फोलिक एसिड को ‘प्रेग्नेंसी सुपरहीरो’ के नाम से भी जाता है। प्रेग्नेंसी में फोलिक एसिड महिलाओं के लिए बहुत जरूरी होता है। डॉक्टर महिलाओं को प्रेग्नेंसी के समय फोलिक एसिड की गोलियां खाने के लिए देते हैं। जब हैलो स्वास्थ्य ने फोर्टिस हॉस्पिटल की कंसल्टेंट गाइनोलॉजिस्ट डॉ. सगारिका बसु से इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि ‘ फोलिक एसिड मिसकैरिज और न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट ( neural tube defects) के खतरे को कम करने का काम करता है। प्रेग्नेंसी में फोलेट की कमी के कारण होने वाले बच्चे में स्पिना बिफिडा (Spina bifida) (इसमें फीटल स्पाइन और बैक डेवलपमेंट के समय पास नहीं आते हैं) हो सकता है। महिला को कंसीव करने से पहले से इसे लेना जरूरी होता है। अगर आप कंसीव करना चाहती हैं, तो एक बार डॉक्टर से इस बारे में बात करें। डॉक्टर आपको फोलिक एसिड सप्लीमेंट के साथ ही अन्य जरूरी परामर्श भी देगा।’ इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि प्रेग्नेंसी के दौरान फोलिक एसिड क्यों महत्वपूर्ण होता है?
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क्या होता है फोलिक एसिड?
फोलिक एसिड वॉटर सॉल्युबल विटामिन B का रूप है। फोलेट प्राकृतिक फूड में पाया जाता है, वहीं फोलिक एसिड विटामिन बी का सिंथेटिक रूप है। फोलिक एसिड न्यू सेल्स बनाने का काम करता है। साल 1998 से फोलिक एसिड को कोल्ड सीरियल्स या ठंडे अनाज, आटा, ब्रेड, पास्ता, बेकरी आइटम्स, कुकीज में डाला जाना आवश्यक हो गया। फोलेट कुछ सब्जियों जैसे पालक, ब्रोकली, लेट्यूस, भिंडी, केला, तरबूज का सेवन, नींबू, सेम, खमीर, मशरूम, मांस जैसे बीफ के जिगर और गुर्दे में, संतरे के रस और टमाटर में पाया जाता है।
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प्रेग्नेंसी में फोलिक एसिड
प्रेग्नेंसी के दौरान फोलिक एसिड न्यूरल बर्थ डिफेक्ट के रिस्क को कम कर देता है। प्रेग्नेंट लेडी को प्रति दिन 600-800 mcg फोलिक एसिड की जरूरत होती है। गर्भावस्था के पहले और प्रेग्नेंसी के दौरान फोलिक एसिड की जरूरत होती है। जिन महिलाओं की न्यूरल ट्यूब बर्थ डिफेक्ट हिस्ट्री रह चुकी है, उन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान 4000 mcg फोलिक एसिड की जरूरत होती है।
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क्या होता है न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट?
