सपने हर किसी को आते हैं लेकिन प्रेग्नेंसी में सपने कुछ अलग हो जाते हैं। प्रेग्नेंसी में सपने आने का कारण हार्मोनल बदलाव हो सकता है। हार्मोनल चेंज आपके स्लीप रिदम को प्रभावित कर करता है। साथ ही ड्रीम पैटर्न में भी बदलाव आ जाता है। ये जरूरी नहीं है कि सभी सपने परेशान करने वाले हो। कुछ महिलाओं को सपने देखने के बाद अच्छा भी महसूस हो सकता है। जो महिलाएं डिलिवरी को लेकर ज्यादा डरी रहती हैं उन्हें डरावने सपने आ सकते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए प्रेग्नेंसी के दौरान किस तरह से सपने आते हैं और कैसे वो आपको प्रभावित करते हैं।
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प्रेग्नेंसी में सपने किस प्रकार के आते हैं?
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अधिक सपने दिख सकते हैं। इस दौरान महिलाएं अलग किस्म के सपने देख सकती हैं। महिलाओं को सपने में पानी, फर्टिलिटी, प्रेग्नेंसी के दौरान चेंज हुई बॉडी, आने वाले बच्चे का चेहरा, जंगल, पेड़ में लटकी हुए लौकी और कद्दू आदि दिखाई दे सकते हैं। महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत कुछ सोचती हैं। उन्हें अपने परिवार और आने वाले बच्चे की चिंता सताती है।
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प्रेग्नेंसी में सपने के पीछे क्या है कारण?
प्रेग्नेंसी में सपने हार्मोन में हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण अलग हो जाते हैं। प्रेग्नेंट महिला थका हुआ ज्यादा महसूस करती है और उसे सोने की तीव्र इच्छा होती है। कई बार महिलाएं रात में ठीक से सो नहीं पाती है। न सो पाने का मुख्य कारण बढ़ा हुआ पेट, बच्चे का मूमेंट होता है। प्रेग्नेंसी के समय महिलाएं आने वाले बच्चे को लेकर अधिक चिंता महसूस करती है। कई बार उनके मन में ये ख्याल आता है कि होने वाला बच्चा स्वस्थ्य होगा या नहीं। क्या नॉर्मल डिलिवरी होगी या सी-सेक्शन करवाना पड़ेगा। ये सब विचार ही प्रेग्नेंसी के सपनों के अजीब होने का कारण बनते हैं।
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इस स्थिति को कैसे करें हैंडल?
प्रेग्नेंसी के दौरान अलग तरह के सपनों का आना बुरा नहीं होता है, लेकिन कुछ लोगों को सपने की वजह से समस्या का सामना करना पड़ जाता है। कुछ लोगों के मन में डिलिवरी को लेकर डर बैठ जाता है। अध्ययन में ये बात भी सामने आई है कि जिन लोगों को प्रेग्नेंसी के दौरान लेबर को लेकर सपने आते हैं, उनकी डिलिवरी में आसानी होती है। आप कुछ बातों का ध्यान रखकर लेबर के बुरे सपनों से बच सकती हैं,
- लेबर के बारे में अपने डॉक्टर से जानकारी लें।
- लेबर और डिलिवरी के बारे में सही जानकारी आपके मन के डर को खत्म करेगी।
- आप चाहे तो हॉस्पिटल जाकर कुछ डिलिवरी होते हुए भी देख सकती हैं। ये आपके लिए राहत भरा काम होगा और मन में जो डर है वो भी कम हो जाएगा।
- आप स्लीपिंग टिप्स भी अपना सकती हैं।
- बेड पर जाने से पहले बहुत सारा लिक्विड न लें।
- बेड टाइम पर रिलैक्सेशन टेक्नीक का यूज करें।
- घबराएं नहीं क्योंकि अभी तक किसी भी रिसर्च में ये बात सामने नहीं आई है कि प्रेग्नेंसी में आने वाले बुरे सपने से बच्चे को किसी भी प्रकार का नुकसान पहुंचता है।
पहली और दूसरी तिमाही के दौरान सपने
