रिलेशनशिप या कोर्टशिप के दौरान मूवीज देखने का अपना ही मजा है। शादी के बाद भी यह सिलसिला जारी रहता है। लेकिन, दिक्कत आती है नए पेरेंट बनने के बाद, ऐसे में पेरेंट्स को या तो बच्चे की बेबीसिटींग का इंतजाम करना होता है या फिर बच्चे को साथ ले जाना होता है, जो कि काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
क्या आप भी यह सोच रहे हैं कि बच्चे को मूवी पर ले जाना ठीक है या नहीं? बच्चे को मूवी दिखाने की सही उम्र क्या है? बच्चे को सिनेमाघर में मूवी दिखाना कितना सही? यदि आपके मन में भी बच्चे को मूवी पर ले जाने को लेकर ऐसे ही बहुत सारे सवाल हैं तो इस आर्टिकल के जरिए हम आपकी इस परेशानी को दूर करने में मदद करेंगे।
बच्चों के जन्म से पहले मूवी देखने जाने से पहले लोग सिर्फ यह सोचते हैं कि मूवी किस एक्टर की है और ट्रेलर मजेदार लग रहा है कि नहीं। लेकिन, बच्चों के साथ मूवी देखने के लिए आपको कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। अगर बच्चा पहली बार मल्टीप्लेक्स में मूवी देख रहा है, तो यह और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसा हर मामले में नहीं होता। कुछ बच्चे मूली एंजॉय करते हैं तो कुछ बहुत परेशान कर देते हैं। ऐसे में बच्चों को पहली बार मूवी ले जाने के लिए कुछ टिप्स हम आपको यहां बताने जा रहे हैं।
सुनिश्चित कर लें कि आपका बच्चा मूवी देखने के लिए तैयार है
ऐसे में अक्सर मां-बाप के जहन में एक सवाल आता है कि बच्चों को थिएटर में मूवी दिखाने की सही उम्र क्या हो सकती है। लेकिन, यह आपके बच्चे पर ही निर्भर करता है। आमतौर पर बच्चे पहली बार मल्टीप्लेक्स में मूवी 3-4 साल की उम्र में देख लेते हैं। वहीं कुछ लोग अपने बच्चे को मूवी दिखाने के लिए अधिक समय तक इंतजार करते हैं। यह इस पर निर्भर करता है कि कहीं बच्चा तेज आवाज और अंधेरे से डरता तो नहीं। तो इस तरह आप भी मूवी जाने से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि आपका बच्चा इसके लिए तैयार है या नहीं। आप बच्चे को घर पर एनिमेशन मूवी दिखाकर इसकी शुरुआत कर सकते हैं। यदि आपको लगता है बच्चा इसे एंजॉय कर रहा है तो आप उसे घर पर उस तरह की मूवी दिखाएं जिनमें वह दिलचस्पी ले रहा है। इसके बाद आप उसे उसकी पसंद के अनुसार कोई मूवी दिखाने ले जाए। बच्चे को पहली बार मूवी दिखाने ले जाने में यह टिप आपकी पक्का मदद करेगी।
सही मूवी का चुनाव करें
बच्चों के साथ मूवी देखने के लिए जा रहे हैं, तो इस बात को ध्यान में रखें कि ऐसी मूवी का चुनाव करें, जो उसके लिए भी अनुकूल हो यानि वह भी इसे समझ सकें और इसका आनंद ले सके। बच्चों के साथ एनिमेशन मूवी देखना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इसके अलावा आप ऐसी मूवी देख सकते हैं जो बच्चों के हिसाब से सही हो और साथ ही जो बहुत ज्यादा लंबी न हो। यह भी जान लें कि थिएटर अक्सर बड़ी ब्लॉकबस्टर्स फिल्मों को जगह देते हैं। ऐसे में इस तरह की फिल्मों के लिए आपको नजर बनाए रखनी पड़ेगी कि कब थिएटर इन फिल्मों को चलाएं और इनकी टाइमिंग के अनुसार आपको अपना शेड्यूल भी बदलना पड़ सकता है। इसके अलावा आप घर पर प्रोजेक्टर से बड़े पर्दे पर इनकी स्क्रीनिंग कर सकते हैं। ऐसी मूवी का चयन न करें जिससे बच्चों को डर लगे।
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ट्रेलर और ऐड्स से बचें
सिनेमा हॉल में अक्सर मूवी से पहले कई ऐड्स और अन्य फिल्मों के ट्रेलर दिखाए जाते हैं, तो इस समय में आप बच्चे को थिएटर के अन्य हिस्से घुमाएं या फिर उनके खाने के लिए थिएटर के कैफे से कुछ खरीद लें। इंटरमिशन के दौरान भी ऐसा ही करें। आपका बच्चा एक जगह बैठने के कारण परेशान हो चुका होगा उसे भी आराम मिलेगा। इसके अलावा ऐड्स अक्सर बहुत तेज होते हैं। ऐसे में बच्चे उन्हें समझ भी नहीं पाते। साथ ही इनमें अक्सर लाउड म्यूजिक का इस्तेमाल किया जाता है, जो बच्चों को डरा सकता है। बेहतर होगा कि ट्रेलर और विज्ञापन के दौरान सिनेमा हॉल में न बैठे।
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बच्चों के साथ मूवी देखने के लिए सही प्लानिंग करना है बहुत जरूरी
ज्यादा न सोचें
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