प्रेग्नेंसी में डांस करना कैसे है स्वास्थ्यवर्धक?
गर्भवस्था में भी फिट रहने के लिए डांस का सहारा लिया जा सकता है। गर्भावस्था में डांस करने से बॉडी एक्टिव रहती है और मूड अच्छा रहता है। प्रेग्नेंसी में बॉडी वेट मेंटेन रखने और फिट रहने के लिए हम सभी कई उपाय करते हैं। चाहे वह एक्सरसाइज हो या स्विमिंग। वैसे इसके लिए डांस का भी सहारा लिया जा रहा है। डांस से कैलोरी बर्न होने के साथ-साथ ब्लड सर्क्युलेशन भी ठीक रहता है और शरीर स्वस्थ रहता है।
यदि आप प्रेग्नेंसी में डांस करने का प्लान कर रही हैं तो इस बारे में एक बार अपने चिकित्सक से कंसल्ट जरूर करें। डॉक्टर आपको आपकी कंडिशन के अनुसार एक्सरसाइज रिकमेंड करेंगे।
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गर्भावस्था में डांस करने से होने वाले फायदे क्या हैं?
- गर्भावस्था के शुरुआत से ही रोजाना डांस करने से बॉडी फ्लेक्सिबल रहती है जो नॉर्मल डिलिवरी के लिए बेहद जरूरी है।
- बॉडी को फिट रखने के लिए रोजाना 25 से 30 मिनट तक नृत्य करने से स्टेमिना बढ़ती है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान अगर जिम जाना संभव नहीं है तो घर पर ही डांस किया जा सकता है। नियमित डांस करने शरीर में ऊर्जा बरकरार रहती है।
- प्रेग्नेंसी में डांस करना हार्ट और लंग्स दोनों को फिट रखता है।
- गर्भावस्था में डांस करने से जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा कम होता है।
- प्रेग्नेंसी में डांस करने से ब्लड फ्लो बेहतर होता है और स्किन हेल्दी होती है और ग्लो करती है।
- गर्भावस्था में रोजाना डांस करने से मसल्स स्ट्रॉग होती हैं और हार्ट फिट होता है। इससे लेबर और डिलिवरी में कम परेशानी होती है।
- गर्भावस्था के दौरान और डिलिवरी के बाद भी बॉडी वेट और बॉडी शेप दोनों ठीक रहता है।
- प्रेग्नेंसी में डांस करने से हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत होती हैं। यही नहीं इस दौरान होने वाले पीठ दर्द (बैक पेन) और पैर दर्द की समस्या भी कम हो सकती है।
- रोजाना डांस से सिजेरियन डिलिवरी से भी बचा जा सकता है।
- डांस करने से शरीर में एंडोर्फिन हॉर्मोन रिलीज होता है जिससे स्ट्रेस और एंग्जाइटी कम होती है।
- प्रेग्नेंसी में डांस करने से कमर दर्द में आराम मिलता है। इसके साथ ही कमर, बट्स, थाइस की मसल्स टोन होती है और पॉस्चर सुधरता है।
- प्रेग्नेंसी में डांस करने से कब्ज की परेशानी नहीं होती है।
- गर्भावस्था के दौरान अक्सर महिलाएं डिप्रेशन की शिकार हो जाती हैं। इसलिए रेगुलर डांस से प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले डिप्रेशन से बचा जा सकता है।
- जिस तरह एक्सरसाइज करने से अच्छी नींद आती है ठीक उसी तरह प्रेग्नेंसी में डांस करने से अच्छी नींद आती है।
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गर्भावस्था में किस तरह का डांस किया जा सकता है?
- गर्भावस्था के दौरान जैज और सांबा फॉर्म अपनाया जा सकता है, लेकिन आखिरी महीनों में ये डांस फॉर्म मुश्किल हो सकते हैं। आखिरी महीनों में डॉक्टर से बात करने के बाद डांस करें।
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निम्नलिखित तरह के डांस फॉर्म नहीं करने चाहिए।
- भरतनाट्यम, कथक और हिपहॉप जैसे डांस न करें।
- ऐसा कोई भी डांस फॉर्म न करें जिससे शरीर पर ज्यादा जोर पड़ता हो।
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क्या गर्भावस्था में डांस करना सेफ है?
