”चिंता चिता सामान है” यह बड़ी चर्चित कहावत है। ये बात जितनी कड़वी है उतनी ही सच्ची भी है। जरूरत से ओवर थिंकिंग सेहत पर क्या असर डालता है आपको शायद इसका अंदाजा नहीं है। अगर आपको ऐसा लगता है की ज्यादा सोचने से हालत बदल जाएंगे और कुछ बुरा होने से आप रोक लेंगे तो ऐसा नहीं है। हैरानी की बात ये है की जो लोग जरूरत से ज्यादा सोचते हैं उन्हें खुद इस बात का एहसास नहीं होता और देखते – देखते ओवर थिंकिंग उनके दिमाग और शरीर पर विपरीत प्रभाव डालने लगती है।