मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति को हम महिला के पीरियड सायकिल का प्राकृतिक ठहराव या रोक कह सकते हैं। इसके बाद महिला की प्रजनन क्षमता समाप्त हो जाती है। हर महिला मेनोपॉज से गुजरती है। लेकिन, महिलाओं का इस दौरान या इसके बाद होने वाली समस्याओं को लेकर चिंतित रहना स्वभाविक है जैसे वजाइनल ड्रायनेस, तनाव, कुछ भी याद रखने में परेशानी होना आदि। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इसका प्रभाव दिल पर भी पड़ता है? आज हम बात करने वाले हैं मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart Palpitations) के बारे में। जानिए मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन कितनी गंभीर समस्या है और कैसे मैनेज कर सकते हैं आप मेनोपॉज के बाद हार्ट पैल्पिटेशन (Heart Palpitations) की समस्या को।
क्या है हार्ट पैल्पिटेशन? (What is Heart palpitations)
सबसे पहले जानते हैं कि हार्ट पैल्पिटेशन (Heart Palpitations) क्या है? हार्ट पैल्पिटेशन को हम असामान्य हार्ट बीट भी कह सकते हैं। इसमें आप ऐसा महसूस कर सकते हैं जैसे आपके दिल ने एक बीट को छोड़ दिया है या अतिरिक्त बीट को जोड़ दिया है। आप यह भी महसूस कर सकते हैं कि आपका दिल बहुत तेज दौड़ रहा है। हालांकि, हार्ट पैल्पिटेशन थोड़े समय के लिए होती है। कई बार यह कुछ सेकंड तक रहती है, तो कई बार कुछ मिनटों तक भी हो सकती है। हार्ट पैल्पिटेशन (Heart Palpitations) से कोई हानि नहीं होती है और न ही यह किसी समस्या का संकेत है, लेकिन इस स्थिति में फिर भी डॉक्टर से मिलना और सही उपचार जरूरी है।
यह भी पढ़ें : क्या प्रेग्नेंसी के दौरान हार्ट पैल्पिटेशन सामान्य है?
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन के बारे में जानें (Know About Menopause and Heart palpitations)
जैसा की आप जानते ही हैं कि मेनोपोज महिलाओं में मासिक धर्म चक्र का प्राकृतिक ठहराव है, जबकि हार्ट पैल्पिटेशन असामन्य हार्टबीट। मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) के बीच में लिंक के बारे में अगर बात की जाए, तो हार्ट पैल्पिटेशन मेनोपॉज का एक लक्षण है। इसमें ऐसा महसूस होता है जैसे आपका दिल सामान्य से बहुत अधिक तेजी से दौड़ रहा है। आपको यह भावना छाती से लेकर गर्दन तक महसूस हो सकती है। हार्ट पैल्पिटेशन के अलावा भी इसके कुछ अन्य लक्षण हैं, जो इस प्रकार हैं:
- अचानक बुखार वाली गर्मी महसूस करना (Hot Flashes)
- रात को पसीना आना (Night Sweats)
- योनि का सूखापन (Vaginal Dryness)
- अनियमित पीरियड्स (Irregular Periods)
- मूड स्विंग्स (Mood Swings)
- नींद न आना (Trouble Sleeping)
- शुष्क त्वचा और बाल (Dry Skin and Hair)
- याददाश्त की समस्या (Memory Problems)
- यौन इच्छा में कमी (Drop in Sexual Desire)
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Association) के मुताबिक किसी भी उम्र के लोगों को हार्ट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन मेनोपॉज की शुरुआत के बाद महिलाओं में इसके लक्षण अधिक स्पष्ट हो सकते हैं।
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन के कारण (Cause of Heart Palpitations)
मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन का लेवल कम और अधिक होता रहता है। ऐसे में मेनोपॉज में बार-बार हार्मोन्स के लेवल में परिवर्तन आने के कारण यह समस्या हो सकती है। यानी, इस समस्या का कारण एस्ट्रोजन हार्मोन के कम होने को माना जाता है। लेकिन, हार्ट पैल्पिटेशन के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे:
- तनाव (Stress)
- अधिक एक्सरसाइज (Intense Exercise)