प्रेग्नेंसी में डांस करना कितना सुरक्षित है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे कब शुरू करते हैं और आपकी प्रेग्नेंसी में कोई कॉम्पलिकेशन है या नहीं। यदि आप गर्भवती होने से पहले भी नियमित रूप से डांस करती हैं तो आप इसे जारी रख सकती हैं। यदि आप गर्भवती होने से पहले फिट नहीं थीं, तो हार न मानें! धीरे-धीरे शुरू करें और धीरे-धीरे मजबूत होते हुए आगे बढ़ें।
इससे पहले कि आप अपने पुराने डांस के दिनचर्या को जारी रखें या एक नई शुरुआत करें, आपको गर्भवती होने के दौरान इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। यदि आपको निम्न में से कोई परेशानी है तो गर्भावस्था में डांस करने से पहले डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें:
- हायपरटेंशन (Hypertension)
- वजायनल ब्लीडिंग (Vaginal bleeding)
- जल्दी संकुचन (early contractions)
- झिल्ली का समय से पहले टूटना (premature rupture of your membranes)
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मुंबई की रहने वाली 33 वर्षीय नगमा पांचाल एक प्राइवेट कंपनी में एचआर हैं और नगमा डांस की शौकीन भी हैं। इन दिनों नगमा प्रेग्नेंट हैं लेकिन, वो रोजाना 20 से 25 मिनट आसान और बिना थकाने वाले डांस करती हैं। नगमा ने डॉक्टर की सलाह के अनुसार अपनी डांसिंग एक्टिविटी बनाए रखी है। वे कहती हैं कि, ‘गर्भावस्था में डांस करना नुकसानदायक नहीं होता है सिर्फ ज्यादा जम्प या फास्ट स्टेप न करें।’
गर्भावस्था में डांस करने के पहले किन-किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी?
प्रेग्नेंसी एंजॉय करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। इनमें शामिल हैं
- डांस के दौरान ट्रेनर की मदद लें।
- डांस के पहले वार्मअप करें।
- सही जूते का चयन करें।
- आहार में पोषक तत्वों का सेवन करें
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गर्भावस्था में डांस कब न करें?
निम्नलिखित परेशानी होने पर गर्भावस्था में डांस एवॉइड करना चाहिए:
- अगर डांस के दौरान या ऐसे भी चक्कर आने की परेशानी हो तो डांस न करें क्योंकि यह गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों के लिए ऑक्सिजन की कमी का कारण बन सकता है।
- यदि गर्भवती महिला को कोई पुरानी बीमारी है या जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या है तो डांस न करें।
- जोड़ों में दर्द की समस्या होने पर प्रेग्नेंसी में डांस न करें।
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यदि आपको निम्न में से कोई लक्षण नजर आएं तो बिना देरी करें डॉक्टर से कंसल्ट करें:
- वजायना से ब्लीडिंग होना (vaginal bleeding)
- असामान्य दर्द होना (unusual pain)
- चक्कर आना या सिर घूमना (dizziness or lightheadedness)
- सांस लेने में दिक्कत होना (unusual shortness of breath)
- तेज दिल की धड़कन या सीने में दर्द होना (racing heartbeat or chest pain)
- वजायना से तरल पदार्थ होना (fluid leaking from your vagina)
- गर्भाशय के संकुचन (uterine contractions)
ऊपर बताई गई बातों और अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार ही प्रेग्नेंसी में डांस करें। अगर कोई परेशानी महसूस होती है तो ऐसे स्थिति में डांस न करें और डॉक्टर से संपर्क करें। हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में गर्भावस्था में डांस से जुड़ी जानकारी दी गई है। यदि आपका इससे जुड़ा कोई प्रश्न है तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। हम अपने एक्पर्ट्स द्वारा आपके सवालों के उत्तर दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे।
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