अध्ययन में यह भी पाया गया है कि, ओवर थिंकिंग की आदत वाले लोगों में भूख न लगने की सबसे बड़ी समस्या भी देखी गई। जो उनके स्वास्थ्य को खराब करने का सबसे बड़ा कारक भी हो सकता है। इसके अलावा, बहुत ज्यादा सोचने वाले लोग अपने फैसले को लेकर पूरी तरह से संतुष्ट भी नहीं पाए गए। उनमें आत्मविश्वास की भी कमी देखी गई। ऐसे लोग जल्दी किसी अन्य व्यक्ति से अपने विचारों या भावनाओं को व्यक्त भी नहीं करते हैं और किसी भी तरह की गलती का जिम्मेदार अक्सर खुद को ही मानने लगते हैं। और धीरे-धीरे खुद को सकारात्मक चीजों से दूर करने लगते हैं।
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कैसे पता लगाएं कि आप ओवरथिंकर हैं या नहीं? (How to know if you are an overthinker?)
ओवर थिंकिंग की समस्या का समाधान करने के लिए सबसे पहले आपको पता होना चाहिए कि आप ओवरथिंकर हैं या नहीं। अब आपके सामने यह सवाला आता है कि यह बात कैसे पता लगाई जा सकती है। इसके लिए आप कुछ संकेतों के बारे में ध्यान दे सकते हैं, जो कि एक ओवर थिंकर व्यक्ति में हमेशा दिखते हैं। आइए इन संकेतों के बारे में जान लेते हैं।
- शर्मिंदगी भरे पलों को कोई व्यक्ति दोबारा याद नहीं करना चाहेगा, लेकिन एक ज्यादा सोचने वाला व्यक्ति इससे अलग कार्य करता है। वह उन पलों के बारे में बार-बार सोचता है और उसे बार-बार जी कर शर्मिंदा होता है।
- ज्यादा सोचने वाला व्यक्ति जल्दी नहीं सो पाता। जैसे ही वह सोने के लिए बेड पर लेटता है, तो उसके बाद भी काफी देर तक दिमाग में कुछ न कुछ चलता रहता है। ओवर थिंकिंग वाला व्यक्ति का दिमाग कभी शांत नहीं रह पाता।
- ज्यादा सोचने वाला व्यक्ति हमेशा नकारात्मक स्थितियों की कल्पना करता रहता है, जैसे कि ‘अगर ऐसा हो गया तो’, ‘अगर वैसा हो गया तो’?
- ओवर थिंकर की एक पहचान और होती है कि वह दूसरे लोगों की बातों में छिपा हुआ मतलब ढूंढता है। उसे हमेशा लगता है कि सामने वाले व्यक्ति ने जो कुछ कहा है, उसके पीछे एक दूसरा मतलब छिपा हुआ है। जो कि उसकी इमेज को प्रभावित कर सकता है और वह पूरा दिन उसी के बारे में सोच-सोचकर समय निकाल देता है।
- ज्यादा सोचने वाला व्यक्ति पुरानी बातों को याद करके उन बातों के बारे में सोचता है, जो उसे कह देना चाहिए था या नहीं कहना चाहिए था। इसके विपरीत ज्यादा न सोचने वाला व्यक्ति उन बातों से आगे निकल जाता है और उनके बारे में ज्यादा परेशान नहीं होता।
- ओवर थिंकर व्यक्ति उन बातों के बारे में ज्यादा सोचता है, जिसपर उसका कोई नियंत्रण नहीं है। इन बातों को सोच-सोचकर वह परेशान होता रहता है और गंभीर डिप्रेशन में जा सकता है।
आप भी खुद में या किसी और व्यक्ति में ये लक्षण पहचानकर पता कर सकते हैं कि वह ओवर थिंकर है या नहीं?
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बहुत ज्यादा सोचने से खुद को कैसे बचाया जा सकता है? (How to protect yourself from thinking too much?)
आप भी किसी मुद्दे पर बहुत ज्यादा सोच-विचार करते हैं, तो यह बहुत ही सामान्य स्थिति हो सकती है। इसके लिए आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन आप किस तरह के मुद्दे पर बहुत ज्यादा सोचते हैं और कितना सोचते हैं इसका खास ध्यान रखना चाहिए। साथ ही, क्या आप हर बार हर छोटी-बड़ी समस्या पर ऐसे ही सोच-विचार करते हैं, इसका भी ध्यान रखें। अगर आपको ऐसा लगता है कि आप छोटी-छोटी बातों पर भी ओवर थिंकिंग करने लगते हैं, तो आपको निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे आप बहुत ज्यादा सोचने की आपनी आदत में सुधार ला सकेंगे, जैसेः
- किसी भी मुद्दे या बात पर तुरंत रिएक्ट करने से बचें।
- अगर कोई आपको डांटता है या आप गुस्सा होता है, तो पहले उसकी पूरी बातों को सुनने का प्रयास करें। अगर सामने वाला व्यक्ति बहुत ज्यादा गुस्से में हैं, तो बेहतर होगा कि आप कुछ भी न बोलें। थोड़े समय के बाद भी आप अपनी बात या पक्ष उस व्यक्ति के सामने रख सकते हैं।
- खुद को अकेले न रहने दें। अगर आपको किसी भी बात को लेकर कोई समस्या हो रही है, तो किसी करीबी से उसके बारे में बात करें।
- बिना जरूरत के किसी अन्य व्यक्ति के मुद्दे में खुद को न उलझाएं।
- जब भी आपको किसी बात को लेकर चिंता हो, तो कुकिंग, डांसिंग, पेंटिंग, स्केचिंग या आपको जो भी पसंद हो उस कार्य में खुद का मन बहलाने की कोशिश करें। जब आपका मन खुश होगा, तो आप आसानी से अपने चिंता वाले मुद्दे को सुलझा सकते हैं।
- बाहर घूमने जाएं।
- कुछ नया सीखने का प्रयास करें।
- मन को शांत करने के लिए एक्सरसाइज और ध्यान करें।
चिंता या ओवर थिंकिंग कैसे आपकी सेहत की दुश्मन है ये तो अब तक आप समझ गए होंगे। इसलिए खुद की आदत और बदलते व्यवहार पर ध्यान दें और अगर कोई आपको चिंता करने के लिए टोक रहा है तो बात को गंभीरता से लें। अगर आप चाहकर भी खुद को रोक नहीं पाते और छोटी -छोटी बाते दिमाग में घर कर जाती हैं तो एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और ओवर थिकिंग के नुकसान से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।