मौसम में बदलाव के साथ-साथ कई तरह के बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण (Bacterial and viral infections) होने का खतरा बढ़ जाता है। मौसम के बदलाव के साथ यह वायरस और बैक्टीरिया हवा में पैदा होते हैं और यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैल सकते हैं। आमतौर पर इस से ग्रसित होने वाले लोगों में फ्लू होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। फ्लू एक वायरल संक्रमण माना जाता है, जो नाक से निकलने वाले द्रव्य के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। आमतौर पर छींकने और खांसने से इसके फैलने की संभावना ज्यादा होती है। फ्लू को इन्फ्लूएंजा (Influenzae) के नाम से जाना जाता है। यह श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है और वहां इंफेक्शन पैदा करता है। यह सबसे पहले फेफड़ों में विकसित होता है। आमतौर पर वयस्कों से ज्यादा बच्चों में फ्लू होने की संभावना ज्यादा होती है, इसलिए बच्चों को फ्लू के टीके लगवाने की जरूरत पड़ती है। आज हम बात करने जा रहे हैं फ्लू से जुड़े एक ऐसे ही टीके की, जिसका नाम है क्वॉड्रीफ्लू वैक्सीन। क्वॉड्रीफ्लू वैक्सीन (Quadriflu vaccine) आमतौर पर बच्चों के शुरुआती सालों में दिया जाता है, जिससे भविष्य में उन्हें इन्फ्लूएंजा की समस्या ना हो। आइए जानते हैं क्वॉड्रीफ्लू वैक्सीन से जुड़े कुछ बातें।