क्या आप जानते हैं कि अगर प्रेग्नेंसी के दौरान पॉश्चर सही नहीं रहेगा तो आपको इंजरी भी हो सकती है? एक हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए प्रेग्नेंट महिला का पॉश्चर सही होना जरूरी है। गर्भावस्था में कमर-दर्द, कंधों, पैरों और गर्दन-दर्द की शिकायत करते हुए लगभग हर महिला को सुना जा सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान शारीरिक बदलाव के कारण ये दर्द आमतौर पर महसूस होते हैं। लेकिन, अगर प्रेग्नेंसी के दौरान पॉश्चर सही रखा जाए तो काफी हद तक गर्भावस्था में कमर दर्द और थकान जैसी कई समस्याओं से लड़ा जा सकता है। गर्भावस्था में सही पॉश्चर क्यों जरूरी है, गर्भावस्था में उठने, बैठने के सही तरीके क्या हैं? जानते हैं हैलो स्वास्थ्य के इस आर्टिकल में-
एक अच्छा पॉश्चर तब माना जाता है जब आपका शरीर बैठते, खड़े या लेटते समय ठीक से संरेखित होता है। सीधे शब्दों में कहें तो खड़े होते या बैठते समय पॉश्चर सीधा रखना एक अच्छा पॉश्चर होता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए पॉश्चर का सही होना आवश्यक है। लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान सही पॉश्चर का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। गलत मुद्रा न केवल गर्भावस्था में कमर में दर्द, पैरों, कूल्हों, गर्दन दर्द और बेचैनी का कारण बन सकती है, बल्कि इससे शिशु को भी नुकसान हो सकता है या उसे चोट लग सकती है। इसके साथ ही प्रेग्नेंसी के दौरान गलत पॉश्चर गर्भावस्था के आखिरी समय में दर्द को और बढ़ा सकता है क्योंकि हॉर्मोन्स जोड़ों में लिगामेंट्स और टेंडन्स (tendons) को नरम करना शुरू कर देते हैं। यहां तक कि प्रेग्नेंसी पीरियड में खराब पॉश्चर डिलिवरी के बाद भी कई जटिलताओं का कारण बन सकती है। इसलिए, पीठ, कंधे, गर्दन और कूल्हों पर पड़ने वाले स्ट्रेस को कम करने के लिए प्रेग्नेंसी में उठने बैठने के तरीके का सही होना जरूरी है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान राइट सिटिंग पॉश्चर क्या है?
गर्भावस्था में उठते/बैठते समय होने वाली असुविधा को कम करने और बैकबोन पर तनाव को कम करने के लिए सही पॉश्चर अपनाना जरूरी है। प्रेग्नेंसी के दौरान बैठने के सरल तरीके हैं-
- बैठते समय आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए और आपके कंधे पीछे की ओर खिंचे होने चाहिए। साथ ही कूल्हे कुर्सी की बैक को छूने चाहिए। सुनिश्चित करें कि शरीर का वजन दोनों कूल्हों पर एक जैसा हो।
- अपने पैरों को फर्श पर समान रूप से रखें। घुटनों और कूल्हों की स्थिति 90 डिग्री पर होनी चाहिए। यदि आवश्यक हो तो पैर रखने के लिए फुट रेस्ट या स्टूल का उपयोग लिया जा सकता है। ध्यान दें पैरों को क्रॉस करके न बैठें, आपके पैर फर्श पर सपाट होने चाहिए।
ध्यान दें
गर्भावस्था में कैसे बैठना चाहिए, यह जानने के साथ ही आपको कुछ बातों का भी ध्यान रखना चाहिए जैसे-
- 30 मिनट से अधिक एक ही स्थिति में बैठने से बचने की कोशिश करें। यदि लंबे समय तक बैठना पड़े तो आप ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने और ऐंठन से बचने के लिए फुट एक्सरसाइज भी कर सकती हैं।
- बैठने के लिए हार्ड, स्ट्रेट बैक वाली कुर्सी को ही चुनें।
- याद रखें ऑफिस में नियमित अंतराल पर कुछ मिनटों के लिए उठें और टहलें। कभी भी जल्दी और झटके से उठने से परहेज करें, यह काफी नुकसानदायक हो सकता है।
- वर्कप्लेस पर अपनी कुर्सी की ऊंचाई और वर्क स्टेशन को एक सिंक में एडजस्ट करें।
- अगर आपको मुड़ना है, तो झटके से न घूमें। सिर्फ कमर को घुमाने की बजाय धीरे-धीरे अपने पूरे शरीर को घुमाने की कोशिश करें।
- गर्भावस्था के थर्ड ट्राइमेस्टर के दौरान सिटिंग पोजीशन के रूप में बैलेंस बॉल (balance ball) का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन, इसे खरीदते समय सुनिश्चित करें कि यह आपकी हाइट के हिसाब से हो। इससे आपके पेल्विक एरिया को लेबर के लिए तैयार करने के साथ ही शिशु की सही स्थिति रखने में मददगार होती है।
- पैरों को लटकाकर बैठने से बचें। इससे पैरों में रक्त-प्रवाह बढ़ सकता है जिससे सूजन हो सकती है। याद रहे बैठते समय शरीर का वजन आपके पेट पर न पड़े। किसी चीज का सहारा लेकर ही धीरे-धीरे बैठें।
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प्रेग्नेंसी के दौरान खड़े होने का सही तरीका क्या है?