- कैफीन, अल्कोहल और निकोटीन का अधिक सेवन (Caffeine, Alcohol, and Nicotine use)
- कुछ खांसी और जुकाम की दवाइयां और अस्थमा इनहेलर (Some Cough and Cold Medicines and Asthma Inhalers)
- बुखार (Fever)
- दवाइयां जिनका प्रयोग अंडरएक्टिव थायराइड ग्लैंड के उपचार के लिए किया जाता है (Medicines used to Treat an Underactive Thyroid Gland)
- लौ ब्लड शुगर और लौ ब्लड प्रेशर (Low Blood Sugar or Low Blood Pressure)
- डीहायड्रेशन (Dehydration)
यह भी पढ़ें: मेनोपॉज और हृदय रोग: बढ़ती उम्र के साथ संभालें अपने दिल को
हार्ट पैल्पिटेशन का निदान (Diagnosis of Heart palpitations)
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) के लिंक के बारे में आप जान ही गए होंगे। हालांकि, हार्ट पैल्पिटेशन से कोई हानि नहीं होती है। लेकिन, इसका यह अर्थ नहीं है कि इसे नजरअंदाज कर दिया जाए। डॉक्टर किसी भी असामान्यताओं का पता लगाने के लिए अनियमित दिल की धड़कन को जांचेंगे, खासकर जब ये समस्या सांस, चक्कर आना या सीने में तकलीफ से जुड़ी हों। इसके निदान के लिए डॉक्टर आपसे लक्षणों के बारे में जानेंगे और इसके साथ ही आपसे मेनोपॉज और आपके लाइफस्टाइल से जुड़े कुछ प्रश्नों के उत्तर भी वो जान सकते हैं, जैसे
- मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) आपको कब शुरू हुई?
- कौन से फैक्टर हार्ट पैल्पिटेशन की समस्या को बढ़ाते या कम करते हैं?
Quiz : कितना जानते हैं अपने दिल के बारे में? क्विज खेलें और जानें
इसके बाद डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट्स कराने के लिए कह सकते हैं जैसे :
- इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram): इस टेस्ट के दौरान छाती में इलेक्ट्रोड्स लगाए जाते हैं। ताकि, हार्ट की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को जांचा जा सके।
- इकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram): इस टेस्ट में साउंड वेव का प्रयोग कर के दिल की तस्वीर बनाई जाती है और इससे पता चलता है कि यह कैसे काम कर रहा है।
- स्ट्रेस टेस्ट (Stress test): इस टेस्ट के लिए आपको ट्रेडमिल पर चलना होगा ताकि, हार्ट बीट तेज हो। इससे पता चलता है कि क्या एक्सरसाइज से यह समस्या प्रभावित हो रही है।
- हॉल्टर मॉनिटर (Holter Monitor): इस डिवाइस को एक से तीन दिन तक रोगी को पहनना होता है। इससे लगातार हार्ट रिदम का पता चलता है। जिससे डॉक्टर को समस्या को पहचानने में मदद मिलती है।
- इवेंट मॉनिटर (Event Monitor): यह मॉनिटर हार्ट रिदम को एक महीने तक रिकॉर्ड करता है। इसके साथ ही डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट (Blood Test) या यूरिन टेस्ट (Urine Test) के लिए भी कह सकते हैं। मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) की समस्या का उपचार कैसे होता है, यह भी जानें।
हार्ट पैल्पिटेशन का उपचार (Treatment of Heart palpitations)
मेनोपॉज में होने वाली हार्ट पैल्पिटेशन की समस्या आमतौर पर अस्थायी होती है और कई महिलाएं कुछ दिनों में इससे राहत महसूस करती हैं। लेकिन मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) की समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए। क्योंकि, मेनोपॉज के बाद महिलाओं में दिल की समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसलिए, नियमित रूप से जांच जरूरी है। डॉक्टरों का मानना है कि मेनोपॉज से पहले उच्च एस्ट्रोजन का स्तर रक्त वाहिकाओं को नुकसान से बचाता है। ऐसे में जब मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन का निर्माण बंद हो जाता है तो दिल की समस्याएं और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, कुछ चीजों का ध्यान रखकर आप इस समस्या से बच सकते हैं।
