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बच्चों में डिस्लेक्सिया और विटामिन डी की कमी (Dyslexia and Vitamin D Deficiency in Children)
हाल के शोध से पता चलता है कि पर्याप्त विटामिन डी नहीं लेने से एडीएचडी (ADHD), एस्पर्जर (Asperger’s), ऑटिज्म (Autism) और डिस्लेक्सिया जैसी सभी प्रकार की बीमारियां हो रही हैं। इन सभी स्थितियों में एक बात समान है कि उनके सिस्टम में विटामिन डी की कमी है, जिससे बच्चे का विकास धीमा हो जाता है। यह देखने के लिए परीक्षण करते समय अपने बच्चे के स्वस्थ फलों और सब्जियों के सेवन की नियमित रूप से निगरानी करना महत्वपूर्ण है कि क्या उनके शरीर उचित विकास के लिए आवश्यक चीजों को पर्याप्त रूप से अवशोषित नहीं कर रहे हैं। विटामिन डी का सबसे अच्छा सोर्स सूर्य है। इसलिए अपने बच्चे को बाहर ले जाएं।
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इस तरह की अलग-अलग रिपोर्ट्स हैं, लेकिन वे पूरी तरह से डिस्लेक्सिया का इलाज या उपचार कहने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, लेकिन अगर आपका बच्चा इस स्थिति से जूझता है, तो यह देखने के लिए वह जो खा रहा वह बीमारी का कारण तो नहीं है एक्सपेरिमेंट करना हानिकारक नहीं है। रसायन, कीटनाशक, आनुवंशिक रूप से संशोधित खाद्य पदार्थ आदि सभी को सुरक्षित, स्वस्थ भोजन के रूप में बताया जाता है, लेकिन वे ऐसा कुछ भी नहीं हैं। इसलिए जो भी खाएं ध्यान से खाएं और बच्चों को भी हेल्दी खाना खिलाएं। बच्चों में किसी प्रकार की डेफिसिएंशी होने पर सप्लिमेंट का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें। डायट के लिए आप डायटीशियन या डॉक्टर की मदद ले सकते हैं।
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