बच्चों को अक्सर खांसी और कफ की समस्या होती है, ऐसी स्थिति में शिशु के लिए शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन शिशु के लिए शहद का इस्तेमाल जन्म के 12 महीने के बाद ही किया जाना चाहिए।
इसके अलावा शिशु के लिए शहद (Honey for newborn baby) का इस्तेमाल घाव भरने के लिए भी किया जा सकता है। यह आपके शिशु के इम्यूनिटी को बढ़ाता है और शारीरिक समस्याओं से लड़ने में मदद करता है।
शिशु के लिए शहद (Honey) का इस्तेमाल करने से पहले आपको ध्यान रखना चाहिए कि आप प्रोसेस्ड शहद (Processed honey) का इस्तेमाल ना करें। प्रोसेस्ड शहद की न्यूट्रीशनल वैल्यू कम हो जाती है, जिसकी वजह से शिशु को वह सारे पोषक तत्व नहीं मिलते, जो उसे शहद से मिलने चाहिए। इसलिए सोच समझकर शिशु के लिए शहद का चुनाव करना चाहिए। आइए अब जानते हैं शिशु के लिए शहद (Honey for newborn baby) कौन सा बेहतर माना जाता है।
और पढ़ें : बच्चों के लिए मल्टीविटामिन्स ढूंढ रहे हैं, तो यहां मिल सकती है आपको हेल्प!
शिशु के लिए शहद : बेहतर शहद चुनना है जरूरी (Choosing Honey for newborn baby)
जैसा कि आप जानते हैं, प्रक्रतिक और रॉ शहद (Honey) फिल्टर किया हुआ नहीं होता। यह सीधे बीहाइव (Beehive) से आता है और इसमें भरपूर मात्रा में प्राकृतिक विटामिंस, मिनरल्स और दूसरे हेल्दी कंपाउंड्स पाए जाते हैं। इसलिए शिशु के लिए शहद (Honey for newborn baby) का चुनाव करने से पहले आपको प्राकृतिक शहद के बारे में जानकारी हासिल करनी चाहिए। लेकिन आपको एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि प्राकृतिक शहद शिशु के लिए बॉटुलिज्म (Infant botulism) का कारण बन सकता है, इसलिए शिशु के लिए शहद का चुनाव सोच समझ कर करना आपके लिए फायदेमंद होगा।
और पढ़ें : बच्चों के लिए पोलियो वैक्सीन : इस्तेमाल करने से पहले जान लें इससे जुड़ी जानकारी
शिशु के खाने में शहद (Honey) का इस्तेमाल हमेशा ही फायदेमंद साबित होता है, लेकिन आपको शिशु की उम्र का खास ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है। जन्म के 12 महीने बाद यानी 1 साल की उम्र के बाद ही शिशु के लिए शहद का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। साथ ही साथ शिशु के लिए शहद का चुनाव करने से पहले सही रिसर्च करना बेहद जरूरी है, इसलिए हमेशा शिशु के लिए शहद (Honey for newborn baby) का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। डॉक्टर शिशु की जरूरत के अनुसार सीमित मात्रा में शहद देने की सलाह दे सकते हैं, जो आपके बच्चे की सेहत के लिए बेहतर माना जाएगा।