हम सभी ये महसूस करते हैं कि जब बच्चा पेट के अंदर होता है तो उसे कुछ खास एहसास नहीं होता है। वो न तो देख सकता है और न ही कुछ खास प्रतिक्रिया कर सकता है। लेकिन ये बात पूरी तरह से सच नहीं है। भले ही पेट के अंदर बच्चा देख नहीं सकता है लेकिन गर्भ में बच्चा महसूस करता है। आप क्या खा रहे हैं या फिर किस चीज का सेवन कर रहे हैं। ये सब गर्भ में बच्चा महसूस करता है। शोधकर्ताओं ने वीडियो के माध्यम से जब जानकारी की तो पता चला कि बच्चा गर्भ में सुन सकता है, स्वाद ले सकता है। उनकी खास पसंद होती है और वो कुछ चीजों को नापसंद भी करते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि आखिर क्या गर्भ में बच्चा महसूस करता है।
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गर्भ में बच्चा महसूस करता है मां का स्पर्श
मां और बच्चे के बीच की बॉन्डिंग यहीं से शुरू होती है। जब मां दूसरी तिमाही के दौरान प्यार से अपने पेट में हाथ फिराती है तो बच्चा मां के स्पर्श को महसूस करता है और किक मारकर रिस्पॉन्स भी करता है। आप चाहे तो खुद ही महसूस कर सकती हैं। पेट को प्यार से सहलाएं। कुछ देर ऐसा करने से आपका बच्चा स्पर्श महसूस करेगा और आपको रिस्पॉन्स भी करेगा। ये बहुत ही प्यारा एहसास होता है। गर्भ में बच्चा महसूस करता है कि मां किस मूड में है, अगर मां खुश होगी तो बच्चे का रिएक्शन अलग होता है। अगर मां बहुत अपसेट है तो भी बच्चा अलग प्रतिक्रिया दे सकता है।
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गर्भ में बच्चा महसूस करता है ध्वनि
नेशनल चाइल्ड बर्थ ट्रस्ट के निदेशक बारबरा कोट्ट के अनुसार, ‘बच्चे लगभग 20 सप्ताह के बाद संगीत की प्रति रिस्पॉन्स करना शुरू कर देते हैं। उदाहरण के लिए कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान संगीत सुनाया गया। जन्म के बाद जब वहीं संगीत बजाया गया तो बच्चों ने प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया। शोधकर्ताओं ने बच्चे की मस्तिष्क की गतिविधि का परिक्षण करना शुरू कर दिया। उन्होंने पाया कि जिन बच्चों ने जन्म से पहले संगीत सुना था उनके मस्तिष्क में नए पैटर्न का विकास हो गया है, लेकिन जिन बच्चों ने गर्भ में संगीत नहीं सुना था, उनके मस्तिष्क में कोई भी नया पैटर्न नहीं मिला है। बच्चा मां के पेट में कुछ आवजें जैसे दिल की धड़कन की आवाज, पेट में खाना पचने के दौरान आवाज और बल्ड सर्क्युलेशन के दौरान आवाज को सुनता है। गर्भ में बच्चा महसूस करता है कि किस तरह के आंतरिक माहौल में वह रह रहा है।
गर्भ में बच्चा महसूस करता है स्मोक के धुंए को
लैंकेस्टर और डरहम विश्वविद्यालयों में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि जो मां प्रेग्नेंसी के समय सिगरेट पीती है, उनके होने वाले बच्चे का मुंह के ऊपर हाथ रखना और अधिक मुंह चलाना जैसी प्रतिक्रिया महसूस की गई हैं। अल्ट्रासाउंड से ये पता चला है कि गर्भ में रहते हुए बच्चा सिगरेट के धुंए का पता लगा सकता है और उसके प्रति रिस्पॉन्स भी देता है। स्टडी में ये बात सामने आई है कि सिगरेट के धुएं के कारण स्ट्रेस बढ़ता है जिससे बच्चे का मूवमेंट बढ़ जाता है। एक अलग सा वातावरण गर्भ में बच्चा महसूस करता है, जिसके कारण उसका मूवमेंट बढ़ जाता है।
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गर्भ में बच्चा महसूस करता है सूर्य की चमक
