हो सकता है। हालांकि, ऐसा होना बेहद दुर्लभ है। लेकिन, अगर ऐसा होता है, तो यह बेहद भयानक हो सकता है। कीमोथेरेपी से टेम्पररी हार्ट प्रॉब्लम्स भी हो सकती हैं जैसे मर्मर (Murmurs) और अन्य रिदम इशूज।
अच्छी खबर यह है कि कीमोथेरेपी महिलाओं में हार्ट डिजीज के जोखिम को लंबे समय तक नहीं बढ़ाती है। उपचार समाप्त होने पर कीमोथेरेपी के हार्ट के लिए जोखिम समाप्त हो जाते हैं। ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) में यह जानकारी बेहद महत्वपूर्ण है।
रेडिएशन थेरेपी और हार्ट डिजीज (Radiation therapy and heart disease)
ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) से पीड़ित महिलाओं जिनका उपचार रेडिएशन थेरेपी से होता है, उनमें लंबे समय तक हार्ट डिजीज का जोखिम चिंता का विषय है। खासकर उन महिलाओं के लिए जिन्हें लेफ्ट ब्रेस्ट में कैंसर है, क्योंकि यह हार्ट के करीब है। स्टडीज के अनुसार हार्ट डिजीज (Heart disease) का रिस्क रेडिएशन की डोज के साइज से संबंधित है। रेडिएशन की हाय डोज, कम खुराक की तुलना में अधिक रिस्क बढ़ाती है। जिन महिलाओं को लेफ्ट-साइड ब्रेस्ट कैंसर होता है, उन्हें अगर रेडिएशन से ट्रीट किया जाए, तो हार्ट को प्रोटेक्ट करने के लिए कई स्ट्रेटेजीज को अपनाया जाता है।
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उम्मीद है कि आप ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) के बारे में जान गए होंगे। ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) सर्वाइवर के लिए जिन्होंने एक दशक या उससे अधिक समय तक रेडिएशन को प्राप्त किया हो, उनमें हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में डॉक्टर रोगी को हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) या हाई कोलेस्ट्रॉल जैसे लक्षणों और शुरुआती संभावित संकेतों पर नजर रखने की सलाह दे सकते हैं।
संक्षेप में कहा जाए तो ब्रेस्ट कैंसर के लिए रेडिएशन थेरेपी का इस्तेमाल कुछ रोगियों में हार्ट आर्टरीज को ब्लॉक कर सकता है या हार्ट वॉल्व इशूज और एब्नार्मल हार्ट रिदम को बढ़ा सकता है। कीमोथेरेपी और अन्य कैंसर ट्रीटमेंट से हार्ट कमजोर हो सकता है और ब्लड क्लॉट्स, हाय ब्लड कैंसर और अन्य इशूज का कारण बन सकता है। इसके साथ ही ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) के कॉमन रिस्क फैक्टर्स भी हैं। आइए, जानें उनके बारे में।
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कॉमन रिस्क फैक्टर्स
ऐसा भी कहा जाता है कि ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) के कई एक जैसे रिस्क फैक्टर्स होते हैं। जैसे एजिंग, पुअर डायट, एक्सरसाइज न करना और स्मोकिंग आदि। लाइफस्टाइल चेंजेज जैसे एक्सरसाइज करना, वजन कम करना, सही खानपान आदि से इन दोनों समस्याओं का रिस्क कम किया जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर हार्ट डिजीज का जोखिम को हेल्दी लाइफस्टाइल से कम किया जा सकता है। अब जानते हैं कि हार्ट डिजीज के रिस्क को कम करने के लिए ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) को कैसे मैनेज किया जा सकता है?
ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) की समस्या से कैसे बचें?
लाइफटाइम कई फैक्टर्स आपके ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के जोखिम को प्रभावित कर सकते हैं। लेकिन, उम्र के बढ़ने या अपने फैमिली हिस्ट्री जैसे कुछ फैक्टर्स को नहीं बदला जा सकता है। लेकिन आप निम्नलिखित तरीकों से आप ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं:
- अपने वजन को सही बनाए रखें। इसके लिए सही खाएं और व्यायाम करें। इसके लिए डॉक्टर की सलाह भी ली जा सकती है।
- नियमित रूप से व्यायाम करें। दिन में कम से कम तीस मिनट निकाल कर एक्सरसाइज अवश्य करें। इससे आपको संपूर्ण रूप से हेल्दी रहने में मदद मिल सकती है।
- एल्कोहॉल का सेवन करने से बचें या एल्कोहॉलिक ड्रिंक्स को सीमित मात्रा में लें।
- अगर हो सके, तो अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराएं।
- यदि आप हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (Hormone replacement therapy) ले रहे हैं या ओरल कंट्रासेप्टिव (Oral contraceptive) यानी बर्थ कंट्रोल पिल्स ले रहे हैं, तो पहले ही डॉक्टर से इनके रिस्क्स के बारे में जान लें। यह भी जान लें कि यह आपके लिए सही हैं या नहीं।
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अगर आपकी ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) की फैमिली कैंसर है तो भी डॉक्टर से बात करें ताकि उसका रिस्क कम किया जा सके। इससे कैंसर के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है, और यदि ऐसा होता है तो आपके सर्वाइवल की संभावना में सुधार होगा।यह तो थी जानकारी ब्रेस्ट कैंसर और हार्ट डिजीज (Breast cancer and heart disease) के बीच के कनेक्शन के बारे में। ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) एक गंभीर रोग है।
ऐसा माना जाता है कि ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) में इस्तेमाल होने वाले उपचार का हार्ट डिजीज का कारण बन सकते हैं। यही नहीं, इनके रिस्क फैक्टर भी कॉमन है। इसलिए अगर आप ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के कारण होने वाले हार्ट डिजीज के जोखिम से बचना चाहते हैं, तो आपको इस कैंसर के जोखिम से बचना चाहिए। इसके लिए अपने जीवनशैली को हेल्दी बनाए रखें। अगर इस बारे में आपके मन के कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य बात करें।
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