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कॉन्डोम का उपयोग कैसे करें? जानिए इसके सुरक्षित टिप्स

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 11/02/2021

    कॉन्डोम का उपयोग कैसे करें? जानिए इसके सुरक्षित टिप्स

    ‘कॉन्डोम और सेक्स, दोनों एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं’ यह कहना अब गलत नहीं माना जा सकता है। दरअसल, कॉन्डोम का जिक्र होते ही सेक्स का ख्याल आता है और सेक्स की बात करते हैं, तो कॉन्डोम का उपयोग कैसे करें यह जानना बहुत जरूरी होता है।

    सेक्स के दौरान कॉन्डोम का उपयोग कैसे करें, इसका ध्यान रखना इसलिए भी बहुत जरूरी है कि यह अनचाहे गर्भ से सुरक्षित रखता है। साथ ही, कॉन्डोम का उपयोग करने से यौन जनित रोगों से भी सुरक्षित रहा जा सकता है। हालांकि, सेक्स के दौरान कॉन्डोम का उपयोग पूरी तरह से तभी सुरक्षित हो सकता है, जब कॉन्डोम का सही इस्तेमाल किया जाए। अगर कॉन्डोम के इस्तेमाल में जरा भी चूक की जाए, तो यह कई समस्याओं का कारण भी बन सकता है।

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    कॉन्डोम क्या है?

  • कॉन्डोम रबड़ का बना हुआ एक खोल (कवर) होता है। जिसका इस्तेमाल पुरुष लिंग को ढकने के लिए करते हैं। इससे सेक्स के दौरान पुरुष अपने शुक्राणुओं को महिला के गर्भाशय में प्रवेश करने से रोक सकते हैं।
  • इसी तरह, महिलाओं के लिए भी कॉन्डोम बने हुए हैं, जिसे योनि के अंदर फिट किया जा सकता है।
  • पुरुष कॉन्डोम का उपयोग एक तनावयुक्‍त लिंग पर ही कर सकते हैं।
  • अधिकतर कॉन्डोम लेटेक्‍स के बने होते हैं।
  • अगर कॉन्डोम का उपयोग ठीक प्रकार से किया जाए, तो यह गर्भधारण के जोखिम को 85 फीसदी से 98 फीसदी तक रोक सकता है।
  • एक कॉन्डोम का इस्तेमाल सिर्फ एक बार के लिए ही किया जा सकता है। एक ही इस्तेमाल के बाद यूज किए गए कॉन्डोम का उचित तरीके से निपटारा करना चाहिए।
  • जिन लोगों को लेटेक्‍स से एलर्जी है, वे पॉ‍लीयुरथेन से बने कॉन्डोम का उपयोग कर सकते हैं।
  • और पढ़ें: कॉन्डोम के साथ ओरल सेक्स करना कितना सुरक्षित है, जानिए इस आर्टिकल में

    अपने लिए सही कॉन्डोम कैसे चुनें

    सही कॉन्डोम का इस्तेमाल करना आनंदमय संभोग के लिए बेहद जरूरी होता है। ज्यादातर लोगों को लगता है कि हर प्रकार के कॉन्डोम से सामान्य परिणाम ही आते हैं। जबकि ऐसा बिलकुल नहीं है। अपने लिए बेस्ट कॉन्डोम का ऐसे करें चयन –

