गर्भावस्था के दौरान एक प्रेग्नेंट महिला को डॉक्टर्स तरह तरह के फल व सब्जियां खाने और उनका जूस पीने का सलाह देते हैं। साथ ही, मौसमी फलों और सब्जियों के सेवन पर भी जोर देते हैं। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी डायट से जुड़ी कई बातों का भी ध्यान रखना होता है। हर तरह के फल, सब्जियां, डेयरी प्रोड्क्ट्स और दालें प्रेग्नेंसी में सुरक्षित नहीं हो सकते हैं। इसी तरह प्रेग्नेंसी में संतरा का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं, इसके बारे में भी जरूरी जानकारी रखनी चाहिए। अगर आप पहली बार गर्भावस्था का पड़ावों का अनुभव कर रही हैं, तो स्वाभाविक रूप से, आपको कुछ भी खाने से पहले अपने डॉक्टर की परामर्श लेनी जरूरी हो सकती है।
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प्रेग्नेंसी में संतरा खाना कितना सुरक्षित है?
प्रेग्नेंसी में संतरा का सेवन करना चाहिए या नहीं, इसे लेकर कई महिलाओं के मन में सवाल हो सकता है। क्योंकि, संतरा एक तरह से खट्टा फल होता है जिसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। हालांकि, वहीं कई महिलाओं के मन में डर हो सकता है कि प्रेग्नेंसी में बहुत ज्यादा खट्टा खाना गर्भावस्था के लिए जोखिम भरा भी हो सकता है। बता दें कि, प्रेग्नेंसी में संतरे का सेवन करना सुरक्षित माना जाता है। यह आपको प्रेग्नेंसी में उल्टी होने की समस्या से राहत दिला सकता है। हालांकि, इसके अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।
मैं गर्भावस्था में कितना संतरा खा सकती हूं?
एक गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान उचित मात्रा में तरह-तरह के विटामिन्स और मिनरल्स की मात्रा की आवश्यकता होती है। इसी तरह, प्रेग्नेंट महिला को एक दिन में विटामिन-सी की 85 मिग्रा की मात्रा का सेवन करने की सलाह दी जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान दैनिक तौर पर आप मध्ययम आकार के दो से तीन संतरे खा सकती हैं। लेकिन, अगर आप इस दौरान विटामिन सी युक्त अन्य खाद्य पदार्थों या दवाओं का सेवन करती हैं, तो इसके उचित मात्रा के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
प्रेग्नेंसी में संतरा क्यों खाना चाहिए?
प्रेग्नेंसी में संतरा खाने का लाभ गर्भवती महिला के साथ-साथ उसके गर्भ में पल रहे भ्रूण के विकास में भी मददगार होता है। संतरे में विटामिन सी, आयरन, जिंक और फोलिक एसिड की भरपूर मात्रा पाई जाती है। संतरा खाने से गर्भवती महिला के इम्यून सिस्टम में काफी सुधार आता है। साथ ही, गर्भ में पल रहे बच्चे के ब्रेन के विकास में भी यह मददगार हो सकता है।
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गर्भावस्था में संतरा खाना कब सुरक्षित होता है?
