भूख में कमी (Loss of appetite) स्वाद में दिक्कत (Taste) कमजोर इम्यून सिस्टम (Immune system) और पढ़े: विटामिन बी सप्लिमेंट्स का सेवन करने से बच्चों को मिलते हैं ये फायदे
मिनरल डिफिशिएंसी : विटामिन B12 की कमी (Vitamin B12)
बच्चे में अच्छे मानसिक (Good mental Health) के लिए विटामिन बी-12 भी बहुत जरूरी है। बच्चे में इसकी कमी होने से कई दिक्कतें हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं, बच्चे के शरीर में खून की कमी और उसका मानसिक विकास ्प्रभावित होना। इसी के साथ और भी कई दिक्कतें आदि।
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मिनरल डिफिशिएंसी: पोषक तत्वों की कमी पूरा करने वाले फूड्स (Foods)
बच्चों में पोषण की कमी न हो, इसके लिए आप ध्यान रखें कि बच्चे की प्लेट में सभी जरूरी मिनरल शामिल हों, विशेषतौर पर ऊपर दिए हुएं। जानिए इन पोषक तत्चों की कमी को पूरा करने वाले फूड्स के बारे में:
मिनरल डिफिशिएंसी में पोटैशियम (Potassium) की कमी ऐसे करें पूरी
पोटैशियम एक इलेक्ट्रोलाइट है और रक्त के प्रवाह में तुरंत अवशोषित करता है। हेल्दी हार्ट और डायजेशन के लिए भी पोटैशियम बहुत महत्वपूर्ण है। पोटैशियम मांसपेशियों के लिए बहुत जरूरी है। इसके कमी को पूरा करने के लिए बच्चे के डायट में ये फूड जरूर दें, जैसे कि: केला, टमाटर, आलू, शकरकंदी, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकली, खट्टे फल जैसे संतरा, कम वसा वाला दूध और दही तथा फलियों में यह अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
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बच्चों में सही हीमोग्लोबिन की मात्रा बहुत जरूरी है, जो रेड ब्लड सेल्स में पायी जाती है। लाल रक्त कणिकाएं आपके शरीर के ऊतकों को ऑक्सिजन पहुंचाने का काम करती है। बच्चों में आयरन की कमी को पूरा करने वाले फूड्स में शामिल हैं, अंडे, फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां और सूखे मेवे सम्मिलित हैं।
मिनरल डिफिशिएंसी में मैग्नीशियम (Magnesium) की कमी ऐसे करें पूरी
मैग्नीशियम ऊर्जा उत्पादन में योगदान देता है, एंजाइम्स को उद्दीप्त करता है और कैल्शियम के स्तर को मैंटेन रखता है। आपके बच्चे के मैैग्नीशियम की कमी न हो, इसके लिए उनके डायट में आप ये शामिल कर सकते हैं, जैसे कि: साबुत अनाज, अखरोट, काजू, बादाम और पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है।
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मिनरल डिफिशिएंसी में कैल्शियम (Calcium) की कमी ऐसे करें पूरी
कैल्शियम हमारे शरीर में सबसे अधिक पाया जाने वाला मिनरल है। बच्चों में मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए यह बहुत जरूरी है। मांसपेशियों के संकुचन और तंत्रिकीय संवेदनाओं के आदान-प्रदान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रक्त नलिकाओं को सिकुड़ने और फैलने के लिए भी कैल्शियम की आवश्यकता होती है। कैल्शियम की कमी बच्चे में न हो इसके लिए आप उन्हें रोज दूध, दही और केला जरूर दें। लेकिन यह डायबिटिक बच्चों के लिए नहीं है। इसके अलावा कई डेयरी उत्पाद में भी कैल्शियम की अच्छी मात्रा पायी जाती है।
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बच्चों के लिए जरूरी मिनरल डायट चार्ट (Mineral diet chart for kids)
बच्चों में मिनरल डिफिशिएंसी का एक कारण यह भी होता है कि पेरेंट्स काे पता नहीं होता है कि बच्चे में डायट में कौन-कौन से और किस मात्रा में जरूरी मिनरल शामिल हों, जानिए इनके बारे में यहां..
उम्र : 1-3 वर्ष (Age 1-3 Year)
उम्र : 4-6 वर्ष (Age 4-6 Year)
- कैलारी प्रतिदिन: 1350 प्रतिदिन
- प्रोटीन : 20.3 ग्राम प्रतिदिन
- कैल्शियम : 600 मिलीग्राम प्रतिदिन
- आयरन : 9 ग्राम प्रतिदिन
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उम्र : 7-9 वर्ष उम्र : (Age 7-9 Year)
- कैलारी प्रतिदिन : 1691
- प्रोटीन : 29.6 ग्राम प्रतिदिन
- कैल्श्यिम : 600 मिलीग्राम प्रतिदिन
- आयरन : 16 मिलीग्राम प्रतिदिन
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उम्र : 10-12 वर्ष (Age 7-9 Year)
- कैलारी प्रतिदिन : 2189
- प्रोटीन : 39.3 ग्राम प्रतिदिन
- कैल्शियम : 600 मिलीग्राम प्रतिदिन
- आयरन : 21 मिलीग्राम प्रतिदिन
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उम्र: 13-15 (Age 13-15 Year)
- कैलोरी (Calories) प्रतिदिन: 2748
- प्रोटीन (Protein) : 54.2 ग्राम प्रतिदिन
- कैल्शियम (Calcium) : 800 मिलीग्राम प्रतिदिन
- आयरन(Iron) : 32 मिलीग्राम प्रतिदिन
तो इस तरह से आपने जाना की बच्चों के लिए हेल्दी डायट कितनी जरूरी है। बच्चों में मिनरल डिफिशिएंसी कई उनके विकास को बाधित करने के साथ कई बीमारियों कारण भी बन सकती है। इसके अलावा यदि आपका बच्चा डायबिटीज पेशेंट है, उसे किसी फूड से एलर्जी है या कोई क्रॉनिक डिजीज है। तो उन्हें ये फूड्स बिना डाॅक्टर की सलाह के न दें। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।