सर्दियों में बुजुर्गों का ध्यान रखने की खास आवश्यकता होती है। सर्दियों के दिन बुजुर्गों में स्किन से लेकर सांस से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप किसी पहाड़ी इलाके में रहते हैं, जहां सर्दियों के दिनों में बर्फ गिरती है, तो यह बुजुर्गों के लिए और भी बड़ी समस्या हो सकती है। क्योंकि, बर्फीले रास्तों के कारण उनके फिसलने का डर सबसे अधिक हो सकता है। जिससे उन्हें चोट भी लग सकती हैं।
सर्दियों में बुजुर्गों का ध्यान रखने के लिए आप कई जरूरी बातों का ध्यान रख सकते हैं, जिनके बारे में हम अपने इस आर्टिकल में बताने वाले हैं। जिनकी मदद से आप अपने प्रियजनों का ख्याल रख सकते हैं। जिसमें शामिल हैंः
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सर्दियों में बुजुर्गों का ध्यान रखने के टिप्स
बर्फ पर फिसलने से बचाएं
अगर आप बर्फीली जगह में रहते हैं, तो वहां के सड़कों और फुटपाथ पर फिसलने और गिरने कि आशंका ज्यादा हो सकती है। जिसके कारण उनके कूल्हों और कलाई में फ्रैक्चर या सिर पर चोट लगने जैसी समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए बुजुर्गों को सर्दियों के दिनों में अच्छे कर्षण और गैर-स्किड तलवों के जूते पहनाएं। इन जूतों को तभी पहनें जब आप घर से बाहर किसी बर्फीली जगह पर चलने के लिए जा रहे हों। इन जूतों को कभी भी पहनकर घन के अंदर गर्म तापमान में न चले। क्योंकि, अक्सर बर्फ जूतों के तलवों में चिपक जाते हैं और गर्म तापमान में यह पिघल सकते हैं, जिससे फिसलने का जोखिम हो सकता है।
गर्म कपड़ों का चुनाव समझदारी से करें
सर्दियों के ठंडे तापमान से निमोनिया और हाइपोथर्मिया होने का जोखिम सबसे ज्यादा बढ़ सकता है। यह उस स्थिति में होता है जब शरीर का तापमान बहुत कम हो जाता है। एक अध्ययन के अनुसार, हाइपोथर्मिया से संबंधित मौतों में से आधे से ज्यादा 65 वर्ष की आयु के लोगो कि मृत्यु होती है। इसलिए, इनडोर तापमान को बहुत कम न होने दें और सर्दियों में बुजुर्गों का ध्यान रखने के लिए उन्हें गर्म कपड़े पहनाएं। घर से बाहर जाते समय गर्म मोजे, एक मोटा कोट, एक गर्म टोपी, दस्ताने और एक गर्दन में लपेटने के लिए एक मफलर दें। घर से बाहर जाने पर अपने मुंह को ढंकें इससे फेफड़ों की सुरक्षा होती है। कोशिश करें कि उनके शरीर का तापमान कभी भी 95 डिग्री से नीचे नहीं जाना चाहिए।
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विंटरटाइम डिप्रेशन से लड़ें
सर्दियों के समय में घर से लोग ज्यादा बाहर नहीं निकलते हैं। ऐसे में घर के बड़े-बुजुर्ग घर में पड़े-पड़े अकेलापन का शिकार हो सकते हैं। उनपर विंटरटाइम डिप्रेशन से बचाए रखने के लिए उनके साथ बाते करते रहें। अगर घर में कोई छोटा बच्चा है, तो उसे उनके साथ खेलने या उन्हें कोई कहानी या पोएम सुनाने के लिए कहें। आप चाहें, तो उनके हाथों में टीवी का रिमोट भी दे सकते हैं। जिससे वे अपने बोरियत को आसानी से दूर कर सकते हैं। इसके अलावा, अगर उनकी नजरों की रोशनी अच्छी है, तो आप उन्हें उनकी पसंद की किताबें भी पढ़ने के लिए दे सकते हैं। साथ ही, समय मिलने और मौसम में राहत होने पर पड़ोसियों से भी मिलें।
कार की जांच करें
