स्ट्रेस टेस्ट को कई बार ट्रेडमिल टेस्ट या एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise Stress Test) कहा जाता है। इस टेस्ट के जरिए डॉक्टर यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि व्यक्ति का हार्ट फिजिकल एक्टिविटीज को कितनी अच्छी तरह से हैंडल करता है। क्योंकि एक्सरसाइज के दौरान हृदय अधिक और तेज गति से पंप करता है इसलिए एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट हार्ट के अंदर ब्लड फ्लो से संबंधित परेशानी के बारे में बता सकता है।
एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise Stress Test) में ट्रेडमिल पर वॉक करना या एक्सरसाइजिंग बाइक को चलाना पड़ता है और उस समय व्यक्ति की हार्ट रिदम, ब्लड प्रेशर और ब्रीदिंग को मॉनिटर किया जाता है। डॉक्टर स्ट्रेस टेस्ट की सिफारिश तब करते हैं जब व्यक्ति में कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) या एरिदमिया (Arrhythmia) के लक्षण हों। एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट हार्ट से रिलेटेड किसी बीमारी का ट्रीटमेंट का निणर्य लेने में मददगार हो सकता है। इसके साथ ही यह बताता है कि हार्ट का ट्रीटमेंट अच्छी तरह हो रहा है या नहीं। वर्तमान में मौजूद हार्ट कंडिशन की गंभीरता को बताने में भी यह मदद करता है। इस बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise Stress Test) कब रिकमंड किया जाता है?
डॉक्टर निम्न कारणों के चलते स्ट्रेस टेस्ट रिकमंड कर सकते हैं।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज का पता लगाना (Diagnose coronary artery disease)
कोरोनरी आर्टरीज बड़ी ब्लड वेसल्स हैं जो हार्ट को ब्लड, ऑक्सिजन और पोषक तत्वों को सप्लाई करती हैं। कोरोनरी आर्टरी डिजीज उस समय विकसित होती हैं जब ये आर्टरीज डैमेज्ड हो जाती हैं या कोई बीमारी हो जाती है। जिसका कारण कोलेस्ट्रॉल युक्त प्लाक का बिल्डअप होना है।
एरिदमिया का पता लगाने के लिए (Diagnose arrhythmias)
हार्ट एरिदमियाज तब होता जब हार्ट बीट के साथ कॉर्डिनेट करने वाले इलेक्ट्रिकल सिगनल्स ठीक से काम नहीं करते। एरिदमिया आपके दिल को तेज, बहुत धीमे या अनियमित रूप से धड़कने का कारण बनता है।
हार्ट डिसऑर्डर्स के इलाज के लिए (Guide treatment of heart disorders)
अगर किसी व्यक्ति में पहले ही कोई हार्ट कंडिशन डायग्नोस हुई है तो एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise Stress Test) डॉक्टर को यह पता लगाने में मदद कर सकता है कि वर्तमान इलाज ठीक है या नहीं। टेस्ट का रिजल्ट डॉक्टर को मरीज के लिए सही ट्रीटमेंट निर्धारित करने में मदद करता है।
सर्जरी के पहले हार्ट को चेक करने के लिए (Check your heart before surgery)
डॉक्टर एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise Stress Test) का यूज यह पता लगाने के लिए कर सकते हैं कि वॉल्व रिप्लेसमेंट या हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी कब की जा सकती है।अगर एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट से लक्षण और कारण का पता नहीं चलता तो डॉक्टर न्यूक्लियर स्ट्रेस टेस्ट या इकोकार्डियोग्राम के साथ स्ट्रेस टेस्ट करवा सकते हैं।
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एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट कैसे किया जाता है? (Exercise Stress Test Process)
डॉक्टर बताते हैं कि स्ट्रेस टेस्ट के लिए तैयारी कैसे करनी है। डॉक्टर मरीज को टेस्ट से पहले कुछ भी खाने-पीने और स्मोकिंग के लिए मना कर सकते हैं। टेस्ट के एक दिन पहले से कैफीन के सेवन के लिए भी मना किया जा सकता है। डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए कि क्या व्यक्ति टेस्ट से पहले ओवर द काउंटर दवाओं का उपयोग कर सकता है। कुछ दवाएं टेस्ट में इंटरफेयर कर सकती हैं। अस्थमा के मरीज अपने इंहेलर को टेस्ट के दौरान लेकर आ सकते हैं। इस बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। टेस्ट के दौरान कंफर्टेबल कपड़े और जूते पहनना सही रहता है।
इस टेस्ट में 1 घंटे का समय लगता है। जिसमें प्रिपेशन और टेस्ट दोनों का समय शामिल है। एक्चुअल एक्सरसाइज टेस्ट में 15 मिनट लगते हैं। व्यक्ति को ट्रेडमिल पर चलना और एक्सरसाइजिंग बाइक पर पैडल मारने होते हैं। अगर कोई व्यक्ति एक्सरसाइज नहीं कर पा रहा है तो उसे आईवी के द्वारा एक दवा दी जाती है।
स्ट्रेस के पहले (Before a stress test)
एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise Stress Test) से पहले डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री और व्यक्ति की एक्सरसाइज लेवल की इंटेंसिटी क्या है इसके बारे में सवाल करेंगे। यह निर्धारित करने में मदद करेगा कि स्ट्रेस टेस्ट के दौरान कितनी एक्सरसाइज करना सही होगा। डॉक्टर उन हार्ट और लंग्स से जुड़ी उन परेशानियों के बारे में सुनेंगे जो टेस्ट को प्रभावित कर सकती हैं।
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स्ट्रेस टेस्ट (Stress test) के दौरान क्या होता है?