1. प्रेग्नेंसी में शरीर में परिवर्तन के साथ ही महिलाओं के सपनों में भी परिवर्तन आने लगता है। प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में सपनों में परिवर्तन महसूस हो सकता है। पहली तिमाही में हो सकता है कि पानी और फर्टिलिटी से जुड़े हुए सपने दिख सकते हैं।
2. फ्रूट्स, फ्लाॅवर, गार्डन दिख सकते हैं। साथ ही महिला खुद को या बच्चे को तैरते हुए महसूस कर सकती है। मां के पेट में बच्चा एम्नियोटिक द्रव में रहता है। ये इस कारण भी हो सकता है। प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में पानी से जुड़े सपने दिख सकते हैं।
3. प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में मां को जानवर या फिर कोई भी वस्तु दिख सकती है जो बच्चे के होने के अहसास को दिखाती है। दूसरी तिमाही के दौरान आपको कोई भी आकृति दिख सकती है जो बच्चों के आकार की ओर इशारा कर सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि महिलाएं आने वाले बच्चे के बारे में ज्यादा सोच लेते हैं।
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तीसरी तिमाही के दौरान सपने
प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही के दौरान सपने महिलाओं को सपनों में कुछ बातों का अंदाजा भी लग सकता है। ये कितना सही होगा, इस बारे में कहा नहीं जा सकता है। महिला सपने में देख सकती है कि होने वाला बच्चा लड़का होगा या लड़की। कई बार महिला अपने बच्चे को हाथ में खिलाते हुए भी देख सकती है। ऐसा कह सकते हैं कि प्रेग्नेंसी के सपने तीसरी तिमाही में चेंज हो जाते हैं।
नाइटमेयर से न डरें
बुरे सपने देखने के बाद महिला का बीपी भी अचानक बढ़ सकता है। ऐसा डर जाने के कारण होता है। प्रेग्नेंसी में सपने के दौरान मिसकैरिज होने का सपना देखना वाकई बुरा एहसास दिलाता है। बच्चे के प्रति अधिक लगाव और उसके खो देने का डर इस तरह के सपने को जन्म देता है। प्रेग्नेंसी में नाइटमेयर अनकॉमन होते हैं। ये जरूरी नहीं है कि हर किसी को नाइटमेयर की समस्या हो। जो महिलाएं प्रेग्नेसी के दौरान अधिक परेशान रहती हैं, उन्हें इस तरह की समस्या की अधिक संभावना रहती है।
प्रेग्नेंसी में सपने इमोशन को करते हैं बयां
प्रेग्नेंसी में सपने मन के भाव को दर्शाने का काम करते हैं। प्रेग्नेंसी में सपने बदलने का मुख्य कारण मूड स्विंग भी होता है। हो सकता है कि महिला को प्रेग्नेंसी के पहले कभी-कभार ही सपने आते हो, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक सपनों का कारण हार्मोनल चेंजेस की वजह से होता है। अगर किसी भी महिला को इस दौरान अजीब तरह के सपने आ रहे हैं तो डरने की जरूरत नहीं है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं बहुत इमोशनल हो जाती है और फिर दिन भर उनके मन में बहुत सी बातें चला करती है। ये कहना गलत नहीं होगा कि प्रेग्नेंसी में सपने मन की भावनाओं के चलचित्र होते हैं। बेहतर रहेगा कि सकारात्मक सोच रखें और किसी भी प्रकार के सपने से डरे नहीं। यही सोचें कि सब अच्छा होगा।
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प्रेग्नेंसी में अलग तरह के सपने किसी भी महिला को आ सकते हैं। अगर आपको ज्यादातर सपने बच्चे के लेबर या डिलिवरी संबंधित आ रहे हैं तो ये डराने का काम कर सकते हैं, लेकिन आपको इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। प्रेग्नेंसी में सपनों की वजह से आपको कोई समस्या हो रही हो तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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