ट्विन्स की देखभाल को लेकर महिलाओं के मन में बहुत सी बातें रहती हैं। ट्विन्स की देखभाल (Twins care) करना किसी भी महिला के लिए आसान नहीं होता है। कब एक बच्चे को सुलाएं और कब दूसरे को। दोनों बच्चों को कैसे ब्रेस्टफीड कराएं आदि। ये सब बातें महिला को परेशान कर सकती हैं। डिलिवरी के बाद ट्विन्स की देखभाल इसलिए भी कठिन हो जाती हैं क्योंकि मां को नहीं पता होता है कि बच्चों को कैसे संभालना है। ट्विन्स की देखभाल करते समय मां कुछ ऐसी भी गलतियां कर देती है जो बच्चों के लिए सही नहीं रहती है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए की किस तरह से मां को ट्विन्स की देखभाल (Twins care) करनी चाहिए।
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ट्विन्स की देखभाल (Twins care) कैसे करें?
बच्चों को अलग न सुलाएं
ट्विन्स की देखभाल करते समय महिलाओं को लगता है कि बच्चों को अलग सुलाना चाहिए। अलग सुलाने से बच्चा डिस्टर्ब नहीं होगा, लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। ट्विन्स की देखभाल (Twins care) करते समय ये बात ध्यान रखें कि बच्चों को अलग न करें। बच्चे अगर एक साथ सोएंगे तो उन्हें एक-दूसरे को देखकर सोने की आदत हो जाएगी। जब एक बच्चा रात में रोएगा तो दूसरे बच्चे को कुछ समय बाद आवाज में सोने की आदत हो जाएगी। ये तरीका पूरी तरह से काम आएगा या नहीं, इस बारे में एक जैसी राय नहीं है।
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एक जैसा सामान न खरीदें
अगर आपको ऐसा लगता है कि जुड़वां बच्चों को एक जैसी चीजें पसंद आएंगी तो ये बात बिल्कुल सही नहीं है। ये जरूरी नहीं है कि जुड़वां बच्चों को एक जैसी चीज ही पसंद आए। कुछ बच्चों को खिलौने पसंद नहीं आते हैं तो कुछ को चॉकलेट। इस बारें में माता-पिता को अपनी राय नहीं बननी चाहिए। साथ ही जानकारी के अभाव में माता-पिता बच्चों के लिए दो चीजें लाकर अधिक पैसे खर्च कर देते हैं। जब बच्चा बड़ा होगा तो आप ये बात खुद महसूस करेंगे कि दोनों बच्चों की पसंद अलग है। हो सकता है कि एक बच्चे को ग्रीन कलर पसंद है तो वहीं दूसरे बच्चे को पिंक कलर।
बच्चे अगर छोटे हैं तो आप उन्हें अपनी पसंद का सामान ला सकते हैं। बच्चों के बड़े होने पर अपनी पसंद उनपर थोपना सही नहीं होगा। बच्चों को उनकी पसंद चुनने का अधिकार है। उन्हें जानने के लिए आपको उनकी पसंद पूछना पड़ेगा। उसके बाद ही आप निर्णय लें। ट्विन्स बच्चों की च्वाइज डिफरेंट हो सकती है।
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बच्चों को गोद लेना न भूलें
एक मां को जब भी प्यार उमड़ता है तो वो बच्चे को गोद में लेकर खिलाती है, लेकिन ट्विन्स की देखभाल (Twins care) के समय ऐसा कर पाना मां के लिए मुश्किल हो जाता है। हो सकता है कि मां दोनों बच्चों को प्यार करना चाहती हो, लेकिन एक साथ उन्हें उठाने में दिक्कत हो रही हो। ऐसी स्थिति में परेशान होने की जरूरत नहीं है। बच्चे को गोद में उठाना न भूलें। एक समय में एक बच्चे को गोद में उठाएं और दूसरे बच्चे को थोड़ी देर फ्लोर पर खेलने दें। फिर कुछ देर बाद दूसरे बच्चे को उठाएं और पहले बच्चे को फ्लोर पर खेलने दें। ट्विन्स की देखभाल (Twins care) के दौरान ऐसा करने से आप दोनों बच्चों को गोद में लेकर आसानी से प्यार कर सकती हैं।
