जॉन्डिस यानी पीलिया ब्लड में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ने का कारण होता है। जॉन्डिस होने पर आंखें, त्वचा और मसूड़े पीले होने लगते हैं। इससे जल्दी ठीक होने में आहार की मुख्य भूमिका होती है। पीलिया में क्या खाएं (Jaundice diet) क्या नहीं रोगी के पास यह भी एक सबसे बड़ी समस्या होती है। क्योंकि जॉन्डिस का प्रमुख कारण पाचन तंत्र का कमजोर होना होता है। खून की कमी के साथ कमजोरी और शरीर का पीला पड़ जाना इसके प्रमुख लक्षण हैं। पीलिया में क्या खाएं ये सवाल हर किसी को परेशान करता है। कुछ लोग जानकारी ना होने पर पीलिया में मरीज को ऐसी चीजें भी खिलाते हैं जिससे उसकी परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे में आज हम आपको पीलिया के बारे में और बताएंगे कि पीलिया में क्या खाएं जिससे आपको पीलिया से जल्दी आराम मिले।
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कितना सामान्य है पीलिया (Jaundice)?
पीलिया एक ऐसी स्थिति है, जो लिवर की समस्या होने पर सामने आती है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। हालांकि, नवजात शिशुओं में पीलिया होना काफी आम होता है क्योंकि, नवजात शिशुओं का लिवर पूरी तरह विकसित नहीं हुआ होता। हालांकि, यह जल्दी ठीक भी हो जाता है। लेकिन, अगर ऐसा न हो, तो ये गंभीर हो सकता है। ऐसा होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पीलिया (Jaundice) के क्या लक्षण हैं?
आमतौर पर इस बीमारी की वजह से मरीज की त्वचा और आंखों का सफेद भाग पीला पड़ जाता है। इसके अलावा, इस बीमारी के कुछ अन्य लक्षण हैं, जो हम नीचे बता रहे हैं :
- मुंह के अंदर का हिस्सा पीला पड़ना।
- सुर्ख पीले रंग का पेशाब आना।
- हल्के रंग का मल आना।
- बिलिरुबिन का स्तर अधिक होना।
- भूख न लगना।
- कमजोरी और थकान महसूस होना।
इसके अलावा, ऊपर बताए गए लक्षणों से हटकर भी पीलिया के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर से सलाह जरूर करें।
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पीलिया में खाएं (Jaundice diet) क्या?
पीलिया में खाएं निम्नलिखित पेय एवं खाद्य पदार्थ। जैसे:
1.पानी (Water)
पीलिया (Jaundice) में क्या खाएं इसका जवाब में हम आपको खाने को नहीं बल्कि पीने को कहेंगे। पीलिया होने पर सबसे अच्छा तरीका है हाइड्रेटेड रहना। पानी न केवल पाचन को सरल बनाने में मदद करता है, बल्कि यह लिवर और किडनी (Kidney) से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद कर सकता है। ऐसे में 2 लीटर पानी प्रतिदिन पीने से फायदा हो सकता है। पीलिया में क्या खाएं यह उसका सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है। जितना अधिक पानी आप पीते हैं उतनी अधिक टॉक्सिक मैटेरियल आपके शरीर से बाहर जाता है। पीलिया में क्या खाएं सवाल के जवाब में आप अधिक से अधिक पानी पीना ना भूलें।
2.हरी सब्जी और फल (Green vegetables and fruits)
पीलिया में क्या खाएं में आप अपने खाने में हरी सब्जी और फल शामिल कर सकते हैं। ताजे फल और सब्जियों में शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant) और फाइबर होते हैं जो मेटाबॉलिज्म के दौरान लीवर को नुकसान पहुंचाने से बचाते हैं और पाचन में आसानी में मदद कर सकते हैं। सभी फलों और सब्जियों में कुछ लीवर फ्रेंडली पोषक तत्व होते हैं, लेकिन कुछ किस्में विशेष रूप से लीवर की स्थिति के लिए फायदेमंद होती हैं। इसमें शामिल है:
- क्रैनबेरी, ब्लूबेरी और अंगूर
- खट्टे फल, विशेष रूप से नींबू, नीबू और अंगूर