    • हमेशा अच्छी क्वालिटी और भरोसेमंद ब्रांड का ही कॉन्डोम खरीदें।
    • कॉन्डोम खरीदने से पहले उसके एक्सपायर होने की तारीख जांचें।
    • सही साइज चुनें, कॉन्डोम को चुनते समय अधिक भावनात्मक न हो और बड़े साइज को बेहतर न समझें। सही तरह से फिट होने वाला कॉन्डोम सबसे प्रभावशाली होता है। अधिक बड़ा या बहुत छोटा कॉन्डोम सेक्स के दौरान बाहर निकल सकता है और उसके फटने की आशंका भी ज्यादा रहती है।
    • प्रैक्टिस मेक्स अ मैन परफेक्ट – कॉन्डोम को तुरंत इंटरकोर्स करते समय लगाने की बजाए कुछ समय पहले उसे पहनने की कोशिश करें। अकेले में कुछ बार कॉन्डोम पहनने की कोशिश करें और सीखें कि उसे कैसे और कितने समय में पहना जा सकता है।
    • अन्य प्रकार के कॉन्डोम को चुनें और ट्राय करें। ज्यादातर लोग लेटेक्स कॉन्डोम का इस्तेमाल करते हैं और उसके अलावा अन्य विकल्प की ओर ध्यान भी नहीं देते। लेटेक्स सबसे अधिक बिकने वाला कॉन्डोम का मटेरियल है। लेकिन इससे कई लोगों को एलर्जी भी होती है, जिसके चलते लैम्बस्किन कॉन्डोम भी बनाए जाते हैं। अगर आपको सेक्स के दौरान जलन होती है, तो अन्य प्रकार के कॉन्डोम का इस्तेमाल करें।
    • आप चाहें तो फ्री में भी कॉन्डोम ले सकते हैं। कई जगहों पर मौजूद स्थानीय हेल्थ डिपार्टमेंट फ्री कॉन्डोम प्रदान करते हैं।
    • कॉन्डोम को सही जगह पर रखें। कॉन्डोम को जेब, अपने पर्स या बाथरूम में न रखें। इसकी बजाए उसे ठंडी-सूखी जगह पर रखें, जहां सूर्य की सीधी किरणें न पड़ती हों। इसके साथ ही ध्यान रखें कि कॉन्डोम हीट, नमी और घर्षण के संपर्क में न आए।

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    जानिए कॉन्डोम का उपयोग कैसे करें?

    • कॉन्डोम का पैक खोलने से पहले उसके लेबल पर लिखे गए निर्देशों को सावधानी से पढ़ें। कॉन्डोम का इस्तेमाल कैसे करना है, इसकी पूरी सटीक जानकारी पैक के लेबल पर दिया गया होता है।
    • कॉन्डोम का पैक बहुत ही सावधानी से खोलें।
    • पैक को हमेशा किनारों से खोलें।
    • पैक खोलने के लिए दांतों का इस्तेमाल न करें।

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    • कॉन्डोम का इस्तेमाल करने से पहले कॉन्डोम के अगले और पिछले हिस्से की जांचें।
    • ऊपरी हिस्सा चिकनाई युक्त होगा, जबकि अंदर की तरफ रहने वाला हिस्सा सूखा होगा।
    • कॉन्डोम का पैक तभी खोलें जब लिंग में इरेक्शन हो।
    • अगर आपने कॉन्डोम को उल्टी तरफ से पहन लिया है, तो उसे दोबारा निकाल कर न पहनें। इससे गर्भधारण का जोखिम बढ़ सकता है क्योंकि, सेक्स के दौरान पुरुषों के लिंग से लगातार एक लिक्विड जिसे प्री-इजेक्यूलेशन (प्री-कम) कहा जाता है, निकलता रहता है, यह यौन संचारित बीमारियों (STDs) के जोखिम को भी बढ़ा सकता है।
    • कॉन्डोम पहनते समय कॉन्डोम की निकली हुई टिप को दबा कर रखें, ताकि इससे कॉन्डोम के अंदर हवा न जाए।
    • कॉन्डोम पहनने के दौरान टिप को दबा कर उसे इरेक्ट पेनिस पर लगाएं। फिर कॉन्डोम रिंग को ऊपर की तरफ घुमाएं। इससे कॉन्डोम खुलता जाएगा और लिंग में फिट हो जाएगा।
    • स्‍खलन के बाद और पुरुष लिंग के मुलायम होने से पहले ही कॉन्डोम के रिम को पकड़ें और इसे सावधानीपूर्वक निकाल लें। कॉन्डोम को लिंग से हटाते समय रिम पकड़ कर ही रखें, नहीं तो पुरुष साथी का वीर्य बाहर निकल सकता है।
    • एक बार इस्तेमाल किए गए कॉन्डोम का उपयोग दोबारा न करें। इस्तेमाल किए जाने के बाद इसका सही तरीके से निपाटा करें। इसे पालतू जानवर या बच्चों की पहुंच से भी दूर रखें।
    • शारीरिक संबंध बनाने के दौरान अगर कॉन्डोम फट जाता है या फिसल जाता है, तो पुरुष साथी को तुरंत संभोग की क्रिया रोक देनी चाहिए। इसके बाद वो एक नए कॉन्डोम का उपयोग कर सकते हैं या गर्भ रोकने के दूसरे तरीकों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
    • अगर फटे हुए कॉन्डोम से पुरुष साथी का वीर्य महिला के योनि में प्रेवश कर जाता है, तो अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए महिला डॉक्टर की सलाह पर गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन कर सकती हैं। हालांकि, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन बहुत ही कम करना चाहिए।