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डबल स्ट्रोलर का करें प्रयोग
ट्विन्स की देखभाल (Twins care) एक साथ करना किसी भी पेरेंट्स की लिए परेशानी का काम होता है। अगर आप डबल स्ट्रोलर का यूज करेंगे तो जुड़वां ट्विन्स की देखभाल करने में परेशानी नहीं होगी। ऐसा नहीं है कि आप डबल स्ट्रोलर का यूज किसी एक्टिविटी के लिए ही करें। स्ट्रोलर का यूज दोनों बच्चों को एक साथ सुलाने में किया जा सकता है। इसके लिए स्ट्रोलर का खोलना और बंद करना ठीक से आना चाहिए।
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ट्विन्स की देखभाल (Twins care) के लिए टाइम जरूर करें शेड्यूल
ट्विन्स बच्चों की देखभाल करते समय टाइम मैनेजमेंट करना बहुत जरूरी है। कुछ लोगों की राय होती है कि ट्विन्स की देखभाल के समय जब एक बेबी सो रहा हो तो ऐसे में दूसरे को न जगाया जाए। जबकि डॉक्टर का मानना है कि अगर दोनों बच्चों में से एक बच्चा जाग गया है तो दूसरे बच्चे को भी जगा देना चाहिए ताकि दोनों को एक साथ फीड करवाकर सुला दिया जाए। ऐसा करने से मां को भी कुछ देर का आराम मिल जाता है। ट्विन्स की देखभाल (Twins care) को लेकर इस बारे में कुछ लोगों की राय अलग भी हो सकती है।
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ऑनलाइन सामान लेना रहेगा सही
अगर आपको पता चल चुका है कि जुड़वां बच्चे पैदा होने वाले हैं तो ट्विन्स की देखभाल (Twins care) के लिए डायपर, नैप्किन आदि पहले से ही ऑनलाइन खरीद लें। बच्चों के पैदा होने के बाद भी ऑनलाइन सामान खरीदना ही बेहतर रहेगा। बच्चों के एक साथ सामान खरीदने पर कुछ डिस्काउंट ऑफर होगा जो आपकी बचत के काम आएगा। आप चाहे तो तारीख तय भी कर सकती हैं। पहले तो महीने भर के जरूरी सामान की लिस्ट तैयार कर लें। फिर तय तारीख को ऑनलाइन सामान ऑर्डर कर दें। ऐसा करने से सामान लाने की समस्या भी खत्म हो जाएगी और साथ ही बचत होगी।
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ट्विन्स की देखभाल (Twins care) के लिए करें ग्रुप ज्वाॅइन
ट्विन्स की देखभाल के लिए ये बेहतर तरीका साबित हो सकता है। अगर आपकी जानकारी में ऐसे कोई पेरेंट्स हैं, जिनके जुड़वां बच्चे हैं तो आपको ऐसे माता-पिता से जानकारी हासिल करनी चाहिए। आपको कई ऐसी बातों के बारे में पता चल सकता है जो आपके लिए उपयोगी साबित होंगी। कई बार जुड़वां बच्चों से जुड़ें ग्रुप भी मिल जाते हैं। ट्विन्स की देखभाल (Twins care) के लिए ऐसे ग्रुप को जरूर ज्वॉइन करना चाहिए। जो पेरेंट्स ट्विन्स की देखभाल के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं, उन्हें ग्रुप के माध्यम से जुड़वां बच्चों के ब्रेस्टफीड करने करवाने के बारे में जानकारी या फिर मूमेंट की जानकारी मिल सकती है।
ट्विन्स की देखभाल (Twins care) के लिए क्या जरूरी है और उन्हें कब किस चीज की जरूरत पड़ेगी, इस बारे में एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
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