सर्दियों के दौरान ड्राइविंग करना किसी के लिए भी खतरनाक हो सकता है। लेकिन यह बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है, जो अब पहले जितनी ड्राइव नहीं कर सकते हैं या जिनके रिफ्लेक्स कि परेशानियां होती है उतनी जल्दी नहीं होती। सर्दियों के हिट से पहले अपनी कार को दुरुस्त कर लें, या परिवार के किसी सदस्य को इसे इसे चलाने के लिए कहें। अगर घर से बुजुर्ग कार से कहीं बाहर घूमना जाना चाहते हैं, तो उन्हें कार की चाबी देने से पहले कार में तेल की मात्रा, टायर की लाइफ, बैटरी और वाइपर जैसी चीजों की अच्छे से जांच करें। इसके अलावा आप किसी अच्छे और भरोसेमंद ड्राईवर के विकल्प को भी चुन सकते हैं। इसके अलावा गाड़ी में इमरजेंसी नंबर की पर्ची रखें। ताकि आपातस्थिति में वो मदद मांग सकें।
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पावर आउटेज की तैयारी करें
सर्दियों के तूफानों से बिजली कटौती की समस्या भी बढ़ सकती है। ऐसे में घर में अंधेरा न हो, इसके लिए पहले ही इसका इंतजाम कर लें। घर में फ्लैशलाइट्स से लेकर इंनवर्टर का इंताजम करें। ताकि, बिजली चले जाने की स्थिति में बैटरी पर चलने वाले इन उपकरणों से आप घर में रोशनी कर सकें। इसके अलावा स्टॉकपाइल गर्म कंबल भी होना जरूरी है। लंबे समय तक बिजली न आने से आपके रेफ्रिजरेटर और फ्रीजर में रखा हुआ भोजन खराब हो सकता है। इसके अलावा अगर बिजली जाने के बाद हीटर भी काम नहीं करता है, तो उन्हें एक से दो जोड़ी गर्म कपड़े पहनाएं। ताकि उनका शरीर गर्म बना रहे।
विभिन्न आहार खाएं
क्योंकि, सर्दियों के दिनों में लोग घर के अंदर अधिक समय बिताते हैं और इसीलिए कई प्रकार के खाद्य पदार्थ खाने से चूक सकते हैं। जिसके कारण उनमें पोषण की कमी हो सकती है। विशेष कर विटामिन डी की कमी की समस्या सर्दियों में सबसे अधिक बढ़ सकती है। कई आहार विशेषज्ञ, उन सब खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह देते हैं, जो विटामिन डी से समृद्ध होते हैं, जैसे कि दूध, अनाज और समुद्री भोजन जैसे ट्यूना और मिट। इसके अलावा जब भी दिन में धूप निकले तो थोड़े समय के लिए धूप में बैठें।
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कार्बन मोनोऑक्साइड के पोइजन को रोकें
चिमनी, गैस हीटर या लालटेन का उपयोग करने से कार्बन मोनोऑक्साइड का जहर फैल सकता है। अपने कार्बन मोनोऑक्साइड डिटेक्टर पर बैटरी की जांच करके और यदि आवश्यक हो तो एक अद्यतन खरीदकर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें।
ठंड के महीनों के दौरान सर्दियों में बुजुर्गों का ध्यान रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण टिप यह है कि मदद मांगना। अगर आपको इन सर्दियों के दिनों में मदद की आवश्यकता है, तो परिवार के किसी सदस्य या पड़ोसी से पूछने में संकोच न करें। किराने की दुकान और मुश्किल समय में डॉक्टर की भी जानकारी रखें। विंटरटाइम निश्चित रूप से वरिष्ठों के लिए चुनौती भरा हो सकता है, लेकिन थोड़ी योजना और जागरूकता के साथ, आप उन्हें स्वस्थ और सुरक्षित रख सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं देता है। अगर सर्दियों में बुजुर्गों का ध्यान या इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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