सिजेरियन या फिर सी-सेक्शन सर्जरी बच्चा पैदा होने के दौरान की जाती है। इस दौरान मां के पेट और यूट्रस में कट किया जाता है ताकि बच्चे को बाहर निकाला जा सके। सर्जरी का सहारा डॉक्टर्स तब लेते हैं जब नॉर्मल डिलिवरी के दौरान मां या बच्चे की जान को खतरा हो। कई बार महिलाएं इलेक्टिव सिजेरियन यानी अपनी मर्जी से सिजेरियन कराना पसंद करती हैं क्योंकि उन्हें लेबर पेन नहीं सहना होता है। डॉक्टर इमरजेंसी सिजेरियन कुछ खास परिस्थियों में करते हैं। जब कोई समस्या प्रेग्नेंसी के दौरान ही पता चल जाती है तो पहले से ही तय हो जाता है कि सिजेरियन से ही बच्चा पैदा होगा। जब पहले से पता हो कि सी-सेक्शन होना है तो महिलाएं सी-सेक्शन बर्थ प्लान कर सकती हैं। इस दौरान कुछ बातों का खास ख्याल भी रखना पड़ता है।