गर्भावस्था में बैठने की सही स्थिति जितनी जरूरी है उतनी ही स्टैंडिंग पॉश्चर भी आवश्यक है। प्रेग्नेंसी के दौरान स्टैंडिंग पॉश्चर के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- खड़े होते समय प्रेग्नेंसी के दौरान पॉश्चर ऐसा होना चाहिए कि आपका सिर सीधे ऊपर की ओर रहे। इसे झुकाया नहीं जाना चाहिए।
- स्टैंडिंग पोजीशन में चेस्ट को आगे रखने और कंधे को पीछे रखने की सलाह दी जाती है।
- ईयरलोब, आपके कंधों के बीच में आने चाहिए।
- घुटनों को सीधा रखें।
- पैर एक ही दिशा में स्थित होने चाहिए और दोनों पैरों पर समान रूप से वजन पड़ना चाहिए। फुट आर्चेस (foot arches) को सपोर्ट करने के लिए लो हील फ्लैट्स (low heel flats) पहने जा सकते हैं।
ध्यान दें
- लंबे समय तक न खड़े रहें।
- यदि आप लेटी हुई हैं और खड़ी होना चाहती हैं तो बिस्तर पर एक तरफ मुड़ें, अपने घुटनों को मोड़ते हुए पैरों को बिस्तर की तरफ ले जाएं। अपने हाथों से खुद को ऊपर उठाकर बैठने की कोशिश करें। फिर खड़े होने की कोशिश करें याद रखें इस समय झुकें नहीं।
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प्रेग्नेंसी के दौरान सही ड्राइविंग पॉश्चर क्या है?
- अपनी बैक के कर्व पर बैक सपोर्ट का उपयोग करें। घुटने और हिप्स की स्थिति एक जैसी होनी चाहिए।
- अपनी बैक कर्व को सपोर्ट करने के लिए सीट को स्टीयरिंग व्हील की तरफ थोड़ा शिफ्ट करें ताकि आपके घुटने मुड़ सकें और पैर पैडल तक पहुंच सकें।
- हमेशा लैप और शोल्डर सेफ्टी बेल्ट दोनों पहनें। अपने पेट के नीचे लैप बेल्ट को जितना संभव हो उतना नीचे कूल्हों की ओर रखें।
- बेल्ट को कभी भी अपने पेट के ऊपर न रखें। शोल्डर सेफ्टी बेल्ट को ब्रेस्ट्स के बीच रखें।
ध्यान दें
यदि आपकी कार में एयर बैग है, तो लैप और शोल्डर बेल्ट पहनना बहुत जरूरी है। इसके अलावा, हमेशा एयर बैग वाली जगह से कम से कम 10 इंच की दूरी पर बैठें।
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प्रेग्नेंसी के दौरान सोने का सही तरीका क्या है?
गर्भावस्था में सोने का पॉश्चर समय के हिसाब से बदलता रहता है। प्रेग्नेंसी के दूसरे या तीसरे महीने के बाद, पीठ के बल सीधे सोने से बचें। बाईं ओर सोने से प्लेसेंटा में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। पूरी तरह से अपने पेट के बल सोने से बचें क्योंकि यह यूट्रस पर दबाव डाल सकता है जिससे भ्रूण को नुकसान भी हो सकता है।
ध्यान दें
- आप सोते समय तकिए को पैरों के बीच में रखें, इससे न सिर्फ आपको आराम मिलेगा, बल्कि पेट को भी सहारा मिलेगा।
- तकिया नर्म और पतला होना चाहिए।
इस तरह प्रेग्नेंसी के दौरान पॉश्चर का सही होना कितना जरूरी है? यह तो आप जान ही गए। आशा करते हैं ऊपर बताए गए प्रेग्नेंसी में उठने/खड़े/बैठने या सोने संबंधित ये दिशा-निर्देश आपकी गर्भावस्था के दौरान अच्छा पॉश्चर बनाए रखने में मदद करेंगे। प्रेग्नेंसी के दौरान पॉश्चर को लेकर जरा सी भी लापरवाही न करें यह आपके शिशु के विकास पर बुरा असर डाल सकता है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की चिकित्सा, परामर्श और निदान नहीं देता।
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