गर्भ में पल रहे शिशुओं की आंखें केवल 15 सप्ताह में प्रकाश के प्रति संवेदनशील हो जाती हैं, लेकिन वो 22 सप्ताह तक अपनी आंखें नहीं खोलते हैं। बच्चा सूर्य की रोशनी को महसूस कर सकता है लेकिन उसे किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होती है। बच्चा सूर्य की रोशनी को तेज चमक के रूप में महसूस कर सकता है।
गर्भ में बच्चा महसूस करता है रिपिटेशन
अगर हम किसी भी काम को बार-बार करते हैं तो उसे तुरंत सीख जाते हैं। ठीक ऐसा ही गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ भी हो सकता है। गर्भ में बच्चा कुछ खास प्रकार की ध्वनियों को सीख जाता है। ये केवन रिपिटेशन के कारण ही संभव हो पाता है। ध्वनि किसी भी प्रकार की हो सकती है।
गर्भ में बच्चा महसूस करता है स्वाद
बच्चा पेट में रहते हुए फूड का फ्लेवर पहचानने में सक्षम होता है। एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि शिशुओं में तीसरी तिमाही के दौरान गाजर के रस का इस्तेमाल किया गया। बाद में पाया गया कि उन बच्चों को गाजर बहुत पसंद थी। बच्चे को वेजीटेबल और फ्रूट लवर बनाना है तो प्रेग्नेंसी के दौरान सब्जियां और फल पर ज्यादा फोकस रखें। गर्भ में शिशु एम्निऑटिक फ्लूड से घिरा होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मां जो भी खाना खाती है, उसका सीधा असर एम्निऑटिक फ्लूड पर भी पड़ता है। बच्चा जो भी पोषण मां के शरीर से ले रहा होता है, वो मां के खाने का अंश ही होता है। ऐसे में मां जो खाती है, गर्भ में शिशु के लिए टेस्ट प्रिफरेंस बन जाता है। पैदा होने के बाद भी बच्चा उसी तरह का खाना पसंद करता है। सभी तरह के स्वाद को गर्भ में बच्चा महसूस करता है और भविष्य में उसकी पसंद और नापसंद इस बात पर भी निर्भर हो सकती है।
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गर्भ में बच्चा महसूस करता है नींद और सपने
सपना हर कोई देखता है। सपना मतलब कुछ पल के लिए एक अलग सी दुनिया में चले जाना। ऐसा बच्चों के साथ भी होता है। गर्भ में बच्चा महसूस करता है सपनों को। उन सपनों में उसके आसपास का वातावरण शामिल हो सकता है। आपने महसूस किया होगा कि कई बार बच्चे सोते समय रोने लगते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वे सपना देख रहे होते हैं। गर्भ में शिशु के साथ ही ऐसा होता है। रिसर्च के अनुसार बच्चे गर्भ में अचानक से नींद लेते हैं और जिसे रेम स्लीप (REM sleep) कहते हैं। महिला के गर्भ में बच्चे को रेम स्लीप लेते पाया गया है। इससे ये साबित होता है कि गर्भ में शिशु सपने देख सकता है। गर्भ में बच्चा नींद के साथ ही सपने का एहसास भी कर सकता है।
इस आर्टिकल में आपने जाना कि गर्भ में महसूस करता है बच्चा। वह किसी खास चीज के प्रति रिस्पॉन्स देता है और कुछ चीजों महसूस भी करता है। आप प्रेग्नेंसी के दौरान कोशिश करें कि किसी भी हानिकारक चीज का सेवन न करें क्योंकि ये आपके बच्चे को भी प्रभावित करेगा। गर्भ में महसूस करता है बच्चा ये जानकार आप जरूर आश्चर्यचकित हुए होंगे। बच्चा गर्भ में कई बातें भी सीख जाता है। अगर आपको इस संबंध में कोई जानकारी चाहिए तो डॉक्टर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता।
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