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    कॉन्डोम का उपयोग करने के क्या फायदे हैं?

    • गर्भावस्था के जोखिम को रोकने और यौन संचारित रोगों के जोखिम को कम करने के लिए कॉन्डोम का उपयोग करना सबसे बेस्ट होता है।
    • कॉन्डोम का उपयोग करना बहुत ही आसान होता है।
    • कॉन्डोम का उपयोग करने के कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते हैं।
    • कॉन्डोम का उपयोग पुरुष और महिला दोनों ही कर सकते हैं।

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    कब-कब करना चाहिए कॉन्डोम का उपयोग?

    1. वजायनल सेक्स के अलावा, अगर ओरल सेक्स, एनल सेक्स या मुख गुदा सेक्स करते हैं,  तब भी कॉन्डोम का इस्तेमाल करें क्योंकि, ओरल सेक्स से यौन संचारित बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा बना रहता है।
    2. दोनों साथी जब भी एक-दूसरे के साथ हस्तमैथुन की क्रिया करें, तो उस समय भी कॉन्डोम का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे निजी अंगों से निकलने वाला तरल पदार्थ हाथ पर नहीं लगने पाएगा।
    3. इसके अलावा, अगर सेक्स टॉय का इस्तेमाल कर रहें है, तो उस पर कॉन्डोम लगाना चाहिए। कुछ सेक्स टॉयज को बनाने में ऐसे प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है, जो सेहत के लिए कई तरह के जोखिम का कारण बन सकते हैं। इसलिए, सेक्स टॉय के बैक्टीरिया से बचने के लिए उन पर कॉन्डोम का इस्तेमाल करें।

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    कॉन्डोम का उपयोग करते समय किन बातों का रखें ख्याल?

    • अगर कॉन्डोम पहनते या पैक खोलते समय फट जाए, तो उस कॉन्डोम का इस्तेमाल न करें।
    • सेक्स की क्रिया पूरी होने के तुरंत बाद कॉन्डोम लिंग से बाहर निकाल देना चाहिए।
    • कभी भी बिना तनाव वाले लिंग पर इसका इस्तेमाल न करें।
    • एक बार इस्तेमाल किए गए इसका इस्तेमाल दोबारा न करें।
    • एक बार में सिर्फ एक ही इसका इस्तेमाल करें।

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    इस्तेमाल के बाद कॉन्डोम का क्या करें?