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन के जोखिम को कम करने के लिए क्या करना चाहिए (How to manage Risk of Menopause and Heart palpitations)
अगर आप मेनोपॉज के दौरान हार्ट पैल्पिटेशन या दिल की समस्याओं को कम करना चाहते हैं तो आपको अपने जीवन में कुछ अच्छी आदतों को अपनाना होगा। यह अच्छी आदतें न केवल दिल की परेशानियों बल्कि हर रोग से आपको बचाने में मदद करेंगी। यह लाइफस्टाइल चेंजिज इस प्रकार हैं:
स्वस्थ आहार (Eating healthy)
यह सच है कि सही और संतुलित आहार हर किसी के स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है। लेकिन, जो महिलाएं मेनोपॉज से गुजर रही हैं, उनके लिए यह खासतौर पर आवश्यक है। क्योंकि, उन्हें दिल संबंधी समस्याओं का जोखिम अधिक होता है। इसलिए अपने आहार में फल, सब्जियों, लौ फैट डायरी उत्पादों,साबुत अनाज आदि को शामिल करें।
यह भी पढ़ें: महिलाओं में इंसोम्निया : प्री-मेनोपॉज, मेनोपॉज और पोस्ट मेनोपॉज से नींद कैसे होती है प्रभावित?
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन: एक्टिव रहें (Staying Active)
मेनोपॉज़ के दौरान या बाद में भी आपका एक्टिव रहना बेहद जरूरी है। ऐसा करने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है। आपको इस दौरान कौन से व्यायाम करने चाहिए इसके लिए आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
नियमित जांच है जरूरी (Regular Monitoring is Important)
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart palpitations) आपके लिए परेशान करने वाली स्थिति हो सकती है। दिल की समस्याओं से बचने का अच्छा तरीका है नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराना। इनका चेकअप नियमित रूप से कराने से आप अपने हार्ट के बारे में भी जान पाएंगे।
मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन: तनाव (Stress) ना लें
अगर दिल की समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो तनाव से बचना भी जरूरी है। तनाव भरी जिंदगी दिल और शरीर की अन्य समस्याओं को बदतर बना सकती है। इसके लिए योग या मेडिटेशन का सहारा लिया जा सकता है।
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को कम लें (Limiting Hormone Replacement Therapy)
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी मेनोपॉज के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है जैसे हॉट फ्लैशेस या योनी की ड्रायनेस। यह दवाएं महिला के शरीर को एस्ट्रोजन और अन्य हार्मोन को कंट्रोल में रखती हैं। लेकिन शोध के अनुसार हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से महिलाओं में हार्ट अटैक या अन्य दिल की समस्यें बढ़ सकती हैं। इसलिए, इस बारे में डॉक्टर से पहले सलाह कर लें।
स्मोकिंग से बचे (Don’t do Smoking)
अगर आप दिल की समस्याओं से बचना चाहते हैं चाहे वो मेनोपॉज में हो या नहीं तो स्मोकिंग और ड्रिंकिंग छोड़ दें। स्मोकिंग और ड्रिंकिंग भी दिल की समस्याओं को बढ़ा सकती है।
यह भी पढ़ें: दिल के साथ-साथ हार्ट वॉल्व्स का इस तरह से रखें ख्याल!
इसमें कोई संदेह नहीं है कि मेनोपॉज महिलाओं के जीवन की एक नेचुरल स्टेज है। लेकिन, दिल की समस्यांए गंभीर हो सकती हैं। मेनोपॉज और हार्ट पैल्पिटेशन (Menopause and Heart Palpitations) के बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि मेनोपॉज में हार्ट पैल्पिटेशन होना दिल की समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर की सलाह लें व उपचार कराएं।