वैसे प्रेग्नेंसी के किसी भी माह में गर्भवती महिला संतरा खा सकती हैं। हालांकि, गर्भावस्था की पहली तिमाही में संतरे का सेवन करना ज्यादा लाभकारी हो सकता है। क्योंकि, इस दौरान भ्रूण के ब्रेन का विकास हो रहा होता है। ऐसे में संतरे के गुण इस कार्य में काफी मददगार हो सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में संतरा खाने के फायदे
प्रेग्नेंसी में संतरा खाने के कई फायदे निम्न हैं, जिनमें शामिल हैंः
इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत बनाएं
संतरा विटामिन सी का सबसे अच्छा स्त्रोत माना जाता है। साथ ही, इसमें आयरन और जिंक की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। जिससे गर्भवती महिला का शरीर विभिन्न तरह के एलर्जी और मौसमी फ्लू बचाव कर सकता है।
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भ्रूण के ब्रेन डेवलपमेंट में मदद करे
संतरे में फोलिक एसिड के साथ ही विटामिन बी6 की भी उच्च मात्रा पाई जाती है जो बच्चे के ब्रेन के विकास में मदद कर सकता है।
कैल्शियम के कमी को रोके
प्रेग्नेंसी के दौरान एक गर्भवती महिला के शरीर को कैल्शियम की आवश्यकता सबसे अधिक हो सकती है। कैल्शियम की कमी के कारण मां और बच्चे दोनों में हड्डियों से जुड़ी समस्या का जोखिम बढ़ सकता है। जिसे कम करने में संतरे का सेवन करना लाभकारी हो सकता है।
गर्भनाल के विकास में मदद करे
गर्भावस्था में संतरा खाने से भ्रूण में होने वाले तंत्रिका ट्यूब डिफेक्ट के जोखिम को कम किया जा सकता है। यह स्थिति बच्चे में मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की असामान्यता के कारण हो सकता है। साथ ही, फोलेट भ्रूण में रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने, नए ऊतकों का विकास करने और गर्भनाल का भी विकास करने में मदद करता है।
डिहाइड्रेशन से बचाए
गर्भवती महिला के शरीर में तरल पदार्थ के संतुलन को बनाए रखने के लिए संतरे के सेवन से सोडियम और पोटैशियम की उच्च मात्रा प्राप्त की जा सकती है। संतरे में 88 फीसदी पानी की मात्रा होती है, जो प्रेग्नेंट महिला के शरीर को हाइड्रेड बनाए रखने में दद कर सकता है।
त्वचा की रंगत निखारे
संतरे एंटी-ऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्त्रोत भी होता है। इसे नियमित खाने से त्वचा की झुर्रियों की समस्या से राहत पाई जा सकती है और स्किन में निखार भी लाता है।
किडनी साफ करने में मदद करे
गर्भावस्था के दौरान महिला के गर्भाशय के निचले हिस्से पर भी दबाव पड़ता है। जिसके कारण कई बार किडनी से संबंधित बीमारियों का जोखिम भी बढ़ सकता है। प्रेग्नेंसी में संतरा खाने से किडनी और मूत्राशय की प्राकृतिक तौर पर सफाई होती है। संतरा का सेवन यूरिन में पीएच लेवल को बढ़ाता है, जिससे शरीर से साइट्रिक उत्सर्जन बढ़ता है और किडनी स्टोन जैसी समस्याएं दूर रहती हैं।
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गर्भावस्था के दौरान संतरा खाने के साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं?
गर्भावस्था में संतरा खाने के निम्न साइड इफेक्ट् हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैंः
- संतरे के अत्यधिक सेवन से मां के शरीर में फोलेट की मात्रा बढ़ सकती है, जिसके कारण बच्चे में जन्म के समय बच्चे का वजन बहुत ज्यादा हो सकता है।
- साइट्रिक एसिड की मात्रा अधिक होने से महिला के गले में खराश की समस्या हो सकती है।
- संतरे का अधिक सेवन पेट में ऐंठन और दस्त का कारण बन सकता है।
- संतरे में प्राकृतिक तौर पर शुगर की मात्रा होती है, जो प्रेग्नेंसी में डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है।
- शरीर में विटामिन सी की मात्रा बढ़ने से बच्चे का जन्म समय से पहले हो सकता है।
- संतरे का ज्यादा सेवन दांतों में सेंसिटिविटी का कारण बन सकता है।
- संतरे में विटामिन ए की काफी अधिक मात्रा पाई जाती है। अगर गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में विटामिन ए की मात्रा अधिक हो जाए, तो इसके कारण बर्थ डिफॉर्मिटी का जोखिम बढ़ सकता है। यह बच्चों में होने वाला एक प्रकार का जन्म दोष होता है।
एक बात का ध्यान रखें कि, प्रेग्नेंसी में आपको खट्टे फल नहीं खाने चाहिए। इसलिए अगर संतरा हरे रंग का है, कच्चा है या स्वाद में खट्टा है, तो उसे न खाएं। हमेशा पके हुए और स्वाद में मीठे संतरे ही खाएं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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