    अगर आपको लगता है या आप केवल अपनी संतुष्टि के लिए यह जानना चाहते हैं कि संभोग के दौरान कॉन्डोम फट तो नहीं गया था। तो ऐसे में लिंग को कॉन्डोम से बाहर निकालें और उसमें पानी भर कर देखें कि कहीं उसमें से पानी लीक तो नहीं हो रहा है। यदि कॉन्डोम से पानी बाहर नहीं आता है तो कॉन्डोम नहीं फटा है।

    संभोग के बाद कॉन्डोम को मोड़कर या उसे बांध कर किसी टिशू में लपेट दें। इसके बाद उसे कूड़े में फेंक दें। कॉन्डोम को फ्लश न करें, क्योंकि इससे नाली के भरने का खतरा रहता है।

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    कॉन्डोम के फटने पर क्या करें?

    अगर सेक्स के बीच में आपका कॉन्डोम फट जाता है, तो तुरंत लिंग को बाहर निकाल लें। कॉन्डोम को हटा कर नया कॉन्डोम पहन लें। इसके अलावा यदि आपको सेक्स के बाद कॉन्डोम के फटने की जानकारी प्राप्त होती है, तो ऐसे में घबराने की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि गर्भनिरोधक दवाओं की मदद से आप अनचाही  प्रेग्नेंसी को रोक सकते हैं। इस स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लिए बिना कुछ न करें।

    प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए आपातकालीन गर्भनिरोधक दवाओं या कॉपर इंट्राटेराइन डिवाइस को आप सेक्स करने के पांच दिन बाद तक इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा असुरक्षित संभोग के बाद आपको व आपके पार्टनर को सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज के लिए टेस्ट करवाने की भी जरूरत पड़ सकती है।

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    क्या कॉन्डोम का उपयोग करने के नुकसान भी हो सकते हैं?

    कॉन्डोम का उपयोग करने के कुछ संभावित नुकसान भी हैं, जिनमें शामिल हैंः

    • सेक्स करते समय हर बार कॉन्डोम का उपयोग सही तरीके से करना चाहिए। गलत तरीके के कॉन्डोम का इस्तेमाल करना प्रेग्नेंसी की संभावना को बढ़ा सकता है और यौन संचारित रोगों का भी खतरा बढ़ सकता है।
    • कॉन्डोम का उपयोग बार-बार या अधिक करने से पुरुष और महिला दोनों को ही निजी अंगों में खुजली, जलन और लालिमा की समस्या हो सकती है।
    • कॉन्डोम का उपयोग बहुत ही सावधानीपूर्वक करना चाहिए। क्योंकि यह बहुत ही नाजुक रबड़ से बना होता है, जो उंगलियों के नाखूनों, अंगूठी और नुकीली चीजों से बहुत जल्दी ही कट या फट सकता है।

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    निष्कर्ष

    कॉन्डोम अनचाही गर्भवस्था को रोकने के सबसे प्रभावशाली उपाय होते हैं। इसके साथ ही उन्हें यौन संचारित बीमारियों से बचाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। कॉन्डोम के साथ कई प्रकार के बर्थ कंट्रोल विकल्पों जैसे हॉर्मोनल बर्थ कंट्रोल या स्पर्मीसाइड के साथ गर्भावस्था और यौन संचारित संक्रमण से दो गुनी सुरक्षा मिलती है।

    इस बात की संतुष्टि होना कि आप पूरी तरह से सुरक्षित हैं, संभोग को और भी आनंदमय बनाती है। जब आपको पता होता है कि आप या आपके पार्टनर को गर्भधारण या यौन संचारित संक्रमण नहीं हो सकता है, तो आप दोनों ही सेक्स एन्जॉयमेंट के साथ करते हैं और रिलैक्स महसूस कर पाते हैं।

    अगर कॉन्डोम का इस्तेमाल करने के दौरान या बाद में लिंग में किसी तरह की जलन या खुजली महसूस हो, तो सेक्स तुरंत रोक दें। पीनस से कॉन्डोम बाहर निकालें और साफ पानी से पीनस को साफ करें। अगर इसके बाद भी समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

    डिस्क्लेमर

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    Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 11/02/2021

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