जिन लोगों को ज्यादा सोचने की आदत होती है वो अक्सर रात को आराम से सो नहीं पाते क्योंकि किसी न किसी बात पर उनका मन अशांत रहता है जो उन्हें सोने नहीं देता जिससे धीरे-धीरे वे अनिद्रा के शिकार हो सकते हैं ।
5) त्वचा पर असर
लगातर ओवर थिंकिंग आपकी स्किन को बहुत बुरी तरह से अफेक्ट कर सकती है। यह आपको समय से पहले बूढ़ा भी कर सकती है क्योंकि अगर आप अंदर से अच्छा महसूस नहीं करेंगे, तो उसका असर चेहरे पर साफ नजर आ सकता है। चिंता के कारण आपको सोरायसिस, एपोटीक डर्माटिटाइस, त्वचा में गंभीर खुजली होने की समस्या होना, एलोपेशिया एरियाटा और सीब्रोरहाइक डर्माटाइटिस जैसी परेशानियां हो सकती हैं। ज्यादा टेंशन लेने से छोटे-छोटे दाने और पिम्पल भी चेहरे पर आ सकते हैं साथ ही वक्त से पहले झुर्रियां आने लग सकती हैं।
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6) इम्यून सिस्टम बिगड़ जाता है
जो लोग ज्यादा टेंशन लेते हैं वे अक्सर बीमार रहने लगते हैं । ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कोर्टिसोल हार्मोन इम्युनिटी को कमजोर कर देता है जिससे आप जल्दी इंफेक्शन का शिकार हो जाते हैं।
क्या ओवर थिंकिंग कोई बीमारी है? (Is over thinking a disease?)
ऐसे कई अध्ययन हुए हैं, जो यह दावा करते हैं कि, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ओवर थिंकिंग की आदत अधिक देखी जा सकती है। हालांकि, इसके मुख्य कारक क्या हो सकते हैं, यह पर्सन टू पर्सन निर्भर करता है। सामान्य तौर पर ओवर थिंकिंग को कोई बीमारी नहीं माना जा सकता है, लेकिन मेडिकली तौर पर इसे अवसाद और चिंता से जुड़ा हुआ माना जा सकता है जो कि मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं होती है।