नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डायजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (National Institutes of Diabetes and Digestive and Kidney Disease) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के जब पेट की परत पर सूजन आने लगती है, तो गैस्ट्राइटिस की समस्या शुरू हो सकती है। ऐसे में एंटी-इंफ्लेमेटरी डायट (Anti-inflammatory diet) डायजेशन से जुड़ी इस समस्या में राहत दिलवाने में सहायक हो सकता है। इसलिए साबूत अनाज (Whole grains), फल (Fruits) और सब्जियों (Vegetables) का सेवन नियमित करना चाहिए। वहीं शरीर के लिए हेल्दी फैट बेहद आवश्यक होता है, इसलिए ओमेगा-3 फैट्स (Omega-3 fats), नट्स (Nuts), और सीड्स (Seeds) का सेवन किया जा सकता है।
रिसर्च रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ब्रोकली (Broccoli), स्प्राउट्स (Sprouts) और फ्रेश ब्लूबेरी Blueberries) के सेवन से भी गैस्ट्राइटिस की समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है।
2. गार्लिक एक्सट्रैक्ट (Garlic extract)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार गार्लिक एक्सट्रैक्ट के सेवन से गैस्ट्राइटिस के लक्षण को कम करने में मदद मिल सकती है। हालांकि सिर्फ कच्चे लहसुन का सेवन करना कई लोग पसंद ना करें, तो ऐसी स्थिति में लहसुन के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें या इन्हें बारीक काट लें और फिर पीनट बटर (Peanut butter) या ड्रायड खजूर (Dried date) के साथ खाएं।
3. प्रोबायोटिक्स (Probiotics)
प्रोबायोटिक्स के सेवन से डायजेशन को बेहतर बनाने में मदद मिलने के साथ-साथ बाउल मूवमेंट भी मदद मिलती है। प्रोबायोटिक्स सप्लिमेंट्स के सेवन से अच्छे बैक्टीरिया (Good Bacteria) का निर्माण होता है, जो एच. पाइलोरी (H. pylori) को फैलने से रोकने में मदद मिलती है। गैस्ट्राइटिस के मरीजों को योगर्ट (Yogurt), किमची (Kimchi), कोम्बुचा (Kombucha), फर्मेन्टेड पत्ता गोभी (Sauerkraut) और केफिर (Kefir) के सेवन से लाभ मिल सकता है।
4. ग्रीन टी के साथ मनुका हनी (Green tea with manuka honey)
गैस्ट्राइटिस के लक्षण को कम करने के लिए या धीरे-धीरे इस तकलीफ को दूर करने के लिए ग्रीन टी के साथ मनुका हनी का सेवन किया जा सकता है। साइंसडायरेक्ट (ScienceDirect) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार गुनगुने पानी के सेवन से डायजेस्टिव ट्रैक्ट (Digestive tract) और डायजेशन (Digestion) की प्रक्रिया आसान हो जाती है। वहीं मनुका हनी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण गैस्ट्राइटिस के लक्षण को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए गैस्ट्राइटिस के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies For Gastritis) में ग्रीन टी और मनुका हनी को एक साथ शामिल किया जा सकता है।
5. एसेंशियल ऑयल (Essential oils)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार गैस्ट्राइटिस की समस्या को कम करने के लिए लेमनग्रास (Lemongrass) और लेमन वर्बेना (Lemon verbena) में मौजूद एसेंशियल ऑयल (Essential oils) लाभकारी होते हैं।
नोट : गैस्ट्राइटिस के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies For Gastritis) में शामिल एसेंशियल ऑयल (Essential oils) बाजार में आसानी से मिल जाते हैं। हालांकि एसेंशियल ऑयल यू.एस. फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) द्वारा ह्यूमन कंजम्प्शन के लिए टेस्ट नहीं किये गए हैं। इसलिए एसेंशियल ऑयल (Essential oils) के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
6. हल्का खाना खाएं (Eat lighter meals)
डायजेशन से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए एकसाथ ज्यादा खाना नहीं खाना चाहिए। इसलिए अपने डायट को छोटे-छोटे हिस्से में डिवाइड करें।