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लिवर डिजीज और कोविड-19 के खतरों को कैसे कम करें?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/12/2021

    लिवर डिजीज और कोविड-19 के खतरों को कैसे कम करें?

    सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस डिजीज (COVID-19) एसएआरएस-सीओवी-2 वायरस (SARS-CoV-2 virus) की वजह से होने वाली बीमारी है। बढ़ती उम्र के साथ-साथ किसी भी उम्र में अगर लिवर डिजीज या कोई अन्य मेडिकल कंडिशन से पीड़ित अगर कोरोना वायरस शिकार होते हैं, तो ऐसी स्थिति उनके लिए बेहद खतरनाक हो सकती है। इसलिए आज इस आर्टिकल में लिवर डिजीज और कोविड-19 (Liver disease and Covid 19) से जुड़े सवालों के जवाब जानने की कोशिश करेंगे। रिसर्च रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि क्रॉनिक लिवर डिजीज जैसे हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) और हेपेटाइटिस सी (Hepatitis C) के मरीजों को और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। लिवर डिजीज और कोविड-19 से उलझे सवालों को आर्टिकल में सुलझाने की कोशिश करते हैं, जिससे हमसभी को परिचित होना चाहिए।

    लिवर डिजीज और कोविड-19 (Liver disease and Covid 19) से जुड़े सवाल और उनके जवाब

    लिवर डिजीज और कोविड-19 (Liver disease and Covid 19)

    लिवर डिजीज और कोविड-19: क्या कोविड 19 लिवर को नुक्सान पहुंचा सकता है?

    कोरोना वायरस की वजह से हॉस्पिटल में एडमिट हुए मरीजों में लिवर एंजाइम्स जैसे अलैनिन अमिनोट्रांसफेरस (Alanine aminotransferase [ALT]) एवं एस्पार्टेट एमिनोट्रांस्फरेज (Aspartate aminotransferase [AST]) के लेवल में बढ़त देखी गई है। अगर इसे सामान्य शब्दों में समझें तो लिवर एंजाइम्स लेवल (Liver enzymes level) बढ़ने की वजह से उस दौरान या टेम्पररी लिवर डैमेज (Liver damage) होने की संभावना बनी रहती है। वहीं जिन लोगों में सिरोसिस की समस्या होती है, उनमें कोविड 19 का खतरा ज्यादा रहता है। वहीं रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार जिन लोगों में पहले से क्रोनिक लिवर डिजीज (Chronic liver disease), सिरोसिस (Cirrhosis) या इनसे जुड़ी परेशानी होती है, तो ऐसे लोगों में भी कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा रहता है और यह एक कारण भी है, जो लिवर डिजीज और कोविड-19 (Liver disease and Covid 19) पेशेंट को सावधानी बरतने की ओर इशारा करता है।

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    क्या हेपेटाइटिस बी और सी के मरीजों में अन्य लोगों की तुलना में कोरोना वायरस खतरा ज्यादा रहता है?

    नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के मरीजों में कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा हो सकता है। वैसे मरीज जो हेपेटाइटिस बी या हेपेटाइटिस सी (Hepatitis B or Hepatitis C) के पेशेंट हैं और इसका इलाज करवा रहें हैं, तो उन्हें ट्रीटमेंट समय-समय पर करवाते रहना चाहिए और डॉक्टर द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए। अगर ऐसे वक्त में लापरवाही बरती गई, तो शारीरिक तकलीफ ज्यादा बढ़ सकती है और इस कारण से भी है, जो लिवर डिजीज और कोविड-19 (Liver disease and Covid 19) पेशेंट को विशेष सतर्कता बरतने की लगातर सलाह भी दी जा रही है।

    लिवर डिजीज और कोविड-19: क्या हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा (Hepatocellular carcinoma) के मरीजों को भी सतर्क रहना चाहिए?

    हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा (Hepatocellular carcinoma [HCC]) लिवर कैंसर से जुड़ी समस्या है। लिवर डिजीज और कोविड-19 के खतरे से बचने के लिए इनदिनों कैंसर पेशेंट्स के लिए विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है। दरअसल कैंसर पेशेंट या हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा से पीड़ित लोगों की इम्यून पावर सामान्य लोगों की तुलना में कमजोर होती है और कमजोर इम्यूनिटी की वजह से पेशेंट्स को ज्यादा प्रिकॉशन की जरूरत पड़ती है। वहीं अगर कैंसर पेशेंट (Cancer patients) को कीमोथेरिपी दी जा रही है, तो इस दौरान भी पेशेंट की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune power) कम हो जाती है। कोविड 19 का खतरा उनलोगों में ज्यादा होता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर (Weak immunity) होती है। इसलिए लिवर डिजीज और कोरोना वायरस इनदोनों से ही सावधान रहने की सलाह डॉक्टर्स एवं रिसर्च रिपोर्ट्स में दी जा रही है।

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    लिवर ट्रांसप्लांट, क्रॉनिक लिवर डिजीज और कोविड-19 के खतरे कम करने के लिए वैक्सीन लिया जा सकता है?

    रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार कोरोना वायरस के खतरे को कम करने के लिए या इससे बचने के लिए कोविड 19 वैक्सिनेशन (Covid 19 Vaccination) जरूर करवाना चाहिए। लिवर डिजीज के पेशेंट को वैक्सिनेशन में देर नहीं करना चाहिए। हां, कोविड 19 वैक्सीन लेने से पहले अपने डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए।

    हेपेटाइटिस बी या हेपेटाइटिस सी के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली एंटी वायरल ड्रग से ही कोविड का भी इलाज किया जाता है?

    सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने कोविड 19 के इलाज के लिए सिर्फ एक ड्रग रेमडेसिविर (Remdesivir) को ही मान्यता दी है। लिवर डिजीज और कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए पहले से मान्यता प्राप्त लिवर डिजिज ड्रग्स (Liver disease drugs) या अन्य हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखकर पेशेंट को प्रिसक्राइब की जा सकती है।

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    हेपेटाइटिस बी या हेपेटाइटिस सी के पेशेंट्स को क्या करना चाहिए?

    हेपेटाइटिस बी या हेपेटाइटिस सी जैसे लिवर डिजीज और कोविड-19 के खतरे को देखते हुए मरीजो उन सभी कारणों से बचना चाहिए, जिससे कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा होता है। जैसे भीड़ वाली जगह, संक्रमित लोगों के संपर्क में आना, मास्क नहीं लगाना या हाथों की सफाई पर ध्यान नहीं देना। इसलिए लिवर डिजीज और कोविड-19 से बचने का सबसे महत्वपूर्ण बातों को समझना और उन्हें फॉलो करना बेहद जरूरी है।

    लिवर डिजीज और कोविड-19 से इन्फेक्टेड लोगों के संपर्क में आने पर क्या करें?

    अगर आप लिवर से जुड़ी परेशानियों से पीड़ित हैं और अनजाने में या किसी कारण से आप कोरोना वायरस के पेशेंट के कॉन्टैक में आ चुके हैं, तो सबसे पहले घबराएं नहीं और ना पैनिक हों। अब अपने आपको आइसोलेट करें और डॉक्टर को इन्फॉर्म करें। इस दौरान अपने शरीर में हो रहे बदलाव को समझें और इस बारे में डॉक्टर से कंसल्ट करें।

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    कोरोना वायरस के केसेस में कमी राहत की खबर है, लेकिन इसके साथ ही बार-बार इसके तीसरे वेभ से बचने के लिए भी रिसर्च सेंटर्स एवं डॉक्टर्स लगातार लोगों को सतर्क रहने की सलाह भी दे रहें हैं। इसलिए नीचे दिए इस क्विज को खेलिए और कोविड 19 से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को ध्यान में रखें।

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    लिवर डिजीज और कोविड-19: क्रॉनिक लिवर डिजीज के पेशेंट ट्रेवल के दौरान क्या करें?

    सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार क्रॉनिक लिवर डिजीज के पेशेंट को ट्रेलव की सलाह नहीं दी जा रही है, लेकिन अगर किसी विशेष कारण से आपको ट्रेवल करना पड़ रहा है, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। जैसे:

    • डबल मास्क (Double mask) का इस्तेमाल करें।
    • हाथों को सैनेटाइज करें।
    • डिस्पोसिबल ग्लप्स पहनें।
    • बाहर के फूड प्रॉडक्ट्स (Food products) का सेवन ना करें।
    • लोगों से हाथ ना मिलाएं।
    • सोशल डिस्टेंसिंग (Social distancing) का पालन करें।

    इनसभी बातों के साथ-साथ यात्रा पर जाने के पहले अपने डॉक्टर से अपनी बीमारी से जुड़ी सभी जानकारी के बारे में जरूर समझें।

    नोट: अगर संभव हो सके, तो इस दौरान ट्रेवलिंग से बचने की कोशिश करें और अगर घर में भी आये गेस्ट से डिस्टेंस फॉलो करें मास्क जरूर लगाएं।

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    लिवर डिजीज और कोविड-19 (Liver disease and Covid 19) होने पर घबराएं नहीं, क्योंकि इसका इलाज संभव है। वहीं अगर आप लिवर डिजीज और कोविड 19 (Liver disease and Covid 19) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर किसी भी लिवर डिजीज या कोविड 19 से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर ही लिवर डिजीज और कोविड 19 का इलाज जल्द से जल्द शुरू करेंगे। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि अगर आप किसी भी लिवर से संबंधित बीमारियों से पीड़ित हैं और कोविड के शिकार हो चुके हैं, तो ऐसी स्थिति में अपना ध्यान ज्यादा रखें और ठीक होने के बाद भी कोविड के इंफेक्शन से बचने के लिए बताई गई गाइड लाइन का पालन करें। कहते हैं ना ‘सावधानी हटी, दुर्घटना घटी’।

    हेल्दी रहने के लिए अपने दिनचर्या में योगासन शामिल करें। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें और योगा एक्सपर्ट से जानिए योग के फायदे और योग करने का सही तरीका क्या है।

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