न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट बर्थ डिफेक्ट होता है। इस डिफेक्ट के कारण ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड का सही तरह से विकास नहीं हो पाता है। कुछ कॉमन न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट हैं।
स्पिना बिफिडा (Spina bifida): जब स्पाइन कॉर्ड और स्पाइनल कॉलम एक साथ क्लोज नहीं हो पाते हैं तो ये स्थिति उत्पन्न होती है।
एनेनसेफली (Anencephaly): ब्रेन के अंडर डेवलपमेंट संबंधी समस्या
एनसेफलसीन (Encephalocele): मस्तिष्क के टिशू खोपड़ी से त्वचा के माध्यम से बाहर आने लगते हैं।
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फोलिक एसिड का इस्तेमाल
डॉक्टर के निर्देश के अनुसार ही दवा लें। खुराक की मात्रा जितनी बताई गई हो उतनी ही लें। ज्यादा मात्रा में या निर्देशित समय से अधिक समय तक दवा न लें। पर्चे पर लिखे गए निर्देशों का पालन करें। फोलिक एसिड को एक पूरे गिलास पानी के साथ लें।अधिक लाभ के लिए डॉक्टर कभी-कभी दवा की खुराक बदल सकते हैं।
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प्रेग्नेंसी में फोलिक एसिड के फायदे
रिसर्च में ये बात सामने आई है कि फोलिक एसिड लेने से गर्भ में पल रहे बच्चे के क्लेफ्ट लिप्स और क्लेफ्ट पैलेट से बचाव होता है। इन डिफेक्ट के कारण बच्चे के लिप और माउथ के पार्ट सही तरह से मर्ज नहीं हो पाते हैं। ऐसा प्रेग्नेंसी के पहले छह से 10 सप्ताह के बीच होता है। सर्जरी के माध्यम से इसे ठीक किया जाता है। फोलिक एसिड को प्रेग्नेंसी के दौरान लेने से जन्मजात दिल के दोष का खतरा कम हो जाता है। फोलिक एसिड रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क के विकास में भी मुख्य भूमिका निभाता है। इस कारण प्रेग्नेंसी में फोलिक एसिड लेने की सलाह दी जाती है।
कंसीव करने के दौरान या फिर प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर से परामर्श करके ही फोलिक एसिड की गोलियां लें। कई बार डॉक्टर परिस्थित के अनुसार दवा की मात्रा घटा या फिर बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा कोई भी शंका या असामान्य लक्षण दिखने पर तुरतं अपने डॉक्टर से संपर्क करें और साथ ही कोई भी ओवर द काउंटर ड्रग लेने से भी बचें।
प्रेग्नेंसी में फोलिक एसिड की कमी के कारण शिशु को कुछ समस्याएं हो सकती हैं:
- न्यूरल ट्यूब डिफिसिएट्स (NTDs)- न्यूरल ट्यूब डिफिसिएट्स होने पर नवजात का ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड या वर्टिब्र (spinal cord or the vertebrae) ठीक तरह से डेवलप नहीं हो पाता है।
- क्लेफ्ट लिप (Cleft lip)
- क्लेफ्ट पेलेट (Cleft palate)
- समय से पहले शिशु का जन्म
- नवजात का वजन कम होना
- गर्भवस्था में शिशु का ठीक तरह से विकास न होना
- मिसकैरिज या गर्भपात
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इन फूड आयटम्स में होता है भरपूर फोलिक एसिड
चूंकि फोलिक एसिड सिंथेटिक है, यह खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से नहीं पाया जाता है। फिर भी यह आमतौर पर रिफाइंड अनाज प्रोडक्ट्स में मिलाया जाता है और साथ ही सप्लीमेंट्स में इस्तेमाल किया जाता है। अमेरिका और कनाडा सहित कई देशों में सभी रिफाइंड अनाज उत्पादों में फोलिक एसिड मिलाया जाता है। जिन खाद्य पदार्थों को अक्सर फोर्टिफाइड या फोलिक एसिड से समृद्ध किया जाता है उनमें शामिल हैं:
- ब्रेड
- ब्रेकफास्ट सीरियल्स
- केक
- कुकीज
- कॉर्नमील
- क्रेकर्स
- एनर्जी ड्रिंक्स
- प्रोटीन बार
- सफेद पास्ता
- सफेद चावल
आप निम्नलिखित फूड के माध्यम से फोलेट प्राप्त कर सकते हैं,
