कुछ सालों पहले की बात है। जब दांतों में सड़न होने पर उस दांत को निकाल दिया जाता था, लेकिन आज ऐसा नहीं है मेडिकल साइंस ने दंतविज्ञान के क्षेत्र में काफी तरक्की कर ली है। अब आपको बहुत गंभीर समस्या होने पर ही दांत को निकलवाने की जरूरत पड़ती है। अब खोखले दांतों को बचाना आसान हो गया है। रूट कैनाल ट्रीटमेंट (Root canal treatment) मूल दांतों को बचाने का तरीका है। दांतों की ऊपरी सतह यानी इनेमल पर सड़न हो तो उसे फिलिंग करके ठीक कर लिया जाता है, लेकिन जब सड़न जड़ (पल्प) तक पहुंच जाती है ये स्थिति दर्दनाक हो जाती है। ऐसे में दात दर्द से पीड़ित इंसान को बेतहासा दर्द होता है। ऐसे दांतों को अब रूट कैनाल ट्रीटमेंट (Root canal treatment) से बचा लिया जाता है।