गोनाडोट्रॉपिन्स पेप्टाइड हॉर्मोन्स हैं जो ओवेरियन (Ovarian) और टेस्टिकुलर फंक्शन (Testicular function) को रेगुलेट करते हैं और नॉर्मल ग्रोथ, सेक्शुअल डेवलपमेंट (Sexual development) और रिप्रोडक्शन (Reproduction) के लिए जरूरी हैं। गोनाडोट्रॉपिन्स के प्रकार (Types of Gonadotropins) चार हैं। ह्यूमन गोनाडोट्रॉपिन्स में फॉलिकल स्टिम्यूलेटिंग हॉर्मोन (Follicle stimulating hormone) (FSH) और ल्यूटेनाइजिंग हॉर्मोन एलएच (Luteinizing hormone) (LH) शामिल हैं। इनका निमार्ण पिट्यूटरी ग्रंथि में होता है। वहीं कोरियोनिक गोनाडोट्रॉपिन (Chorionic gonadotropin) (hCG) प्लासेंटा के द्वारा बनाया जाता है। ये तीनों गोनाडोट्रॉपिन्स हेटरोडिमरिक प्रोटीन्स (Heterodimeric proteins) हैं। जिनमें दो पेप्टिटाइड चेन्स पाई जाती हैं। पिट्यूटरी गोनाडोट्रॉपिन्स गोनाडोट्रॉपिन रिलीजिंग हॉर्मोन (GnRH) के नियंत्रण में होते हैं जिसे हायपोथैलेमस में प्रोड्यूस और ईस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरॉन के सर्कुलेटिंग लेवल्स के रिस्पॉन्स में रिलीज किया जाता है।
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