नर्स या टेक्नीशियन व्यक्ति के सीने, पैर और हाथों में स्टिकी पैचेस जिन्हें इलेक्ट्रोड्स कहा जाता है लगा देते हैं। वायर्स कंप्यूटर सेंसर्स से कनेक्ट होते हैं जो हार्ट की इलेक्ट्रिलक एक्टिविटी रिकॉर्ड करते हैं। टेस्ट के दौरान मरीज का ब्लड प्रेशर भी चेक किया जाता है। मरीज को टेस्ट के दौरान ट्यूब में सांस लेने के लिए भी कहा जा सकता है ताकि यह पता चल सके कि वह एक्सरसाइज के दौरान कैसे सांस लेता है।
ट्रेडमिल या एक्सरसाइजिंग बाइक या साइकिल पर एक्सरसाइज धीरे-धीरे करनी होती है। थोड़ी देर के बाद एक्सरसाइज कठिन हो सकती है। बैलेंस के लिए मरीज ट्रेडमिल की रेलिंग का यूज कर सकता है, लेकिन इसे जोर से नहीं पकड़ना चाहिए। मरीज तब एक्सरसाइज करना जारी रखता है जब तक हार्ट रेट टार्गेट लेवल पर नहीं पहुंच जाती या निम्न लक्षण दिखाई देने लगते हैं जिनके चलते आप एक्सरसाइज नहीं कर पाते।
- मध्यम से गंभीर सीने में दर्द (Chest pain)
- गंभीर सांस की कमी (Severe shortness of breath)
- असामान्य हाय और लो ब्लड प्रेशर (Blood pressure)
- चक्कर आना (Dizziness)
- थकान (Fatigue)
- इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram) में परिवर्तन
- असामान्य दिल की धड़कन (Abnormal heart rhythm)
यदि व्यक्ति एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise Stress Test) दौरान व्यायाम नहीं कर सकता है, तो उसे IV के माध्यम से एक दवा दी जाएगी जो आपके हृदय में रक्त के प्रवाह को बढ़ाती है। जिससे उसे सांस की कमी महसूस हो सकती है, ठीक वैसे ही जैसे व्यायाम करते समय होती है। साथ ही सिरदर्द हो सकता है।
मरीज और डॉक्टर व्यायाम के लिए सुरक्षित सीमाओं पर चर्चा करेंगे। व्यक्ति कभी भी बहुत असहज महसूस करने पर टेस्ट रोक सकता है। डॉक्टर मरीज की हृदय गतिविधि को देखेगा और कोई चिंता का विषय होने पर परीक्षण बंद कर देगा।
टेस्ट के बाद (After the stress test)
एक्सरसाइज बंद करने के बाद कुछ सेकेंड के लिए खड़े रहने के लिए कहा जाएगा। उसके बाद कुछ समय के लिए मॉनिटर्स के साथ लेटने के लिए कहा जा सकता है। डॉक्टर किसी भी समस्या के लिए व्यक्ति को मॉनिटर कर सकता है क्योंकि हृदय गति और श्वास सामान्य हो जाती है। एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट के कंप्लीट हो जाने के बाद व्यक्ति अपनी नॉर्मल एक्टिविटीज फिर से शुरू कर सकता है।
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स्ट्रेस टेस्ट (Stress test) का रिजल्ट
यदि आपके एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट के दौरान एकत्र की गई जानकारी से पता चलता है कि हृदय कार्य सामान्य है, तो आपको किसी और परीक्षण की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, यदि परिणाम सामान्य हैं और लक्षण लगातार बिगड़ते जा रहे हैं, तो डॉक्टर एक न्यूक्लियर स्ट्रेस टेस्ट या किसी अन्य स्ट्रेस टेस्ट की सिफारिश कर सकता है जिसमें व्यायाम से पहले और बाद में एक इकोकार्डियोग्राम या आपके दिल में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने के लिए दवाएं शामिल हैं। ये परीक्षण अधिक सटीक होते हैं और आपके हृदय की कार्यप्रणाली के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करते हैं, लेकिन वे अधिक महंगे भी होते हैं।
यदि स्ट्रेस टेस्ट के परिणाम बताते हैं कि कोरोनरी धमनी की बीमारी हो सकती है या एरिदमिया दिखाई हो सकता है, तो डॉक्टर ट्रीटमेंट प्लान बनाने के लिए प्राप्त हुई जानकारी का उपयोग करेंगे। कोरोनरी एंजियोग्राम जैसे अतिरिक्त परीक्षणों की आवश्यकता हो सकती है। यदि किसी हार्ट कंडिशन का ट्रीटमेंट निर्धारित करने में मदद करने के लिए स्ट्रेस टेस्ट कराया गया था, तो डॉक्टर ट्रीटमेंट प्लान बनाने या बदलने के लिए परिणामों का उपयोग करेगा।
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उम्मीद करते हैं कि आपको एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट (Exercise Stress Test) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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