“मैंने शादी के दो साल बाद प्रेग्नेंसी प्लानिंग की है और मैं इस वक्त को काफी एंजॉय कर रहीं हूं। मेरी प्रेग्नेंसी में कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं है (फिंगर क्रॉस करते हुए ) और मैं बहुत खुश हूं कि अब मैं बनने जा रही हूं।” ये कहना है मुंबई में रहने वाली 32 साल की सौम्या मुखर्जी का। जो पेशे से एक प्राइवेट कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम करती हैं। वे इस समय 6 महीने की गर्भवती है। उन्होंने ये जानकारी हैलो स्वास्थय से बात करते हुए दी।
हालांकि कुछ महिलाएं प्रेग्नेंसी के सफर का आनंद नहीं ले पाती हैं। ऐसी ही एक महिला गौरी त्यागी हैं। वे 33 साल की हैं और पेशे से एच.आर कंसल्टेंट हैं। जब गौरी से हमने बात की तो उनका कहना था कि, वे गर्भवती तो हुईं लेकिन, मिसकैरिज हो जाने के कारण उनका मां बनने का सपना अधूरा रह गया। अपनी नम आंखों और भरी आवाज में गौरी कहती हैं कि मुझे कई बार अपने गर्भवती होने का अनुभव होता है, लेकिन ये सच नहीं होता है। बार-बार इस तरह के ख्याल आने से वो परेशान रहने लगीं तो उन्होंने डॉक्टर से संपर्क किया। डॉक्टर से बातचीत के बाद उन्हें पता चला कि वे फैंटम प्रेग्नेंसी की शिकार हैं (Phantom pregnancy)।
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रिसर्च के अनुसार तकरीबन 40 प्रतिशत महिलाएं फैंटम प्रेग्नेंसी या फैंटम फीटल किक की समस्या से पीड़ित होती हैं। ऑस्ट्रेलिया के मोनाश यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए ऑनलाइन सर्वे के अनुसार 197 महिलाओं का कहना है कि, वे फैंटम प्रेग्नेंसी की शिकार हुई हैं। डिलिवरी के साढ़े छह साल बाद ऑस्ट्रेलियन महिलाओं ने किया ऐसे एक्सपीरियंस शेयर किए हैं। वहीं एक महिला ने तो डिलिवरी के 28 साल बाद बच्चे के किक को अनुभव किया है। 40 प्रतिशत महिलाएं फैंटम किक हफ्ते में एक बार जरूर महसूस करती हैं वहीं 20 प्रतिशत महिलाओं का कहना है की वे फैंटम प्रेग्नेंसी को (फैंटम किक) तकरीबन हर रोज अनुभव करती हैं।
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फैंटम प्रेग्नेंसी क्यों महसूस होती है