- पपीता और तरबूज
- कद्दू, शकरकंद और यम
- एवोकैडो और जैतून
- टमाटर
- गाजर, बीट और शलजम
- ब्रोकोली, फूलगोभी, और ब्रसेल्स स्प्राउट्स जैसी क्रूस सब्जियों
- अदरक और लहसुन
- पालक और कोलार्ड साग
अधिक स्वास्थ्य लाभ के लिए लोगों को पूरे फलों और सब्जियों को खाना चाहिए और उच्च-कैलोरी, कम फाइबर वाले उत्पादों जैसे फलों के रस और ब्लैंड से बचना चाहिए। यह उच्च फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (HFCS) जैसे अत्यधिक संसाधित और परिष्कृत शर्करा को सीमित करने या उनसे बचने के लिए भी सलाह दी जाती है।
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3.कॉफी और हर्बल टी (Coffee and herbal tea)
इसके अलावा आप पीलिया में क्या खाएं में एक बार और कॉफी और हर्बल टी इस्तेमाल कर सकते हैं। कॉफी और हर्बल टी में एंटीऑक्सिडेंट और साथ में कैफीन की उच्च मात्रा होती है, जो डाइजेशन में मदद कर सकती है। हालांकि कॉफी, चाय और हर्बल टी का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए इससे नुकसान भी हो सकता है।
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4.साबुत अनाज (Whole grain)
पीलिया में क्या खाएं में आप साबुत अनाज को अपनी डायट में शामिल करें। साबुत अनाज पीलिया की वजह से होने वाली कमजोरी को कम करने में फायदेमंज साबित हो सकती है। साबुत अनाज में वसा, फाइबर (Fiber), एंटीऑक्सिडेंट और खनिज तत्व उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं, जिनके नियमित सेवन से लाभ मिल सकता है। साबुत अनाज पीलिया के मरीज के लिए बेहतर विकल्प है।
5.नट्स (Nuts)
अधिकांश नट्स एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जिनमें विटामिन-ई और फेनोलिक एसिड पर्याप्त मात्रा में होने से सेहत को फायदा मिलता है लेकिन, नट्स खासकर अखरोट का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। इसके नियमित सेवन से ही लाभ मिल सकता है।
6.फाइबर (Fiber)
ओटमील, बेरीज और बादाम जैसे उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों को रोज खाएं इससे लाभ मिल सकता है। पीलिया में क्या खाएं का बेहतर विकल्प फाइबर भी हो सकता है। फाइबर वैसे तो हर किसी के लिए फायदेमंद है लेकिन पीलिया के मरीजों के लिए फाइबर के बहुत से फायदे हैं। पीलिया में जहां फाइबर मरीज का पाचन ठीक कर सकता है वहीं यह एनर्जी भी देता है।
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पीलिया में डायट (Jaundice diet) के दौरान क्या ना करें शामिल?
- पीलिया होने पर मिर्च मसालेदार, मैदा, मिठाइयां, उड़द की दाल, फास्ट फूड और तले हुए खाने से बचें।
- आहार में वैसे खाने को शामिल करें जो आसानी से डाइजेस्ट हो जाए।
- अल्कोहल, सिगरेट और तंबाकू का सेवन नहीं करें।
- डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों और पे पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए।
- स्ट्रीट फूड के सेवन से भी बचना चाहिए।
- गंदे, सड़े, गले व कटे हुए फल नहीं खाएं।
पीलिया के लक्षण जैसे आंखों, त्वचा और नाखूनों के पीले पड़ना आदि दिखाई देने पर पर जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि लापरवाही करने से ज्वाइंडिस बढ़ सकता है। उचित भोजन, नियमित व्यायाम और डॉक्टर द्वारा दी गई दवा से ज्वाइंडिस से बचा जा सकता है। पीलिया होने पर डॉक्टर द्वारा बताए गई जांच भी समय-समय पर करवाते रहना चाहिए। ज्यादा घूमना फिरना न करें और जितना हो सके आराम करें।
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