अगर ब्रोंकाइटिस का कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन है तो डॉक्टर एंटीबायोटिक्स की सलाह दे सकते हैं। क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस का इलाज संभव नहीं है। हालांकि कई तरीकों से प्रभावित व्यक्ति को सांस लेने में आसानी हो सकती है। इसके लिए डॉक्टर इनहेलर्स(Inhalers), पल्मोनरी रिहेबिलेशन थेरेपी (Pulmonary Rehabilitation Therapy) और अन्य दवाईयां दे सकते हैं। जिनकी मदद से एयरवेज की सूजन कम हो सकती है। एक्यूट और क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस उन लोगों में बहुत ही सामान्य है, जो धूम्रपान करते हैं। धूम्रपान करना छोड़ने से आप ब्रोंकाइटिस की समस्या को कम कर सकते हैं और इससे एयरवेज के नुकसान को भी रोका जा सकता है।
Quiz: क्यों जरूरी है निमोनिया की रोकथाम?
निमोनिया का उपचार (Treatment of Pneumonia)
निमोनिया का उपचार इसके प्रकार पर निर्भर करता है। बैक्टीरियल निमोनिया का उपचार एंटीबायोटिक्स के साथ हो सकता है और एंटीफंगल दवाइयां फंगल निमोनिया का उपचार के लिए प्रयोग में लाई जाती हैं। हालांकि, वायरल बैक्टीरिया के लिए कोई खास उपचार मौजूद नहीं है।
इसके साथ ही कुछ अन्य तरीके भी निमोनिया के उपचार में लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं, जैसे:
- दर्द या बुखार को कम करने के लिए दवाईयां (Medicines to Reduce Pain and Control fever)
- अधिक तरल पदार्थों को लेना (Drinking Plenty of Fluids)
- पर्याप्त आराम करना (Getting Lots of Rest)
- ह्यूमिडिफायर या स्टीम का प्रयोग कर के बलगम को लूज करना (Using a Humidifier or Steam to Help Loosen Mucus)
- स्मोकिंग को नजरअंदाज करना (Avoid Smoking)
इस दौरान होने वाली खासी से बचने के लिए कुछ लोग खांसी से राहत दिलाने वाली दवाईयों का प्रयोग कर करते हैं। लेकिन, इस दवाई का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। निमोनिया से पीड़ित कुछ लोगों को गंभीर स्थितियों में अस्पताल में भी भर्ती होना पड़ सकता है जैसे अधिक बुखार होना। ऐसे में किसी भी स्थिति या लक्षण को नजरअंदाज न करें।
यह भी पढ़ें : Bacterial pneumonia: बैक्टीरियल निमोनिया क्या है?
निमोनिया और एक्यूट ब्रोंकाइटिस बहुत जल्दी ठीक होने वाले इंफेक्शन होते हैं। अधिकतर मामलों में घर पर ही रोगी का ध्यान रखकर और उपचार से रोगी एक या दो हफ्तों में स्वस्थ हो जाता है। ब्रोंकाइटिस और निमोनिया (Bronchitis and pneumonia) दोनों का उपचार संभव है। खासतौर, पर अगर इन समस्याओं के लक्षणों को तुरंत पहचान कर इलाज कराया जाए। दोनों स्थितियों के लक्षण भी एक जैसे होते हैं। अधिकतर मामलों में लोग बिना डॉक्टर के निदान के इनमें अंतर नहीं बता पाते हैं। ब्रोंकाइटिस और निमोनिया (Bronchitis and pneumonia) दोनों में ही जल्दी मेडिकल केयर से रोगी की जान बच सकती है। यही नहीं, इससे रोगी की रिकवरी भी जल्दी होती है और वो जल्दी सामान्य जीवन जीने में सक्षम होते हैं।
अगर आप हेल्दी रहना चाहते हैं तो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हेल्दी आदतों को अपनाना भी बहुत जरूरी है। जैसे सही और संतुलित आहार का सेवन, व्यायाम, तनाव से बचना आदि। स्वास्थ्य को कभी भी हलके में न लें, क्योंकि स्वास्थ्य के बिना जीवन की हर खुशी अधूरी है।