- डार्क लीफी ग्रीन वेजीटेबल्स : 1 कप पकी हुई पालक में 263 एमसीजी
- एवोकैडो में : 1 कप कटे हुए एवोकैडो में 120 एमसीजी
- फलियां जैसे कि 1 कप बीन्स या दाल में 250 से 350 एमसीजी
- 1 कप कटे हुए या पकाए हुए ब्रोकोली में 168 एमसीजी
- 1 कप में शतावरी में 268 एमसीजी
- 1 कप में बीट में 136 एमसीजी
- 3/4 कप संतरे में 35 एमसीजी
आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं। साथ ही अगर आपको उपरोक्त किसी भी फूड से एलर्जी हो तो बेहतर होगा कि उसका सेवन न करें। डॉक्टर से फोलेट के अन्य सोर्स के बारे में जरूर पूछें।
कैंसर से भी बचाता है फोलिक एसिड
फोलेट के उच्च सेवन से कई तरह के कैंसर से राहत मिल सकती है। फोलिक एसिड ब्रेस्ट, लंग, आंत और अग्नाशय सहित कई तरह के कैंसर से रोकथाम में मदद कर सकता है। फोलेट जीन को कंट्रोल कर सकते हैं जैसे जब जीन एक्टिव न हो, तो यह उन्हें एक्टिव करने और ओवर एक्टिव होने पर उन्हें कंट्रोल भी कर सकता है। कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि कम फोलेट का स्तर इस प्रक्रिया को भड़कने का कारण बन सकता है, जिससे आपके असामान्य कोशिका वृद्धि और कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।
कम फोलेट का स्तर अस्थिर और आसानी से टूटने योग्य डीएनए के निर्माण में भी योगदान देता है जो कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। हालांकि, पहले से मौजूद कैंसर या ट्यूमर वाले लोगों में कुछ सबूत हैं कि उच्च फोलेट इंटेक ट्यूमर के विकास को बढ़ावा दे सकता है। फोलिक एसिड की सप्लीमेंट्स लेकिन, प्राकृतिक खाद्य फोलेट नहीं कुछ प्रकार के कैंसर की बढ़ती घटना से भी जुड़े हुए हैं। यह समझने के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है कि पूरक फोलिक एसिड कैंसर के जोखिम को दीर्घकालिक रूप से कैसे प्रभावित कर सकता है।
जानिए फोलेट और फोलिक एसिड एक होता है या अलग
फोलेट और फोलिक एसिड को लोग अक्सर एक ही समझते हैं लेकिन ये एक नहीं होता है। फोलेट कई प्रकार के विटामिन बी 9 के विभिन्न प्रकार की जानकारी देने के लिए यूज किया जाता है।
जानिए क्या हैं फोलेट के प्रकार
- फोलिक एसिड (Folic acid)
- डाइहाइड्रॉफोलेट ( Dihydrofolate) (DHF)
- टेट्राहाइड्रॉफोलेट (Tetrahydrofolate) (THF)
- 5, 10-मिथाइलनेटेट्राहाइड्रोफोलेट (5-methyltetrahydrofolate) (5, 10-मिथाइलीन-टीएचएफ)
- 5-मिथाइलटेराहाइड्रोफोलोलेट (5-मिथाइल-टीएचएफ या 5-एमटीएचएफ)।
हम उम्मीद करते हैं कि अब आप फोलिक एसिड और फोलेट के बारे में अंतर समझ गए होंगे।
हमेशा डॉक्टरी सलाह के बाद ही लें दवा
कोई भी दवा को हमेशा डॉक्टरी सलाह के बाद ही सेवन करना चाहिए। नहीं तो उसका आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। खासतौर पर तब जब आप गर्भवती हो। क्योंकि उस समय आपकी जान के साथ शिशु की जान की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी आप ही पर होती है, ऐसे में और ज्यादा सतर्कता बरतने की आवश्यकता होती है। कोशिश यही होनी चाहिए कि हमेशा डॉक्टरी सलाह के बाद ही दवा आदि का सेवन करें।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से फोलिक एसिड के बारे में जानकारी मिल गई होगी। अगर आप प्रेग्नेंसी के बारे में सोच रहे हैं तो डॉक्टर दो से तीन महीने पहले ही फोलिक एसिड लेने की सलाह दे सकते हैं। उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आपको इस संबंध के बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो डॉक्टर से जरूर पूछें। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।
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